युरेनियम संवर्धन बढ़ाकर ईरान इस्रायल के दोनों हाथ तोड़ेगा – ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी

तेहरान – ईरान ‘प्रगत ‘आयआर-६’ सेंट्रिफ्यूजेस के ज़रिये युरेनियम संवर्धन बढ़ाकर ६० प्रतिशत करके अपने खिलाफ साज़िश कर रहे इस्रायल के दोनों हाथ तोड़ देगा। युरेनियम का संवर्धन ही इस्रायल की शैतानी हरकतों पर ईरान का जवाब होगा’, ऐसा ऐलान ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने किया। ईरान के नातांज़ परमाणु प्रकल्प की घटना एक परमाणु आतंकवाद ही था, ऐसा आरोप राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने लगाया। साथ ही परमाणु समझौते का भविष्य अमरीका के हाथों में होने का इशारा भी ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने दिया है।

नातांज़ परमाणु प्रकल्प की घटना से ईरान बेचैन होने की बात दिख रही है। रविवार की सुबह को इस प्रकल्प में हुआ ब्लैक आऊट मात्र एक दुर्घटना होने के दावे कर रहे ईरान ने इसके पीछे इस्रायल का ही हाथ होने के आरोप खुलेआम लगाना शुरू किया है। हमारे परमाणु प्रकल्प पर हुआ हमला यानी परमाणु आतंकवाद होने का आरोप ईरान ने किया था। ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने भी बुधवार के दिन यही आरोप लगाते समय इस्रायल ने ईरान को बड़ा नुकसान पहुँचाने की योजना बनाई थी, ऐसा कहा।

वियना में फिलहाल अमरीका और ईरान की परमाणु समझौते के मुद्दे पर अप्रत्यक्ष बातचीत हो रही है। राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने इस चर्चा का भी ज़िक्र किया। ‘इस चर्चा में ईरान नाकाम हो, अमरीका के साथ हो रही बातचीत में ईरान के हाथ खाली रहें, इसी उद्देश्‍य से इस्रायल ने नातांज़ परमाणु प्रकल्प में हमला करने की योजना बनाई थी। लेकिन, ईरान के हाथ भरे ही रहे’, ऐसा कहकर नातांज की घटना के बाद ईरान का कुछ भी नहीं बिगड़ा है, ऐसा दावा राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने किया।

‘नातांज़ प्रकल्प में नष्ट हुए ‘आयआर-१’ सेंट्रिफ्यूजेस के स्थान पर प्रगत ‘आयआर-६’ सेंट्रिफ्यूजेस का इस्तेमाल किया जाएगा। ईरान युरेनियम का संवर्धन बढ़ाकर ६० प्रतिशत करेगा। इन दोनों घटनाओं के कारण ईरान के खिलाफ उठे इस्रायल के दोनों हाथ तोड़े जाएँगे। इस्रायल की शैतानी हरकतों को ईरान का यह जवाब मिलेगा’, ऐसा ऐलान रोहानी ने किया।

इसके बाद राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने वियना में हो रही बातचीत में शामिल अमरीका के सामने ईरान को प्रतिबंधों से मुक्त करने की माँग की। अमरीका ने सारे प्रतिबंध हटाए तो ही ईरान वर्ष २०१५ में किए गए परमाणु समझौते का पालन करेगा। इस वजह से इस परमाणु समझौते का भविष्य अब अमरीका के ही हाथों में होने का बयान करके रोहानी ने ईरान पीछे नहीं हटेगा, यह बात ड़टकर कही।

इसी बीच, परमाणु प्रकल्प में जारी युरेनियम संवर्धन इतनी बड़ी मात्रा में बढ़ाने का राष्ट्राध्यक्ष रोहानी का ऐलान वर्ष २०१५ के परमाणु समझौते का उल्लंघन होगा, ऐसा दावा अंतरराष्ट्रीय माध्यम कर रहे हैं। लेकिन, अमरीका हमारी माँगे मंजूर करने तक ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम में किसी भी तरह का बदलाव करने के लिए तैयार ही नहीं होगा। यही बात राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने अमरीका को दिए इस नए इशारे से नए से स्पष्ट हो रही है।

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