ईरान के साथ परमाणु चर्चा असफल हुई, तो अमरीका अन्य विकल्पों का विचार करेगी – अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष का इस्रायल के प्रधानमंत्री को आश्वासन

वॉशिंग्टन – ‘वियना में ईरान के साथ जारी परमाणु समझौते की चर्चाओं को अमरीका प्राथमिकता दे रही है। अगर इस मोरचे पर असफलता मिली, तो अमरीका अन्य विकल्पों का विचार करेगी’, ऐसा आश्वासन अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने इस्रायल के प्रधानमंत्री बेनेट के साथ हुई चर्चा में दिया। इन अन्य विकल्पों के बारे में जानकारी बायडेन प्रशासन ने सार्वजनिक नहीं की; वहीं ‘इस्रायल यानी खाड़ी क्षेत्र की अमरीका और ईरान यानी भ्रष्टाचार से नष्ट होनेवाली सोवियत रशिया की हुकूमत है’, ऐसा कहकर इस्रायल के प्रधानमंत्री ने बायडेन को ईरान के मुद्दे पर चेतावनी दी दिख रही है।

iran-nuclear-talks-us-1ईरान का परमाणु कार्यक्रम और खाड़ी क्षेत्र की अन्य गतिविधियों पर चर्चा करने के लिए इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट अमरीका के दौरे पर हैं। पिछले दस साल पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू के कार्यकाल में, अमरीका और इस्रायल के बीच संबंध मित्रतापूर्ण नहीं थे। इसके लिए ओबामा प्रशासन ने ईरान के संदर्भ में अपनाई नीति ज़िम्मेदार साबित हुई थी। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका और इस्रायल के बीच सहयोग पहले जैसा करने की दृष्टि से प्रधानमंत्री बेनेट के इस अमरीका दौरे की ओर देखा जा रहा था।

प्रधानमंत्री बेनेट और राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के बीच यह पहली मुलाकात थी। लेकिन अफगानिस्तान में हुए आत्मघाती विस्फोट के बाद गुरुवार को आयोजित की बैठक शुक्रवार तक स्थगित कर दी गई थी। व्हाईट हाऊस में संपन्न हुई इस बैठक में, ईरान से होनेवाला खतरा और ईरान को परमाणु-अस्त्र-सिद्ध न होने देने के बारे में अमरीका की वचनबद्धता; इन मुद्दों पर प्रधानमंत्री बेनेट से चर्चा हुई, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने माध्यमों के सामने कहा। साथ ही, अमरीका परमाणु समझौते के लिए ईरान के साथ जारी चर्चाओं को प्राथमिकता दे रही है, ऐसी घोषणा भी बायडेन ने की। अगर यह चर्चा असफल साबित हुई, तो अमरीका अन्य विकल्पों पर विचार करेगी’, ऐसा बायडेन ने कहा।

‘राजनीतिक चर्चाओं का इस्तेमाल करके ईरान को परमाणु-अस्त्र-सिद्ध बनने नहीं दिया जाएगा, इस बारे में बायडेन अड़िगतापूर्वक कह रहे हैं। लेकिन अगर इससे काम नहीं हुआ, तो अन्य विकल्प भी उपलब्ध हैं’, ऐसी कठोर भूमिका इस्रायल के प्रधानमंत्री बेनेट ने माध्यमों के सामने प्रदर्शित की बताई जाती है। इस बैठक का सारा विवरण अभी सामने नहीं आया है। लेकिन प्रधानमंत्री बेनेट ने राष्ट्राध्यक्ष बायडेन के सामने, ईरान के विरोध में ‘डेथ बाय थाऊजंड् कट्स’ की नीति रखे होने का दावा अमरिकी न्यूज़ एजेंसी ने इस्रायली अधिकारियों के हवाले से किया।

ईरान पर एक ही ठेंठ हमला करने के बजाए अलग-अलग लष्करी और राजनीतिक मोरचे शुरू करने के विकल्प इस्रायल के प्रधानमंत्री ने सूचित किए। इस समय प्रधानमंत्री बेनेट ने इस्रायल की तुलना १९८० के दशक की महासत्ता अमरीका और ईरान की हुकूमत की तुलना सोवियत रशिया के साथ करके अलग संकेत दिए हैं, ऐसा इस्रायली अधिकारियों का कहना है। साथ ही, अगर खाड़ी क्षेत्र में ईरान की आक्रामकता को तोड़ देना है, तो अमरीका इराक-सीरिया से सेनावापसी ना करें, ऐसा सुझाव बेनेट ने दिया।

अफगानिस्तान के बाद बायडेन इराक से अमरीका की सेना की पूरी तरह वापसी करनेवाले हैं, ऐसी चर्चा है। इस पृष्ठभूमि पर इस्रायल के प्रधानमंत्री ने यह आवाहन किया दिख रहा है।

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