चीनी सरहद के नज़दीक भारत-अमरीका का संयुक्त ‘युद्ध अभ्यास’

नई दिल्ली, दि. १२ (पीटीआय) –  ‘एनएसजी’ में प्रवेशप्राप्ति के साथ अन्य मुद्दों पर भारत और चीन में बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर, १४ सितंबर से भारत और अमरीका के बीच संयुक्त सेना-अभ्यास शुरू होने जा रहा है| ‘युद्ध-अभ्यास’ इस नाम से जाना जानेवाला यह अभ्यास चीन की सरहद के नज़दीक उत्तराखंड में होनेवाला है| इसलिए इस अभ्यास को विशेष महत्त्व प्राप्त हुआ है| इससे पहले भी, भारत द्वारा चीन के सीमाक्षेत्र के नज़दीक की जा रही लष्करी सिद्धता पर चीन ने कड़ा विरोध जताया था|

india-us-military-exerciseभारत और अमरीका के बीच होनेवाला यह १२ वाँ सेनाअभ्यास है| इस वक्त भारत के ‘सेंट्रल कमांड हेडक्वार्टर्स’ की अगुवाई में यह अभ्यास आयोजित किया गया है| १४ से २७ सितंबर के बीच होनेवाला यह अभ्यास ‘एक्सरसाईज ‘युद्ध-अभ्यास’ २०१६’ के नाम से संपन्न होनेवाला है| उत्तराखंड के चौबटिया के पहाड़ी इलाके में होनेवाले इस अभ्यास में, आतंकविरोधी और अलगाववादी गुटों के खिलाफ़ कार्रवाई पर ज़ोर दिया जानेवाला है|

इस अभ्यास में भारत और अमरीका इन दोनो देशों के कुल २२५ जवान शामिल होनेवाले हैं| भारतीय सेना की ‘काँगो ब्रिगेड’ इस अभ्यास में शामिल होनेवाली है| ‘एक्सरसाईज युद्ध-अभ्यास-२०१६’ यह दोनो देशों के बीच दीर्घकालीन रक्षा सहयोग का महत्त्वपूर्ण पड़ाव है, ऐसी जानकारी सेना के अधिकारियों ने दी| इसमें एकदूसरे का लष्करी संगठन, हथियार, कार्रवाइयों के तरीक़े इन जैसीं जानकारियों का आदानप्रदान होनेवाला है, ऐसा सेना द्वारा स्पष्ट किया गया है|

भारत और अमरीका के बीच रक्षा क्षेत्र में हुए ‘लॉजिस्टिक’ समझौते के बाद होनेवाला यह पहला बड़ा युद्धसराव है| यह ‘लॉजिस्टिक’ समझौता दोनो देशों के बीच बढ़ते रक्षासहयोग के साथ साथ, चीन को टक्कर देने की योजना का महत्त्वपूर्ण पड़ाव माना जा रहा है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.