कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत भारत ने ७५ करोड़ डोज देने का रिकॉर्ड तोड़ दिया

भारत के इस तेज़ अभियान कीडब्ल्यूएचओने की सराहना

नई दिल्ली – भारत में कोरोना टीकाकरण का अभियान शुरू होकर २४१ दिन बीत चुके हैं और इस अभियान के तहत अब तक ७५ करोड़ से  अधिक डोज दिए गए हैं। विश्‍व में सबसे तेज़ टीकाकरण भारत में हो रहा है। मौजूदा स्थिति में भारत में प्रतिदिन ६८ लाख से अधिक लोगों को टीका लगाया जा रहा है। सोमवार को शाम सात बजे तक कुल ६७.०४ लाख लोगों को वैक्सीन का डोज दिया गया। ७५ करोड़ से अधिक डोज प्रदान करने का अहम चरण पार करने के बाद सभी स्तरों पर भारत के टीकाकरण की सराहना हो रही है और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी भारत के इस टीकाकरण अभियान की सराहना की है।

covid-vaccination-india-1सोमवार की शाम देश के टीकाकरण अभियान के तहत ७५ करोड़ डोज प्रदान करने का मुकाम हासिल हुआ। मात्र १३ दिनों के दौरान देश में कोरोना के १० करोड़ डोज दिए गए हैं। बीते २६ दिनों में कुल २० करोड़ लोगों का टीकाकरण हुआ है। अगस्त में १८ करोड़ से अधिक लोगों को वैक्सीन के डोज दिए गए थे। १६ जनवरी के दिन देश में कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरूआत हुई थी। शुरूाअत में केवल डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मी और दूसरे चरण में फ्रन्ट लाईन वर्कर्स का टीकाकरण शुरू किया गया था। पहले १० करोड़ डोज प्रदान करने के लिए ८५ दिन का समय लगा था।

२१ जून से टीकाकरण की नई नीति के तहत केंद्र सरकार ने स्वयं ही १८ से ४४ आयु वर्ग के नागरिकों का भी टीकाकरण शुरू किया था। इसके अनुसार राज्यों को वैक्सीन की आपूर्ति की जाने लगी। इसके बाद टीकाकरण का यह अभियान अधिक गतिमान होता हुआ दिखाई दिया। बीते कुछ दिनों से रोज़ाना औसतन ६८ लाख से अधिक लोगों को टिका लगाया जा रहा है। इसके अलावा, अब तक दो बार एक ही दिन में १ करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाया गया है। ५६ करोड़ ९५ लाख ७७ हज़ार से अधिक लोगों को वैक्सीन का पहला डोज और १८ करोड़ १४ लाख ६३ हज़ार से अधिक लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज लगाए गए हैं। ९९ प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मी और फ्रन्ट लाईन वर्कर्स को अब तक वैक्सीन का पहला टीका लगाया गया है।

सरकार द्वारा घोषित आँकड़ों के अनुसार १ करोड़ ३ लाख ६४ हज़ार कर्मियों को वैक्सीन का एक डोज और ८६ लाख ११ हज़ार कर्मियों को वैक्सीन के दोनों डोज लगाए गए हैं। साथ ही १.८३ करोड़ से अधिक फ्रन्ट लाईन वर्कर्स को वैक्सीन का पहला डोज लगाया गया है और १.४१ करोड़ लोगों को दोनों टीके लगाए गए हैं। इसके साथ ही १८ से ४४ आयु वर्ग के नागरिकों का सबसे अधिक मात्रा में टीकाकरण हुआ है। इस आयु वर्ग के ३०.२६ करोड़ लोगों को पहला डोज और ४ करोड़ ५२ लाख ८७ हज़ार लोगों को दोनों डोज दिए गए हैं। इसके अलावा ४५ से ५९ आयु वर्ग के तकरीबन १४.४६ करोड़ लोगों को पहला टीका लगाया गया है और ६.३७ करोड़ लोगों को दोनों टीके लगाए गए हैं। ६० वर्ष से अधिक आयु वर्ग के ९ करोड़ ३६ लाख से अधिक लोगों को पहला टीका और ४.८७ करोड़ लोगों को दोनों टीके लगाए गए हैं।

देश में सबसे तेज़ टीकाकरण उत्तर प्रदेश में हो रहा है। इस राज्य के टीकाकरण अभियान की गति अमरीका, मेक्सिको, कनाड़ा और रशिया से भी अधिक है। उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन औसतन ११.७३ लाख टीके लगाए जा रहे हैं। वहीं, अमरीका में प्रतिदिन औसतन ८ लाख टीके लगाए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में अब तक ८ करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाया गया है। इसके बाद महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान में क्रमश: अनुसार प्रतिदिन औसतन ७.६ लाख, ४.८० लाख, ३.७१ लाख और ४.५ लाख लोगों का टीकाकरण हो रहा है। महाराष्ट्र में अब तक लगभग ७ करोड़ नागरिकों को टीका लगाया गया है।

इसी बीच, दादरा-नगर हवेली, दिव, दमन, गोवा, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, लक्षद्विप, सिक्कीम जैसे छोटे राज्यों और केंद्रीय प्रदेशों में १०० प्रतिशत नागरिकों को वैक्सीन का कम से कम १ टीका लगाया गया है। इन राज्यों में कोरोना संक्रमण की गति कम हुई है। नए मामले सामने आने की मात्रा ना के बराबर हैं। इसका प्रमुख कारण इन राज्यों और केंद्रीय प्रदेशों में वहां की जनसंख्या की तुलना में टीकाकरण का स्तर अच्छा होने का विशेषज्ञों का कहना है।

टीकाकरण इसी गति से जारी रहा तो दिसंबर के अन्त तक और ९० लाख टीके लगाए जाएँगे। साथ ही कम से कम ४५ प्रतिशत नागरिकों को वैक्सीन के दोनों डोज प्राप्त हुए होंगे, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। इसके साथ ही भारत जल्द ही वैक्सीन के १०० करोड़ डोज प्रदान करने का स्तर पार करेगा, इस ओर भी विशेषज्ञ ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.