भारत-बांगलादेश के संबंध दक्षिण एशिया के लिए आदर्श हैं – विदेशमंत्री एस.जयशंकर

भारत-बांगलादेशनई दिल्ली – विश्‍व में बहुत कम देश ऐसे हैं जिनके संबंध बंधुत्व के एवं करीबी हैं। भारत और बांगलादेश के संबंध इन्हीं में से एक हैं। भारत और बांगलादेश इन पड़ोसी देशों के संबंध एशिया के लिए आदर्श हैं, यह बयान विदेशमंत्री एस.जयशंकर ने किया है। सोमवार को भारत ने बांगलादेश को 10 ‘ब्रॉडगेज इंजन’ प्रदान किए। वीडियो कान्फरन्सिंग के माध्यम से इस समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान विदेशमंत्री एस.जयशंकर बोल रहे थे। इसी पृष्ठभूमि पर वर्ष 1971 मे हुई जंग में पाकिस्तान ने किए नरसंहार के मुद्दे पर पाकिस्तान अब बांगलादेश से माँफ़ी माँगे, यह बयान बांगलादेश के विदेशमंत्री ने किया।

सोमवार को भारत ने बांगलादेश को 10 इंजन प्रदान किए। वीडियो कान्फरन्सिंग के ज़रिये विदेशमंत्री एस.जयशंकर और रेलमंत्री पियुष गोयल ने हरी झंड़ी दिखाई। इस दौरान बांगलादेश की ओर से विदेशमंत्री ए.के.अब्दुल मोमेन और रेलमंत्री मोहम्मद इस्लाम उपस्थित थे। इस वजह से भारत और बांगलादेश की कनेक्टिविटी एवं व्यापार बढ़ने में सहायता होगी, यह विश्‍वास व्यक्त किया जा रहा है। भारत ने बांगलादेश को प्रदान की हुई यह सहायता ‘नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी’ का हिस्सा है।

भारत-बांगलादेश

वर्ष 1996 में भारत और बांगलादेश के बीच रेल नेटवर्क के निर्माण की शुरूआत हुई। वर्ष 1965 की जंग के बाद भारत और बांगलादेश के बीच बंद किए गए सात रेल मार्ग दुबारा शुरू किए जा रहे हैं। इनमें से चार मार्ग शुरू हो चुके हैं और तीन मार्गों पर निर्माण कार्य जारी है। यह तीन मार्ग भूटान और नेपाल से भी जुड़े रहेंगे, यह बयान रेलमंत्री गोयल ने दिया। बीते वर्ष बांगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसिना ने भारत की यात्रा की थी। इस दौरान दोनों देशों ने रेल इंजन के मुद्दे पर चर्चा की थी। भारत ने बांगलादेश को अब तक 42 रेल इंजन और 120 बोगीज्‌ प्रदान की हैं। यह सहयोग आगे भी बरकरार रहेगा, यह विश्‍वास रेलमंत्री ने व्यक्त किया।

भारत और बांगलादेश के बीच बढ़ रहा यह सहयोग दक्षिण एशियाई क्षेत्र के लिए आदर्श है, यह बात विदेशमंत्री एस.जयशंकर ने इस दौरान कही। दोनों देश अपने संबंधों की कथा सुवर्ण अक्षरों में लिखेंगे, यह विश्‍वास भी भारतीय विदेशमंत्री ने इस दौरान व्यक्त किया। बांगलादेश की अर्थव्यवस्था का विकास हो रहा है और बांगलादेश से भारत में हो रही निर्यात में भी बढ़ोतरी हो रही है। बीते वर्ष की तुलना में इस निर्यात में 43% बढ़ोतरी होने की ओर भी जयशंकर ने ध्यान आकर्षित किया। साथ ही भारत का बांगलादेश को हो रहा आर्थिक सहयोग कायम रहेगा, यह बयान भी एस.जयशंकर ने आगे दिया। भारत और बांगलादेश के बीच बढ़ रहे सहयोग की वज़ह से दोनों देशों में कनेक्टिविटी और व्यापार में बढ़ोतरी के लिए सहायता होगी, यह दावा भी उन्होंने किया।

इसी बीच, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने बांगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसिना के सामने जम्मू-कश्‍मीर का मुद्दा उपस्थित किया था। बांगलादेश ने इस ओर अनदेखा किया था। इस पर भारत ने भी पाकिस्तान को फटकार लगाई थी। इसके बाद बांगलादेश के विदेशमंत्री ने पाकिस्तान को वर्ष 1971 की जंग में किए नरसंहार किया।

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