अमरीका ने सेना पीछे नहीं हटाई, तो अफ़गानिस्तान में भीषण संघर्ष शुरू होगा – तालिबान की अमरीका और नाटो को चेतावनी

काबुल/इस्लामाबाद – १ मई से पहले अगर अमरीका और नाटो ने अफ़गानिस्तान से अपनी सेना नहीं हटाई, तो तीव्र संघर्ष शुरू होगा, ऐसी धमकी तालिबान ने दी है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन अफ़गानिस्तान से सेना को हटाने पर पुनर्विचार कर रहे हैं, ऐसी खबरें प्राप्त हो रही हैं। इसपर तालिबान ने भीषण संघर्ष शुरू होने की धमकी दी है। वहीं, अमरीका ने दोहा में हुए समझौते के अनुसार अफ़गानिस्तान से अपनी सेना हटाने का ऐलान किया था। वह समझौता ही, अब तालिबान द्वारा जारी हिंसा के कारण टूटा होने का बयान करके अफ़गान सरकार ने, अमरीका की सेना की वापसी के लिए स्थिति अनुकूल ना होने पर ध्यान आकर्षित किया है।

us-afghanistan-taliban-natoअमरीका और तालिबान के बीच हुए युद्धविराम समझौते का एक वर्ष पूरा हुआ है। इस पृष्ठभूमि पर, अमरीका ने अफ़गानिस्तान के मसले पर नियुक्त किए हुए विशेष दूत झल्मे खलिलझाद अफ़गानिस्तान पहुँचे हैं और जल्द ही वे कतार जायेंगे। खलिलझाद कतार में तालिबान के नेताओं से मुलाकात करने की संभावना है। ऐसी स्थिति में तालिबान ने अमरीका और नाटो को चेतावनी दी है। इसी बीच, तालिबान ने अमरीका को एक साल पहले किए समझौते की याद दिलाई है।

us-afghanistan-taliban-nato‘अफ़गानिस्तान में शांति और स्थिरता स्थापित करने के लिए दोहा में यह समझौता हुआ था। लेकिन, अगर इस समझौते पर अमल नहीं होता है, तो तालिबान भी इस समझौते का पालन नहीं करेगा’, ऐसी धमकी तालिबान ने दी है। इस समझौते के अनुसार अमरीका और नाटो ने १४ महीनों में, अफ़गानिस्तान से तैनात सेना को हटाने की बात स्वीकारी थी। अमरीका के तत्कालीन राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे मंज़ुरी देकर, अफ़गानिस्तान से अमरिकी सेना की वापसी का ऐलान किया था। इसपर हाल ही में अमरिकी सेना ने अफ़गानिस्तान से वापसी करना शुरू भी किया था।

लेकिन, अमरीका में सरकार बदलने के बाद राष्ट्राध्यक्ष बने ज्यो बायडेन ने अफ़गानिस्तान से शुरू हुई सेना की वापसी बंद करने के आदेश दिए। साथ ही, इस युद्धविराम समझौते पर पुनर्विचार करने के बाद ही अगला निर्णय करने का ऐलान भी बायडेन प्रशासन ने किया हैं। अमरीका के इस ऐलान का नाटो ने स्वागत किया। हाल ही में हुई नाटो की बैठक में भी, अफ़गानिस्तान से सेना की वापसी ना करने की बात नाटो के प्रमुख स्टोल्टनबर्ग ने ड़टकर कही है। us-afghanistan-taliban-natoइस वजह से गुस्सा हुए तालिबान ने अमरीका को, एक वर्ष पहले किए समझौते की याद दिलाकर, १ मई तक सेना की वापसी करना आवश्‍यक होने की चेतावनी दी।

इसी बीच, अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी के वरिष्ठ सलाहकार हाजी नझीर अहमदझाई ने, युद्धविराम के मुद्दे पर तालिबान की आलोचना की। दोहा में तय हुएनुसार तालिबान ने अफ़गानिस्तान में युद्धविराम का पालन नहीं किया है। बीते वर्ष से अफ़गानिस्तान में हो रहें तालिबान के हमलों में बढ़ोतरी हुई है। इस कारण, यदि युद्धविराम ही मौजूद ना हों, तो बातचीत में समय बरबाद करने में क्या मतलब है, यह सवाल अहमदझाई ने रशियन न्यूज़ एजेंसी से की हुई बातचीत के दौरान किया।

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