अमरीका और इस्रायल की ‘हुश-हुश’ डिप्लोमसी शुरू होगी

रोम – ईरान के साथ परमाणु समझौते के मुद्दे पर अमरीका और इस्रायल के बीच मतभेद दूर करने के लिए दोनों देशों ने नया राजनीतिक सहयोग स्थापित करने के संकेत दिए हैं। इसके लिए अमरीका और इस्रायल के विदेशमंत्रियों की खास बैठक इटली स्थित रोम में आयोजित होगी। इस दौरान ‘हुश-हुश डिप्लोमसी’ यानी गोपनीय स्तर की राजनीतिक चर्चा होगी। परमाणु समझौते के मुद्दे पर ईरान को अलग-थलग करने के मुद्दे पर इस बैठक में चर्चा होगी, यह दावा किया जा रहा है। चौबीस घंटे पहले ही अमरिकी विदेशमंत्री ने परमाणु समझौते के मुद्दे पर ईरान को इशारा देकर इससे संबंधित संकेत दिए हैं।

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने ईरान के साथ परमाणु समझौते के मुद्दे पर शुरू की हुई बातचीत पर इस्रायल के पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू नाराज़ थे। इस बातचीत से ईरान का परमाणु कार्यक्रम बंद नहीं होगा, यह दावा नेत्यान्याहू ने किया था। साथ ही ईरान को परमाणु बम निर्माण करने नहीं देंगे, चाहे इसके लिए अमरीका ने साथ ना दे, तब भी चलेगा, यह ऐलान इस्रायल के पूर्व प्रधानमंत्री ने किया था। इस वजह से बायडेन प्रशासन और इस्रायल के बीच तीव्र मतभेद निर्माण हुए थे। लेकिन, दो हफ्ते पहले इस्रायल में सरकार बनानेवाले प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने अमरीका के साथ संबंध सुधारने की कोशिश करने का ऐलान किया।

ईरान के परमाणु समझौते के मुद्दे पर अमरीका और इस्रायल की चर्चा का नया पर्व शुरू हो सकता है, ऐसा बयान इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने दो दिन पहले ही किया था। इस्रायल के विदेशमंत्री एयर लैपीड की इटली यात्रा भी अमरीका के साथ इस नए सहयोग पर आधारित होने की बात कही जा रही है। इटली की राजधानी रोम में अमरीका के विदेशमंत्री ब्लिंकन और इस्रायल के विदेशमंत्री लैपीड के बीच ईरान और गाज़ापट्टी के मुद्दे पर अहम बैठक हो रही है।

अमरीका और इस्रायल के विदेशमंत्रियों की यह बैठक ‘हुश-हुश डिप्लोमसी’ पर आधारित होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। इस चर्चा के लिए काफी बड़ा उद्देश्‍य रखने के बजाय छोटे उद्देश्‍य प्राप्त करने पर बातचीत होगी, ऐसा कहा जा रहा है। इस्रायल और पैलेस्टाइन की रुकी हुई शांतिवार्ता फिर से शुरू करने पर भी इस बैठक में निर्णय होने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही हमास के संघर्ष में अहम भूमिका निभानेवाले ‘आयर्न डोम’ के लिए अमरीका आर्थिक सहायता का ऐलान कर सकती है।

कुछ घंटे पहले फ्रान्स के दौरे पर होते हुए अमरिकी विदेशमंत्री ने परमाणु समझौते में शामिल होने के लिए ईरान के हाथों में अब काफी कम समय होने का इशारा दिया था। ईरान को इशारा देकर अमरीका ने इस्रायल की बेनेट-लैपीड सरकार के साथ सहयोग करने के संकेत दिए थे।

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