येमन में दखलअंदाजी की, तो तुर्की की हालत सऊदी जैसी ही होगी – हाउथी बागियों की चेतावनी

yemen-interference-turkey-saudiसना – ‘येमन के गृहयुद्ध में अगर तुर्की ने दखलअंदाजी करके अपने जवान भेजें, तो सऊदी अरब की तरह तुर्की को भी गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा। तुर्की को भी माफ़ नहीं किया जाएगा’, ऐसी चेतावनी हाउथी बागियों ने दी। तुर्की और सऊदी के संबंध सुधर रहे हैं। तुर्की का येमन में लष्करी निवेश भी इसी सहयोग का एक भाग होने का दावा लेबनीज अखबार ने हफ्ते भर पहले किया था। इसपर हाउथी बागियों ने तुर्की को यह चेतावनी दी।

येमन के ‘सुप्रीम पॉलिटिकल काऊन्सिल इन येमेन’ इस हाउथियों से जुड़े राजनीतिक गुट के वरिष्ठ सदस्य अब्दुल वाहिद अल-महबाशी ने ईरानी न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए तुर्की को धमकाया। ‘पिछले पाँच सालों से अधिक समय येमन में संघर्ष करानेवाले अमरीका, पर्शियन खाड़ी के अरब देश, उनके कॉन्ट्रैक्ट सैनिक और इन देशों के माध्यमों को नाकामयाबी का सामना करना पड़ा है। ईंधन के व्यवहारों पर अर्थव्यवस्था खड़ी होकर भी ये देश येमन में नाकाम साबित हुए हैं और उन्हें खुद ही तैयार किए कीचड़ से वापसी करनी पड़ रही है’, ऐसा महबाशी ने कहा है।

yemen-interference-turkey-saudiतुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप तय्यीप एर्दोगन येमन में चल रहे संघर्ष के लिए अपने जवानों की बलि नहीं देंगे। लिबिया और अझरबैजान-आर्मेनिया स्थित नागोर्नो-कराबाख के संघर्ष की तरह तुर्की येमन में भी कॉन्ट्रैक्ट जवानों का इस्तेमाल करेगा। क्योंकि येमन में अपने जवानों को भेजना एर्दोगन और उनकी सरकार के लिए अच्छा साबित नहीं होगा’, ऐसी चेतावनी महबाशी ने दी। ‘ इसके बावजूद भी अगर तुर्की ने येमन के संघर्ष में सहभाग लिया, तो इस देश के नेतृत्व के पास अक्लमंदी और दूरदर्शिता नहीं है यह साबित होगा। तुर्की के नेताओं को असमंजसता और संकुचित दृष्टि ने ग्रस्त किया है, यह इससे जगजाहिर होगा’, ऐसी आलोचना हाउथी बागियों के वरिष्ठ नेता ने की।

yemen-interference-turkey-saudiयेमन की दक्षिणी ओर के अफ्रीका के सोमालिया में इन दिनों चुनाव की तैयारी शुरू है। इस पृष्ठभूमि पर, तुर्की ने सोमालिया में लष्करी वाहन और हथियार उतारने की खबरें सामने आई थी। ये लष्करी वाहन और हथियारों का भंडार येमन के दक्षिणी ओर के केना बंदरगाह में दाखिल हुआ है। हाउथी बागियों के खिलाफ लड़नेवाले सऊदी समर्थक इसलाह इस बागी गुट की सहायता करने के लिए तुर्की ने यह हत्या और यह हथियारों का भंडार भेजा होने की जानकारी सामने आई थी। इसके अलावा सीरिया में तैनात तुर्की के कॉन्ट्रैक्ट सैनिक येमन के मारिब शहर में हाउथी विरोधी संघर्ष के लिए दाखिल हुए हैं, ऐसा दावा लेबनीज अखबार ने किया था।

तुर्की, सऊदी अथवा सोमालिया ने हाउथी बागी और लेबनीज अखबार की खबर पर प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन दो ही दिन पहले, येमन की सऊदी समर्थक सरकार के विदेश मंत्री सौदी अहमद अवाद बिन मुबारक ने, येमन में शांति स्थापित करने के लिए तुर्की कर रहे प्रयासों का स्वागत किया था। उस पृष्ठभूमि पर, हाउथी बागियों से तुर्की को दी गई धमकी गौरतलब साबित हो रही है।

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