‘एसी’ के आयात पर पाबंदी लगाकर सरकार ने चीन को दिया नया झटका

ac-importनई दिल्ली – ‘एअर कंडिशनर’ (एसी) के आयात के लिए नियमों में बदलाव करके भारत ने चीन को और एक नया झटका दिया है। सरकार ने रेफ्रिजरेंट के ‘एसी’ का समावेश मुक्त वर्ग से हटाकर प्रतिबंधित वर्ग में किया है। स्थानीय उत्पादनों को बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय करने की बात सरकार ने कही है। लेकिन, चीन से हो रहे आयात को लक्ष्य करने के लिए ही यह निर्णय लेने का दावा किया जा रहा है। क्योंकि, देश में ‘एसी’ के लिए आवश्‍यक ८५ प्रतिशत पुर्जों का आयात किया जाता है। यह आयात प्रमुखता से चीन से ही होता है।

ac-importइससे पहले भारत ने चीन से होनेवाली आयात कम करने के लिए और चीन का निवेष रोकने के लिए सख्त निर्णय किए हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर २१८ चीनी ऐप्स पर पाबंदी भी लगाई है, पड़ोसी देशों से आनेवाले निवेश के लिए ‘एफडीआय’ के नियम भी बदलकर सख्त किए गए हैं। सरकारी खरीद के कान्ट्रैक्ट चीनी कंपनियों को प्राप्त ना हों, इस उद्देश्‍य से निविदा के नियमों में बदलाव किया गया है। इसके अलावा कलर टीवी, टायर जैसे सामानों का समावेश ‘नॉन इसेन्शियल गुड्स’ की सूचि में करके चीन से होनेवाली आयात को रोका गया है। इसी सूचि में अब रेफ्रिजरेंट के ‘एसी’ का भी समावेश किया गया है।

ac-importरेफ्रिजरेंट के ‘एसी’ को मुक्त वर्ग से हटाकर प्रतिबंधित किया गया है। इसी का मतलब आयातकों को अब ‘एसी’ के आयात के लिए परवाना प्राप्त करना होगा। देश में उत्पादन बढ़ाना और फिजूल सामान का आयात कम करने के लिए यह निर्णय की जानकारी डायरेक्टरेट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (डीजीएफटी) ने एक अधिसूचना जारी की हैं।

देश में ‘एसी’ के बाज़ार में २८ प्रतिशत हिस्सा चीन ने कबज़ा किया है। चीन के बाद थायलैण्ड से ‘एसी’ और इसके पुर्ज़ों का बड़ी मात्रा में आयात होता है। सरकारी आँकड़ों के अनुसार दोनों देशों से ‘एसी’ के ९० प्रतिशत सामान आयात होता है। देश में ‘एसी’ का बाज़ार ५ से ६ अरब डॉलर्स तक जा पहुँचा है। साथ ही ‘एसी’ के ८५ प्रतिशत पुर्जे चीन से आयात होते हैं। इसका बाज़ार लगभग २ अरब डॉलर्स का है। आत्मनिर्भर भारत उपक्रम के तहत देश की कंपनियों को प्रोत्साहित करने के लिए चीनी ‘एसी’ की आयात पर पाबंदी लगाई गई है। इससे भी चीनी कंपनियों को झटका लगेगा, यह बात स्पष्ट हुई है।

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