‘गोल्ड फंडस्’ में इजाफा – वर्ल्ड गोल्ड कौंसिल

लंदन – अमरिकाचीन व्यापारयुद्ध, ‘ब्रेक्जिटकी अनिश्चिता एवं खाडी क्षेत्र में बने तनाव की पृष्ठभूमि पर निवेषकों ने फिर से सोने पर भरौसा जताया है| ‘वर्ल्ड गोल्ड कौंसिलने प्रसिद्ध किए रपट में वर्ष २०१९ की तिसरीं तिमाही में सोने की मांग में ,१०७ टन से भी अधिक बढोतरी होने की बात दर्ज है| पिछले वर्ष की तुलना में इस मांग में तीन प्रतिशत बढोतरी होने का जिक्र वर्ल्ड गोल्ड कौंसिल ने अपने रपट में कर्ज की है|

पिछले कुछ महीनों में दुनिया के प्रमुख अभ्यासगुट एवं वित्तसंस्था अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था मंदी की हो बढ रही है, यह चेतावनी लगातार दे रहे है| ‘वर्ल्ड बैंक’, ‘अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष, ‘गोल्डमैन सैक्स’, ‘ओईसीडीइन उपक्रमों के अलावा कई विश्लेषक भी जागतिक अर्थव्यवस्था की गति धीमी होने का निरीक्षण दर्ज कर रहे है| प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के व्यापार में हुई गिरावट, चीन और जर्मनी जैसे प्रमुख देशों के औद्योगिक उत्पाद में में देखी गई कमी, यूरोप, लैटिन अमरिका एवं एशिया की अर्थव्यवस्थाओं की विकास दर में हुई गिरावट जैसे कई घटक जागतिक अर्थव्यवस्था की गिरावट शुरू होने के दावे का समर्थन कर रहे है|

अर्थव्यवस्था अस्थिरत होते हुए शाश्वत निवेष की दिशा में झुकाव बढता है, यह पिछले कई दशकों का इतिहास है और ऐसी स्थिति में सोने में होनेवाले निवेष में बल प्राप्त होता है| वर्ष २०१९ के जुलाई और सितंबर की तिमाही के दौरान सोने की मांग स्थानिय स्तर पर कम हुई है, फिर भी इस दौरान सोने में हुए कुल निवेष में बढोतरी देखी जा रही है| सोने के जेवर, ‘कॉईन्सऔरगोल्ड बारकी खरीद में गिरावट हुई है| सेंट्रल बैंकों की सोने की खरीद में भी गिरावट दर्ज हुई है|

सोने के जेवर, ‘कॉईन्सऔरगोल्ड बारकी मांग ४६० टन और सेंट्रल बैंकों की सोने की खरीद १५६ टन तक सीमित रही है| पर, इसी स्थिति मेंगोल्ड इटीएफमें हुए निवेष के जरिए २५८ टन सोने के लिए निवेष हुआ है| इस निवेष के साथ ही गोल्ड फंडस् में हुआ निवेष विक्रमी स्तर पर जा पहुंचा है| ऐसे में इस दौरान कुल ,८५५. टन सोने के लिए निवेष होने की जानकारीवर्ल्ड गोल्ड कौंसिलने दी है| पतधोरण और अलग अलग स्तर के निवेषकों ने यकायक बढाई मांग इस निवेष में हुई बढोतरी का प्रमुख कारण होने की बात वर्ल्ड गोल्ड कौंसिल ने कही है|

सोने की मांग के साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की सप्लाई में भी बढोतरी होने की बात इस रपट से सामने आयी है| जुलाई से सितंबर २०१९ के दौरान सोने की सप्लाई में चार प्रतिशत बढोतरी होकर इस दौरान ,२२२ टन सोना सप्लाई हुआ| सोने के दाम प्रति औंस ,५०० डॉलर्स से भी अधिक है और तीन महीनों के दिनों में यह दाम पाच प्रतिशत बढे है| वर्ष के अंत तक सोने के दामों में और भी बढोतरी होने की संभावना है और सेंट्रल बैंकों की सोने की खरीद में भी बढोतरी होने के संकेतवर्ल्ड गोल्ड कौंसिलने दिए है|

इसी बीच भारत के रिजर्व्ह बैंक ने पिछले महीने प्रसिद्ध की हुई जानकारी के अनुसार फिलहाल देश में सोने के रिजर्व्ह भंडार में करीबन ६१८ टन सोना जमा है और विदेशी मुद्रा भंडार में इसका मुल्य २६ अरब डॉलर्स से भी अधिक है|

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