‘भारतीय वायुसेना के अधिकारी तैयार रहें’ : वायुसेनाप्रमुख की सूचना

नई दिल्ली, दि. २० : सूचना मिलने के बाद अल्प समय में उपलब्ध हथियारों के साथ मुहिम चलाने के लिये तैयार रहें, ऐसा आदेश देने वाला पत्र वायुसेनाप्रमुख बी.एस. धनोआ ने वायुसेना के १२ हजार अधिकारियों को भेजा है| ३० मार्च को भेजे गये इस पत्र की जानकारी अब सामने आयी है| देश के सामने होनेवालीं रक्षासंबंधित चुनौतियों को ध्यान में रखकर वायुसेनाप्रमुख ने अपने अधिकारियों को सजग रहने की यह चेतावनी दी है, ऐसा दिख रहा है| इससे पहले भारतीय रक्षादल के इतिहास में केवल दो बार रक्षादलप्रमुख ने इस तरह से अपने सभी अधिकारियों को पत्र भेंजकर सतर्क किया था|

वायुसेनापिछले साल वायुसेना के पठानकोट अड्डे पर आतंकवादी हमला हुआ था| ‘इसके पश्चात् भारतीय रक्षादल को आतंकवादी लक्ष्य बना सकते हैं’, ऐसी चेतावनी खुफिया एजन्सियों द्वारा दी गई थी| साथ ही, आनेवाले समय में पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों ने भारत पर बड़ा आतंकवादी हमला किया, तो भारत का संयम टूट सकता है और दोनो देशों में युद्ध भड़केगा, ऐसी चेतावनी अमरीका के वरिष्ठ अधिकारी लगातार दे रहे हैं| उसी में, जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के कारनामें बढ़ रहे हैं| इस पृष्ठभूमि पर, वायुसेनाप्रमुख ने यह पत्र भेंजकर वायुसेना के १२ हजार अधिकारियों के सजग रहने की चेतावनी देने की बात उजागर हुई है|

सूचना मिलने के बाद अल्प अवधि में उपलब्ध रहे संसाधन के आधार पर मुहिम चलाने के लिये तैयार रहें, ऐसा इस पत्र में वायुसेनाप्रमुख ने कहा है| इसके साथ ही, किसी भी प्रकार का संकट आकस्मिक रूप में सामने आ सकता है, इसका एहसास दिलाकर वायुसेनाप्रमुख ने इस पत्र में, अपारंपरिक खतरों का सामना करने की तैयारी रखें, ऐसा संदेश दिया है| इसके साथ ही, वसीलेबाज़ी और लैंगिक अत्याचार के मामलों से वायुसेना की प्रतिष्ठा बाधित हुई है, ऐसा कहकर, इन चीजों से दूर रहने की सूचना वायुसेनाप्रमुख ने आधिकारियों को अपने पत्र द्वारा दी है|

इससे पहले १ मई १९५० को तत्कालीन जनरल के. एम. करिअप्पा ने, तथा १ फरवरी १९८६ को तत्कालीन जनरल के. सुंदरजी ने जवानों को इसी प्रकार का पत्र भेजकर तैयार रहने की सूचना दी थी| सन १९८६ के बाद पहली ही बार भारतीय रक्षादलप्रमुख ने अधिकारियों को इस प्रकार की सूचना देने की बात सामने आयी है| यह बात ग़ौरतलब है, देश की सुरक्षा के सामने होनेवाली कड़ीं चुनौतियाँ इससे उजागर हुई हैं|

कुछ दिन पहले फ्रान्स से खरीदे जा रहे पाँचवीं श्रेणी के ३६ ‘रफायल’ लड़ाकू विमान पाकिस्तान एवं चीन का सामना करने के लिये तैनात किये जायेंगे, इस प्रकार की खबर प्रकाशित की गई थी| यह महज़ संजोग नहीं, बल्कि भारतीय रक्षादलों ने बदलते रक्षासंबंधित हालातों की गंभीर दखल ली होने का संदेश इससे मिल रहा है|

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