‘आयएमएफ’ ने की भारत के ‘आत्मनिर्भर कार्यक्रम’ की सराहना

नई दिल्ली – अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आयएमएफ) ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ कार्यक्रम की सराहना की है। इस कार्यक्रम की वजह से भारत का लगातार विकास होगा, यह विश्‍वास ‘आयएमएफ’ ने व्यक्त किया। लेकिन, इसके लिए मुख्य क्षेत्रों की नीति और सुधार पर ध्यान देने की सलाह भी ‘आयएमएफ’ ने दी है।

कोरोना के संकट के दौर में भारत सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए आर्थिक पैकेज का ऐलान किया था। छोटे व्यापारी, दुकानदार, किसान, उद्योजक इन सभी लोगों के लिए इस निर्णय में प्रावधान किया गया था। साथ ही निवेष बढ़ाने के नज़रिए से कुछ अहम निर्णय किए गए। कुछ क्षेत्र विदेशी निवेषकों के लिए अधिक खुले किए गए। साथ ही भारत को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर करने के लिए बढ़ावा दिया गया।

भारत के इस ‘आत्मनिर्भर कार्यक्रम’ की ‘आयएमएफ’ के ‘कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट’ की संचालक गेरी राईस ने सराहना की है। इस आर्थिक पैकेज और आत्मनिर्भर कार्यक्रम से भारतीय अर्थव्यवस्था के खतरों को कम किया गया है। इसी कारण भारत सरकार का यह कदम काफी अहम था, यह बयान राईस ने किया है।

भारत का यह कार्यक्रम ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ के लिए है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत को अहम भूमिका निभानी है, यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। इस बात की याद भी राईस ने दिलाई। लेकिन, यह उद्देश्‍य प्राप्त करने के लिए भारत को वैश्विक सप्लाई चेन से जुड़ने के लिए सहायक साबित होंगी, ऐसी नीतियों को प्राथमिकता देनी होगी। व्यापार, निवेश, तकनीक का आधार लेना होगा, यह बात भी राईस ने कही।

भारत को अपने स्वास्थ्य सुविधा क्षेत्र की ओर ध्यान देना होगा। इसके लिए लागत भी बढ़ानी होगी। इसके अलावा रचनात्मक सुधार पर जोर देना आवश्‍यक रहेगा। बुनियादी सुविधाएं, उत्पादन बाज़ार और श्रमिकों से संबंधित सुधार करने पर काम करना होगा, इस ओर भी राईस ने ध्यान आकर्षित किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published.