ब्रिटेन के साथ फ्रान्स, इटली एवं डेनमार्क पर्शियन खाड़ी क्षेत्र में नौसेना तैनात करेंगे

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरब्रुसेल्स/तेहरान: ईरान की समुद्री डकैती रोकने के लिए पर्शियन खाड़ी क्षेत्र में संयुक्त नौसेना तैनात करने की ब्रिटेन की योजना को फ्रान्स, इटली एवं डेनमार्क इन तीन यूरोपीय देशों ने समर्थन दिया है| तथा जर्मनी, स्पेन और नेदरलैंड इस कारण से ब्रिटेन के संपर्क में है| पर ईरान ने पर्शियन खाड़ी क्षेत्र की सुरक्षा यह ईरान की ही जिम्मेदारी होने की बात कहकर इस क्षेत्र पर अपना पूर्ण नियंत्रण होने की बात सूचित की है| इतना ही नहीं बल्कि पर्शियन खाड़ी क्षेत्र के अपने वर्चस्व को अमरिका भी चुनौती नहीं दे सकती, ऐसी दहाड ईरान ने लगाई है|

पिछले हफ्ते में ईरान ने पर्शियन खाड़ी क्षेत्र से ‘स्टेना इम्पेरो’ ऑइल टैंकर कब्जे में लेने के बाद, इस जहाज की रिहाई के लिए ब्रिटेन ने जोरदार गतिविधियां शुरू की है| ब्रिटेन के ऑइल टैंकर पर ईरान की कार्रवाई समुद्री डकैती ही है, ऐसा कहकर ईरान के इस डकैती को ब्रिटेन उत्तर देगा और यूरोपियन देशों के नौसेना भी इसमें शामिल हो ऐसा आवाहन ब्रिटेन ने किया था| ब्रिटेन के इस आवाहन को यूरोपीय देशों से प्रतिक्रिया मिल रही है|

ब्रिटेन के साथ फ्रान्स, इटली और डेनमार्क की नौसेना तथा हवाई दल पर्शियन खाड़ी क्षेत्र में संयुक्त कार्रवाई के लिए तैयार है| इसमें से ब्रिटेन की नौसेना का अड्डा ओमान में है और अब ब्रिटेन की दूसरी युद्धनौका आनेवाले कुछ घंटों में पर्शियन खाड़ी में दाखिल हो रही है| तथा संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में फ्रान्स के लड़ाकू विमान तैनात है| इसके अलावा जर्मनी, नेदरलैंड, स्पेन भी ब्रिटेन के योजना से सहमत होने की जानकारी सामने आ रही है| सौदी अरब ने भी ईरान के समुद्री डकैती के विरोध में अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई की आवश्यकता होने की बात कही है|

पर्शियन खाड़ी क्षेत्र की सुरक्षा के लिए ईरान समर्थ होकर वहां दूसरे देश के नौसेना की आवश्यकता न होने की बात ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् ने सूचित की है| इससे पहले भी पोर्तुगीज, ब्रिटिश और अमरीका ने इस सागरी क्षेत्र पर हमले किए है और इस क्षेत्र में वसाहत स्थापित की| पर आगे चलकर यह संभव नहीं होगा| अब इस सागरी क्षेत्र पर ईरान का पूर्ण वर्चस्व होकर अन्य कोई भी देश ईरान के इस वर्चस्व को चुनौती नहीं दे सकता, ऐसा दावा आईआरजीसी के कमांडर रीयर एडमिरल अलीरेजा तांगसिरी ने किया है|

अमरिकी ड्रोन के चिथड़े उड़ाएंगे – ईरान के राष्ट्राध्यक्ष की धमकी

तेहरान: अमरिका के ड्रोन ने फिर अपने हवाई सीमा का उल्लंघन किया तो उसके फिर से चिथड़े उड़ाएंगे, ऐसी धमकी ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने दी है|

अमरिका के सेंट्रल कमांड के प्रमुख जनरल केनेथ मैकेंजी ने ईरान का एक और ड्रोन गिराने का दावा किया है| पर्शियन खाड़ी क्षेत्र में तैनात यूएसएस बॉक्सर युद्धनौका ने यह कार्रवाई करने की बात जनरल मैकेंजी ने कही है| पर ईरान ने अमरिका का यह दावा ठुकराया है|

पिछले महीने में अमरिका ती यूएसएस बॉक्सर युद्धनौका ने ईरान का ड्रोन गिराया था| उसके लिए इस युद्धनौका ने ‘इलेक्ट्रोमैग्नेटिक लेजर्स’ का उपयोग किया था, ऐसी जानकारी सेंटकॉम ने दी थी|

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