हिज़बुल का सरगना सलाउद्दीन ‘आयएसआय’ का अधिकृत अधिकारी

नई दिल्ली – हिज़बुल मुज़ाहिद्दीन का सरगना सय्यद सलाउद्दीन और पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर यंत्रणा ‘आयएसआय’ के संबंध फिर एक बार पूरे सबूतों के साथ विश्‍व के सामने आया है। पाकिस्तान के वरिष्ठ नेता और अधिकारियों की तरह ‘आयएसआय’ सय्यद सलाउद्दीन को सुरक्षा प्रदान कर रही है और उसे सहुलियत भी दी जा रही है। यह बात भारतीय सुरक्षा यंत्रणा के हाथ लगे पाकिस्तान के कागज़ों से स्पष्ट हुई है। अगले महीने में ही ‘फायनान्शियल ऐक्शन टास्क फोर्स’ (एफएटीएफ) की बैठक होनी है। इससे पहले उजागर हुई यह जानकारी पाकिस्तान को ‘एफएटीएफ’ की ‘ब्लैक लिस्ट’ में शामिल करने के लिए अहम साबित हो सकती है।

hezbollahबीते कुछ वर्षों से जम्मू-कश्‍मीर में हिज़बुल का आतंकी नेटवर्क सक्रिय था। लेकिन, सुरक्षाबलों की बेबाक कार्रवाई की वजह से हिज़बुल का यही नेटवर्क तहस नहस किया गया था। अब यही हिज़बुल पाकिस्तान के कब्ज़े के कश्‍मीर में स्थित अड्डे पर फिरसे गतिविधियां बढ़ाने की जानकारी सामने आ रही है। भारतीय सेना एक ही समय पर ‘लाईन ऑफ ऐक्च्युअल कंट्रोल’ (एलएसी) पर चीन के साथ और ‘लाईन ऑफ कंट्रोल’ (एलओसी) पर पाकिस्तान से लड़ रही है। इसी का लाभ उठाकर हिज़बुल कश्‍मीर में अपना नेटवर्क निर्माण कर सकती है, यह दावा भारतीय सेना ने किया। उसी समय हिज़बुल का सरगना सलाउद्दीन के पाकिस्तान की ‘आयएसआय’ के साथ स्थापित संबंध स्पष्ट हुए हैं।

भारतीय सुरक्षा यंत्रणाओं को प्राप्त हुए दस्तावेजों से सलाउद्दीन ‘आयएसआय’ का अधिकृत अधिकारी होने की बात स्पष्ट हुई है। ‘आयएसआय’ के कमांडिंग अधिकारी वहाजत अली खान ने यह दस्तावेज़ जारी किए। इन दस्तावेज़ों पर सलाउद्दीन का नाम, वाहन क्रमांक दर्ज़ हैं और इसके ज़रिए सलाउद्दीन को सिक्युरिटी क्लिअरन्स दिया गया है और पाकिस्तान की सुरक्षा यंत्रणा उसे रोक नहीं सकती। सियासी नेता या सनदी अधिकारी एवं लष्करी वरिष्ठ अधिकारी की तरह ही मोस्ट वॉन्टेड़ आतंकी सलाउद्दीन को पाकिस्तान में सुरक्षा प्रदान की जा रही है। इस्लामाबाद स्थित ‘डायरेक्टरेट ऑफ इंटलिजन्स’ के दफ़्तर ने जारी किए इन दस्तावेज़ों की वैधता ३० दिसंबर, २०२० तक है।

अगले महीने में ‘एफएटीएफ’ की बैठक होगी। इस बैठक में पहले ‘आयएसआय’ और सलाउद्दीन के संबंध स्पष्ट करनेवाले दस्तावेज़ सामने आने से पाकिस्तान बड़ी मुश्‍किलों में फंसा हैं। कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री इम्रान खान ने ‘एफएटीएफ’ की ब्लैक लिस्ट में पाकिस्तान का समावेश हुआ तो पाकिस्तान की स्थिति ईरान से अधिक खराब होगी, यह चिंता व्यक्त की थी। साथ ही इसकी वजह से पाकिस्तान में महंगाई का विस्फोट होगा और बची-खुची अर्थव्यवस्था पू तरह से टूट जाएगी, यह ड़र इम्रान खान ने व्यक्त किया था। पाकिस्तान को ‘एफएटीएफ’ की ब्लैक लिस्ट में शामिल करने के लिए भारत पूरी तरह से कोशिश कर रहा है, यह आरोप भी इम्रान खान ने लगाया था।

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