बेरूत हादसे का जायज़ा लेने के लिए फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष लेबनान पहुँचे

बेरूत – लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए शक्तिशाली विस्फोट में मृतकों की संख्या 157 हुई है और अगले कुछ घंटों में इस संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है, यह चिंता लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने व्यक्त की है। लेबनान को दहलानेवाले इस हादसे के बाद बनी स्थिति का जायज़ा लेने के लिए फ्रआन्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन गुरुवार के दिन बेरूत पहुँचे। इस दौरान क्रोधित लेबनीज नागरिकों ने फ्रेंच राष्ट्राध्यक्ष को घेराव किया और लेबनान में तख़्ता पलटने की माँग की। इसी बीच बेरूत में हुए इस विस्फोट के तार हिज़बुल्लाह से जुड़े होने का दावा करना इस्रायली माध्यमों ने शुरू किया है।

फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष

बैरूत के बंदरगाह में हुए विस्फोट के कारण कम से कम 300 मीटर दायरे के सभी गोदाम धराशायी हुए। यहां फैले मलबे के नीचे कई लोग दबे या फंसे होंगे, यह ड़र लेबनीज स्वास्थ्य मंत्रालय व्यक्त कर रहा है। इस वजह से यहां मलबा हटाते ही मृतकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी, यह दावा स्थानीय यंत्रणा कर रही है। इस विस्फोट में घायलों की संख्या पांच हज़ार पर जा पहुँची है और अस्पतालों में घायलों को दाखिल करने के लिए जगह शेष ना होने से कार पार्किंग में अब घायलों पर इलाज किया जा रहा है। इस हादसे के बाद विश्‍वभर से लेबनान को सहायता पहुँचाई जा रही है।

फ्रान्स, जर्मनी, ज़ेक प्रजासत्ताक, कतार, तुर्की ने वैद्यकीय सहायता से भरे विमान लेबनान के लिए रवाना किए हैं। साथ ही कुछ देशों ने लेबनान के लिए वैद्यकीय सहायता के साथ ही आर्थिक सहायता का भी ऐलान किया है। चीन ने इस बंदरगाह का पुनर्निर्माण करने के लिए प्रस्ताव देने के समाचार भी सामने आ रहे है। इस विस्फोट से कम से कम तीन लाख लोग बेघर हुए हैं और लेबनान की अर्थव्यवस्था को 15 से 20 अरब डॉलर्स का नुकसान होने का दावा किया जा रहा है। इस पृष्ठभूमि पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने लेबनान पर लगाए प्रतिबंध हटाने की माँग ईरान ने की है।

लेकिन लेबनान के भ्रष्ट नेताओं पर लगाए प्रतिबंध शिथिल किए बिना इन भ्रष्टाचारी नेताओं के हाथ में पैसे ना जाए, बेरूत के पीडितों तक सहायता पहुँचाई जाएगी, यह घोषणा फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन ने की है। फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन भी गुरुवार के दिन बेरूत पहुँचे हैं। इस दौरान स्थानीय जनता ने फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष को घेराव किया और अपने देश में क्रांति करवाने का आवाहन किया। साथ ही लेबनीज जनता को देश की सरकार का तख्ता पलटना है, ऐसे नारे भी इस दौरान लगाए गए। लेबनीज जनता ने अपने देश में देखी जा रही असुरक्षितता और अस्थिरता के लिए सरकार को ही दोषी माना है।

फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष

इस विस्फोट से संबंधित बेरूत के बंदरगाह के सभी अधिकारियों को नजरबंद किया गया है। अमोनियम नायट्रेट का असुरक्षित पद्धती से गोदाम में भंड़ारण करने के मामले में उन पर यह कार्रवाई करने का ऐलान लेबनीज सरकार ने किया है। लेकिन, इस मामले में बीते कुछ वर्षों में सरकार से लगातार संपर्क बनाया था, लेकिन सरकारी यंत्रणा ने ही अमोनियम नायट्रेट के इस भंड़ार को ठिकाने लगाने के लिए आवश्‍यक प्रतिक्रिया नहीं दी थी, यह बात बंदरगाह के कस्टम अधिकारी कह रहे हैं।

इसी बीच, बेरूत हादसे के तार हिज़बुल्लाह तक पहुँचने का दावा इस्रायली अख़बार कर रहे हैं। बेरूत धमाके के लिए कारण बना 2750 टन अमोनियम नायट्रेट का भंड़ार और हिज़बुल्लाह का संबंध यूरोप से संबंधित आतंकी साज़िश से जुड़ा होने की बात यह अख़बार कह रहे हैं। वर्ष 2015 में लंदन के एक गोदाम में हिज़बुल्लाह ने छुपकर तीन टन अमोनियम नायट्रेट का भंड़ारण किया था। ब्रिटेन में बड़ा हमला करने की साज़िश हिज़बुल्लाह ने रची थी। लेकिन, ‘एमआय-5’ ने समय पर कार्रवाई करके यह भंड़ार और हिज़बुल्लाह के आतंकियों को हिरासत में लिया था।

वहीं इस वर्ष अप्रैल महीने में जर्मनी में भी सैकड़ों किलो अमोनियम नायट्रेट का भंड़ार ज़प्त किया गया था। इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा मोसाद ने प्रदान की हुई जानकारी के आधार पर जर्मन यंत्रणा ने यह कार्रवाई की थी। इन दोनों घटनाओं की याद भी इस्रायली अख़बार दिला रहे हैं। इस वज़ह से हिज़बुल्लाह के हाथ में अमनोनियम नायट्रेट का भंड़ार था, यह आरोप यह अख़बार कर रहे हैं। तभी कुछ महीने पहले हिज़बुल्लाह ने इस्रायल के हैफा शहर में रखे अमोनियम नायट्रेट के टैंक उड़ाने की धमकी दी थी। इस ओर भी इस्रायली अख़बार ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

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