भारत की ओर से ईरान के तेल क्षेत्र में ११ अरब डॉलर्स के निवेश का प्रस्ताव

नवी दिल्ली/तेहरान, दि. ४ : ईरान के प्राकृतिक गैस क्षेत्र में तकरिबन ११ अरब डॉलर्स तक निवेश करने का प्रस्ताव भारतीय तेल कंपनियों ने दिया है| भारत की ‘ओएनजीसी विदेश लिमिटेड’ इस कंपनी के प्रमुख ने दिये इंटरव्यू में यह जानकारी सामने आयी है| तेल, वायु आयात करनेवाले देशों में भारत विश्‍व के चौथे स्थान पर है| भविष्य में प्राकृतिक तेल-गैस की बढ़ती माँग को पूरा करने की दृष्टि से ईरान के साथ का यह समझौता अहम माना जा रहा है|

११ अरब डॉलर्सभारतीय कंपनियाँ सन २००९ से ईरान के ‘फर्झाद-बी’ तेलगैस क्षेत्र में निवेश के सिलसिल में कोशिश कर रहीं हैं| इस तेल-गैस क्षेत्र की खोज में भारतीय कंपनियो का योगदान था| इसके लिए तकरिबन ९० करोड़ डॉलर्स की निधि भी खर्च की गयी थी| पिछले साल इस संदर्भ के समझौते के सिलसिले में बातचीत अंतिम चरण में थी, ऐसा माना जाता था| लेकिन इस समझौते के अंतिम प्रावधान पर अभी तक एकमत नहीं हो पाया है| इस रुके हुए समझौते का असर भारत और ईरान के बीच के कच्चे तेल के व्यवहार पर भी हो रहा है, ऐसा दावा किया जाता है|

इस पृष्ठभूमि पर, ‘ओएनजीसी विदेश’ के प्रमुख ने दिया नया प्रस्ताव सबका ग़ौर फ़रमा रहा है| ‘हमारी तरफ से सबसे बढ़िया प्रस्ताव दिया गया है| इस प्रस्ताव का स्वीकार करना है या नहीं, इसका फ़ैसला अब ईरान को करना है| निवेश पर ठोस परतावा ज़रूरी है, यह हमने ईरान को स्पष्ट रुप से कहा है’ ऐसे शब्दों में ‘ओएनजीसी विदेश लिमिटेड’ के व्यवस्थापकीय संचालक नरेंद्रकुमार वर्मा ने ईरान के प्रस्ताव की जानकारी दी|

नये प्रस्ताव के अनुसार ‘ओएनजीसी विदेश लिमिटेड’ ‘फर्झाद-बी’ क्षेत्र में तकरिबन छह अरब डॉलर्स का निवेश करनेवाला है| उर्वरित निधि तेल-गैस की निर्यात करने के लिए ज़रूरी मूलभूत सुविधाओं पर खर्च की जायेगी, ऐसा वर्मा ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा| इस निवेश पर भारतीय कंपनियों को तकरिबन १८ प्रतिशत परतावा मिलना ज़रूरी है, ऐसी माँग ‘ओएनजीसी विदेश लिमिटेड’ ने पेश किये हुए प्रस्ताव में की है| उसी समय, इस क्षेत्र में उत्खनन किया जानेवाला पूरा ईंधन-गैस भारतीय कंपनियाँ खरीदेंगी, ऐसा भरोसा ईरान को दिलाया गया है|

‘ओएनजीसी विदेश लिमिटेड’ की ओर से ईरान में किये जानेवाले निवेश में, ‘इंडियन ऑईल कॉर्पोरेशन’ और ‘ऑईल इंडिया’ ये भारतीय कंपनियाँ भी शामील हैं|

Leave a Reply

Your email address will not be published.