ईश्‍वरने ही इस्रायल की रक्षा के लिए ट्रम्प इन्हें भेजा है – अमरिकी विदेश मंत्री माईक पोम्पिओ

Third World Warजेरूसलम: इस्रायल की रक्षा के लिए ईश्वर ने ही डोनाल्ड ट्रम्प को भेजा है| ख्रिस्तधर्मिय होने से मेरा इस बात पर विश्वास है, ऐसा कहकर अमरिका के विदेश मंत्री माईक पोम्पिओ ने माध्यमों का ध्यान केंद्रित किया है| इस्रायल के दौरे पर होते समय विदेशमंत्री पोम्पिओ ने जेरूसलम में टेंपल माउंट इस पवित्र स्थान को भेंट दी है| उस समय माध्यमों से बोलते हुए माईक पोम्पिओ ने यह विधान किए हैं|

ईश्वरने, इस्रायल, रक्षा, ट्रम्प, भेजा, अमरिकी, विदेश मंत्री, माईक पोम्पिओ, जेरूसलमडोनाल्ड ट्रम्प अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष पद पर आने के बाद उन्होंने इस्रायल के बारे में अत्यंत महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं| ईरान के विवादग्रस्त परमाणु कार्यक्रम से अपने अस्तित्व को खतरा होने की बात इस्रायल से कहीं जा रही थी| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प से पहले हुए प्रशासन ने ईरान के साथ किया परमाणु करार तोड़कर, इस्रायल के पक्ष में भूमिका ली है| उसके बाद अमरिका द्वारा इस्रायल के तेल अवीव में स्थित दूतावास, ट्रम्प ने जेरूसलम में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया| इसका अर्थ अमरिका ने जेरूसलम इस्रायल की राजधानी है, इसे मंजूरी दी है ऐसा होता है| एवं इस्लामी देशों की नाराजगी लेते हुए ट्रम्पने अत्यंत साहसी निर्णय लिया है| उसके बाद ट्रम्प ने गोलान पहाड़ियों पर इस्रायल के कब्जे को अधिकृतता बहाल करने का निर्णय लिया है|

ईश्वरने, इस्रायल, रक्षा, ट्रम्प, भेजा, अमरिकी, विदेश मंत्री, माईक पोम्पिओ, जेरूसलमइस पृष्ठभूमि पर अमरिका के विदेश मंत्री की यह इस्रायल भेंट अत्यंत लोकप्रिय हो रही है और इसकी तरफ अंतरराष्ट्रीय माध्यम सृष्टि का ध्यान लगा हुआ है| ऐसे समय में अमरिका के विदेश मंत्री ने किए यह वक्तव्य भी अत्यंत महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं| ज्यू एवं ख्रिस्तधर्मियों के धर्मग्रंथ का दाखिला देकर इस्रायल की रक्षा के लिए ईश्वरने ही डोनाल्ड ट्रम्प को भेजने के दावे किए जा रहे हैं| सच्चे ख्रिस्तधर्मिय के तौर पर मेरा इस बात पर विश्वास है, ऐसा विदेश मंत्री पोम्पिओ ने कहा है| ट्रम्प प्रशासन खाड़ी क्षेत्र में एकमेव जनतंत्रशाही होनेवाला देश इस्रायल बरकरार रहे, इसके लिए महत्वपूर्ण निर्णय ले रहा है| जिसकी वजह से ईश्वर कार्यरत होनेपर मेरा पूर्ण विश्वास है, ऐसा कहकर पोम्पिओ ने उपस्थितों को चकित किया है|

इस्रायल को अमरिका से अधिक अच्छा मित्र देश नहीं मिलेगा| यह खोखले शब्द ना होकर इन दोनों देशों में प्रतिदिन स्तर पर होनेवाले व्यवहार से सिद्ध हुई बात है, ऐसा अमरिका के विदेश मंत्री ने आगे कहा है| अमरिका से इस्रायल को दिए जानेवाले संदेश केवल राजनीतिक ना होकर उसके पीछे धार्मिक आधार एवं श्रद्धा होने की बात पोम्पिओ ने किये विधानों से स्पष्ट हो रही है| मुख्य तौर पर ट्रम्प इनकी वजह से इस्रायल सीरिया में ईरान के लष्करी अड्डों पर खुले तौर पर कार्रवाई कर सकता है, ऐसा कहकर इस्रायल के प्रधानमंत्री ने इसके लिए अमरिका के प्रति आभार व्यक्त किया था| जिसकी वजह से दोनों देशों में संबंध अधिक दृढ़ होने की बात सामने आ रही है और इसका बहुत बड़ा परिणाम खाड़ी क्षेत्र पर होता दिखाई दे रहा है|

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