फ्रान्स गृहयुद्ध की कगार पर

पॅरिस, दि. १९ (वृत्तसंस्था) – फ्रान्स में एक के पीछे एक हो रहें आतंकी हमलों की पृष्ठभूमि पर ‘फ्रान्स गृहयुद्ध की कगार पर खड़ा है’ ऐसी चेतावनी दक्षिण फ़्रान्स के काऊन्सिल सदस्य जोनाथन मिलर ने दी है| फ्रान्स में निर्वासित और चरमपंथियों की संख्या बड़े पैमाने पर बढ़ती नज़र आ रही है, जिसके खिलाफ़, देश में आक्रामाक विचारधारा के कुछ गुट सक्रिय होने का डर मिलर ने जताया| इन दो अलग विचारधाराओं के बढ़ते प्रभाव के कारण देश में संघर्ष भड़कने का ड़र जताते हुए, देश गृहयुद्ध की कगार पर खड़े होने की चेतावनी मिलर ने दी| इस पृष्ठभूमि पर, एक फ्रेंच समाचारपत्र द्वारा किए गए सर्वेक्षण में, लगभग ६७ प्रतिशत फ्रेंच जनता ने, ‘सरकार आतंकवाद का सामना करने में असमर्थ है’ ऐसा मत व्यक्त किया है|

गृहयुद्धफ्रान्स में पिछले डेढ़ साल में तीन बड़े आतंकी हमले हुए हैं| इन हमलों मे कुल २५० लोगों की जाने गयी हैं| एक के पीछे एक आतंकी हमले होते हुए, सरकार और सुरक्षा एजन्सियाँ हमले रोकने में नाकाम हुई हैं| इन हमलों के पृष्ठभूमि पर, देश में रहनेवाले आक्रामक विचारधारा के कुछ गुट बड़े पैमाने पर सक्रिय हुए हैं|

france-niceइसी दौरान, फ्रान्स में बड़े पैमाने पर निर्वासित दाखिल हो रहे हैं| इनमें कट्टरपंथियों की संख्या अधिक होने की जानकारी सामने आ रही है| फ्रेंच सरकार इन निर्वासितों के जत्थों को रोकने में असफल हुई है, जिसका लाभ आक्रामाक विचारधारा के गुट उठा रहे हैं| इन गुटों को मिल रहा समर्थन दिनबदिन बढ़ता ही जा रहा है, जिस कारण, स्थानीय स्तर के कुछ गुटो ने अपने सदस्यों को हथियारों से लैस रहने के आदेश दिए हैं, ऐसी भी खबर है|

दक्षिण फ्रान्स में निर्वाचित काऊन्सिल सदस्य के तौर पर सक्रिय मिलर ने हालात का जायज़ा देते हुए, देश का माहौल बिगड़ रहा है, ऐसी चिंता जताई| फ्रान्स की जनता के कुछ आक्रामक गुट हाथ में हथियार लेकर युद्ध की तैयारी कर रहे हैं, ऐसा दावा मिलर ने किया है| ये गुट और बढ़ती संख्या में होनेवाले कट्टरपंथियों के बीच होनेवाला संघर्ष, देश में गृहयुद्ध भड़का सकता हैं, ऐसा दावा भी मिलर ने किया है|

वहीं, फ्रान्स के अंतर्गत सुरक्षा प्रमुख पैट्रिक कॅल्व्हर द्वारा दी गई चेतावनी की ओर देश की मीडिया भी ध्यान खींच रही है| नीस में हुए आतंकी हमले से पहले कॅल्व्हर ने, फ्रान्स में एक और आतंकी हमला हुआ तो गृहयुद्ध भड़केगा, ऐसी फटकार मारी थी|

इसी दौरान, फ्रान्स के ‘ले फिगारो’ इस दैनिक द्वारा किए गए सर्वेक्षण में, कुल ६७ प्रतिशत जनता ने ‘फ्रान्स सरकार और सुरक्षा एजन्सियाँ आतंकवाद का मुकाबला करने में सक्षम नहीं हैं’ ऐसा अभिप्राय दिया होने की बात सामने आयी है|

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