विदर्भ समेत मध्य भारत में भारी बारिश और बाढ़ से आफ़त

नागपूर/नवी दिल्ली – बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही मुसलाधार बारिश के चलते नर्मदा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है और मध्य प्रदेश में बनी बाढ़ की स्थिति में बीते २४ घंटों में १० लोगों की मृत्यु हुई है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से हज़ारों लोगों को सुरक्षित ज़गह पर स्थानांतरित किया गया है। इस राज्य में हो रही बारिश की वजह से महाराष्ट्र स्थित विदर्भ में भी बाढ़ की आफ़त का सामना करना पड़ रहा है। नागपुर, चंद्रपुर, गोंदिया, भंड़ारा, गड़चिरोली ज़िलों में बाढ़ की स्थिति बनी है। भंड़ारा और गोंदिया ज़िलों में वैनगंगा नदी उफान पर होने से स्थिति काफी गंभीर हुई है। इस पृष्ठभूमि पर रविवार के दिन पुणे से ‘एनडीआरएफ’ की चार टीम्स और भारतीय सेना का एक दल नागपुर रवाना हुआ है।

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मध्य प्रदेश की तरह ही गुजरात, राजस्थान, बिहार और ओडिशा में भी बारिश और बाढ़ की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ है। अरब सागर में कम दबाव का बेल्ट निर्माण होने से मध्य प्रदेश में मुसलाधार बारिश हो रही है। बीते २४ घंटों में हुई बारिश के दौरान १० लोगों की मृत्यु हुई है। राज्य में ४७ वर्ष के बाद नर्मदा नदी से बाढ़ की स्थिति निर्माण होने से होशंगाबाद, रायसेन, भोपाल, सिहोर, विदिषा, छिंदवाड़ा, बालाघाट, सियोनी, काठी सागर, शिवपुरी और उजैन ज़िलों में बाढ़ से बड़ा नुकसान हुआ है। इस बारिश की वजह से १२ ज़िलों के ४५४ गांव पानी में डूबे हुए हैं। बाढ़ की स्थिति देखकर ‘एनडीआरएफ’ और ‘सीडीआरएफ’ ने नदी किनारे के नागरिरकों को सुरक्षित जगह पर स्थानांतरित करना शुरू किया है। अब तक ११ हज़ार से  अधिक लोगों को सुरक्षित जगह पर स्थानांतरित करने की जानकारी अधिकारी ने साझा की। मध्य प्रदेश में भारी बारिश की वजह से अब तक १२९ लोग मृत हुए हैं।

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मध्य प्रदेश के सिओनी ज़िले के संजय सरोवर, महाराष्ट्र के गोंदिया ज़िले के पुजारीटोला और वानथड़ी प्रकल्प एवं पेंच, तोतलाडोह और चौराई के बाँधों से बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। इससे नागपुर, चंद्रपुर, गोंदिया, भंड़ारा, गड़चिरोली ज़िलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। गोंदिया के एक गांव मे फंसे हज़ार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगह पर स्थानांतरित किया गया है। अब तक १४८ गांवों के १८ हज़ार से अधिक लोगों को सुरक्षित जगह पर ले जाया गया है। बारिश से नागपुर और चंद्रपुर में बाढ़ की स्थिति अभी सामान्य नहीं हुई है। इससे एनडीआरएफ और भारतीय सेना का एक दल नागपुर रवाना हुआ है।

रविवार के दिन गुजरात में हुई बारिश की वज से सरदार सरोवर के दरवाज़े खोले गए हैं। इस बाँध से ८.४ लाख क्युसेक्स पानी नर्मदा में छोड़ा जा रहा है। इससे भरूच ज़िले में नर्मदा नदी से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है और किनारे के करीबी क्षेत्र से दो हज़ार से अधिक लोगों को सुरक्षित ज़गह पर स्थानांतरित किया गया है। रविवार से हो रही बारिश से पंचमहाल, राजकोट, बनासकंठा, वडोदरा, अहमदाबाद ज़िलों में जनजीवन प्रभावित हुआ है।

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मध्य प्रदेश और गुजरात की तरह ओड़िशा में भी बाढ़ से बड़ा नुकसान हुआ है। वहां के ५०० गांव पानी में डूबे हुए हैं और आठ लाख लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है। इन नागरिकों को सुरक्षित ज़गह पर स्थानांतरित करने के लिए युद्धस्तर पर काम शुरू होने की जानकारी अधिकारी ने साझा की। रविवार के दिन कटक के मुंदाली बाँध से १० लाख क्युसेक्स पानी छोड़ा गया है। इससे काकज़ोर, मयूरभंज, जगतसिंगपुर, केंद्रपाड़ा, रायगढ़ा, गजपति, मल्कानगिरी और जाजपुर ज़िलों में बाढ़ से नुकसान हुआ है। अगले चौबीस घंटों में इन ज़िलों में मुसलाधार बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है।

बिहार में दो महीनों से बाढ़ की स्थिति बरकरार है और आधा बिहार अभी इस स्थिति से संभल नहीं सका है। छपरा के अमानौर ब्लॉक के सरहदी गांवों में कई घर पानी के नीचे हैं। बरौली, सिधवलिया और बैकुंठपुर में बाढ़ का पानी अभी भी जमा हुआ है। अगले २४ घंटों में राजस्थान, पंजाब, पश्‍चिम बंगाल, बिहार और कर्नाटक के साथ देश के १६ राज्यों को भारी बारिश की आफत का सामना करना पड़ सकता है, यह अंदाजा नैशनल वेदर फोरकास्टिंग सेंटर ने लगाया है।

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