जम्मू-कश्‍मीर में गोरखा समुदाय को निवासी प्रमाण पत्र प्रदान

Jammu-Kashmir-Gorkhaश्रीनगर – जम्मू-कश्‍मीर के नए डोमिसाईल कानून के तहत, पिछले हफ़्ते से अबतक कुल ६,६०० लोगों को निवासी प्रमाण पत्र प्रदान किए गए हैं। इनमें से अधिकांश लोग भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हुए गोरखा सैनिक और उनके परिवार के सदस्य हैं। साथ ही, वाल्मिकी समुदाय के नागरिकों को भी ‘डोमिसाईल’ प्रमाणपत्र दिया गया है। गोरखा समुदाय पिछले डेढ़ सौ वर्षों से कश्‍मीर में बसा हुआ है। साथ ही, वाल्मिकी समुदाय की कई बस्तियाँ भी पिछले ७० वर्षों से जम्मू-कश्‍मीर में बनीं हैं। लेकिन, इन नागरिकों को अबतक जम्मू-कश्‍मीर के निवासी समझा नहीं जा रहा था। इस कारण, इन नागरिकों को वहाँ पर जायदाद की खरीद करने का या जम्मू-कश्‍मीर में नौकरी के लिए अर्ज़ी देने का अधिकार नहीं था। लेकिन, अब नये डोमिसाइल कानून की वजह से इन दोनों समुदाय को इन्साफ़ मिला है।

मार्च महीने में जम्मू-कश्‍मीर के नये डोमिसाइल कानून को मंज़ुरी दी गई थी। इसके बाद से अब तक २५ हज़ार से अधिक लोगों को इस नये कानून के तहत निवासी प्रमाण पत्र प्राप्त होने का समाचार पिछले हफ़्ते में प्रकाशित हुआ था। जम्मू-कश्‍मीर में कई वर्षों से रहने के बावज़ूद गोरखा और वाल्मिकी समुदाय के नागरिकों समेत हज़ारों लोगों को यहाँ के निवासी समझा नहीं जा रहा था। इसके लिए जम्मू-कश्‍मीर को धारा-३७० के तहत प्रदान किया हुआ विशेष दर्जा और इसमें किए गए प्रावधान ज़िम्मेदार थे। लेकिन, पिछले वर्ष अगस्त महीने में केंद्र सरकार ने यह धारा हटाकर, इन सभी नागरिकों को इन्साफ़ दिलाने का रास्ता खुला किया था। मार्च महीने में सरकार ने जम्मू-कश्‍मीर में डोमिसाइल के नये नियम लागू किये थे। सरकार के इस निर्णय से, निवासी प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए हो रही गोरखा समुदाय की लड़ाई आख़िरकार खतम हुई।

Jammu-Kashmirजम्मू-कश्‍मीर में डोमिसाईल सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए अबतक लगभग ३३ हज़ार आवेदनपत्र दाखिल किये गए हैं। प्रतिदिन औसतन २०० आवेदन सरकार को प्राप्त हो रहे हैं। साथ ही, आवेदन प्राप्त होने पर कागज़ातों की जाँच करके १५ दिनों में निवासी प्रमाण पत्र जारी करने का नियम किया गया है। इसकी वजह से नागरिकों को तेज़ी से यह प्रमाण पत्र प्राप्त हो रहा है। पिछले हफ़्ते में ही ६,६०० लोगों को डोमिसाइल प्राप्त हुआ है। इनमें से अधिकांश लोग गोरखा समुदाय के हैं। जम्मू क्षेत्र से ५,९०० और कश्‍मीर विभाग में ७०० लोगों को डोमिसाइल दिया गया है। इनमें से अधिकांश नागरिक गोरखा सैनिक और अधिकारी होने की जानकारी जम्मू के अतिरिक्त उपायुक्त (महसूल) विजय कुमार शर्मा ने साझा की।

‘बाहु’ तहसील में गोरखा समुदाय के करीबन २,५०० लोगों ने भारतीय सेना में सेवा की है और उन्हें एवं उनके परिवार के सदस्यों को यह प्रमाण पत्र दिया गया है। बाहु तहसील से करीबन ३,५०० नागरिकों ने डोमिसाइल प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए आवेदन दाखिल किया था। साथ ही १९५७ में पंजाब से आये वाल्मिकी समुदाय के नागरिक यहाँ पर बसे हुए थे। पिछले हफ़्ते से डोमिसाइल प्राप्त होनेवाले लोगों में वाल्मिकी समुदाय के नागरिकों का भी समावेश है, यह जानकारी भी शर्मा ने साझा की।

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