हिज़बुल्लाह इस्रायल पर हररोज़ दो हज़ार रॉकेट के हमलें कर सकेगी – इस्रायल के वरिष्ठ अधिकारी का दावा

जेरूसलम – ‘गाज़ापट्टी में मौजूद हमास के आतंकियों ने मई महीने में इस्रायल पर प्रति दिन औसतन ४०० से भी अधिक रॉकेटस्‌ के हिसाब से ४,४०० रॉकेट हमलें किए थे। लेकिन, यदि लेबनान की आतंकी संगठन हिज़बुल्लाह के साथ संघर्ष शुरू हुआ तो इस्रायल पर हररोज़ कम से कम २ हज़ार रॉकेटस्‌ की बौछार होगी’, ऐसा इशारा इस्रायल के वरिष्ठ सेना अधिकारी ने दिया हैं। इस संभावना को ध्यान में रखकर ही इस्रायल के अंदरुनि सुरक्षा यंत्रणा अपनी तैयारी रखें, ऐसी सूचना भी इस इस्रायली अधिकारी ने प्रदान की हैं।

रॉकेट के हमलेंइस्रायल के होम फ्रंट कमांड के प्रमुख उरी गॉर्डिन ने अंतरराष्ट्रीय वृत्तसंस्था से बातचीत करते समय हिज़बुल्लाह के साथ युद्ध होने की संभावना जताई। ‘इस्रायल को हिज़बुल्लाह के साथ संघर्ष नही करना हैं। लेकिन, अगले दिनों में हिज़बुल्लाह के साथ संघर्ष होता हैं तो इस्रायल पर प्रति दिन १,५०० से २,५०० रॉकेटस्‌ के हमलें हो सकते हैं’, यह इशारा गॉर्डिन ने दिया। हमास ने मई महीने में इस्रायल पर किए हुए रॉकेट हमलों के पांच गुना अधिक रॉकेट हमलें हर दिन होंगे, यह संभावना भी गॉर्डिन ने जताई हैं।

वर्ष २००६ में इस्रायल और हिजबुल्लाह के बीच ३४ दिनों तक संघर्ष हुआ था। इस दौरान हिज़बुल्लाह ने इस्रायल की सीमा में छोटी दूरी के कम से कम चार हज़ार कत्यूशा रॉकेटस्‌ के हमलें किए थे। इन रॉकेट हमलों को रोकने में इस्रायली यंत्रणा असफल हुई और इस वजह से ओल्मर्ट की सरकार की जोरदार आलोचना भी हुई थी। इस संघर्ष में इस्रायली सेना ने १६० सैनिक खोए थे।

इसके बाद इस्रायल ने ‘आयर्न डोम’ यंत्रणा का निर्माण करके छोटी दूरी के रॉकेट हमलों को रोकने में बड़ी सफलता हासिल की। लेकिन, इस दौरान हिज़बुल्लाह ने भी अपने रॉकेटस्‌ और मिसाइलों की क्षमता बढ़ाई होने का दावा किया जा रहा हैं। हिज़बुल्लाह के बेड़े फिलहाल ४५ हज़ार से १.५ लाख रॉकेटस्‌ मौजूद होने की खबरें प्राप्त हुई थी। इस पृष्ठभूमि पर इस्रायल के वरिष्ठ अधिकारी ने दिए इस इशारे की गंभीरता बढ़ी हैं।

हिज़्बुल्लाह के पास एक लाख की फौज है – हसन नसरल्ला का इशारा 

रॉकेट के हमलेंबैरूत – लेबनान में मौजूद इरान से जुड़ी हिज़बुल्लाह की फौज में एक लाख आतंकी मौजूद हैं। इस संगठन का प्रमुख हसन नसरल्ला ने इस आँकड़े का ऐलान किया।

लेबनान में अपने राजनीतिक विरोधियों को धमकाने के लिए नसरल्ला ने यह जानकारी सार्वजनिक की है, ऐसा माध्यमों का कहना है। लेकिन, हिज़बुल्लाह की फौज का यह आँकड़ा लेबनीज सेना के समान होने की बात भी इससे स्पष्ट होने का दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं।

हिज़बुल्लाह के फौज के आँकड़ों में हुई यह बढ़ोतरी चौंका रही है। इस वजह से नसरल्ला का ऐलान इस्रायल और पश्‍चिमी देशों के लिए इशारा होने की चेतावनी इस्रायली विश्‍लेषक दे रहे हैं।

 

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