फ़्रांस और ब्रिटन को आतंकवादी हमलों का खतरा बढ़ गया है

  • इराक और सिरिया से २७० से अधिक आतंकवादी फ़्रांस में लौटने का दावा
  • ब्रिटन में आतंकवादी हमले करने के लिए ‘आयएस’ का विशेष पथक

पेरिस/लन्दन: इराक और सिरिया में ‘आयएस’ की हार के बाद तकरीबन २०० से अधिक आतंकवादी फ़्रांस में दाखिल हुए हैं, जिससे फ़्रांस को आतंकवादी हमले का गंभीर खतरा है, ऐसा इशारा देश के अंतर्गत रक्षा मंत्री ने दिया है। फ़्रांस से करीब ७०० से भी ज्यादा लोग ‘आयएस’ के इराक और सिरिया के संघर्ष में सहभागी हुए थे, ऐसा भी उन्होंने कहा है। फ़्रांस के साथ साथ ब्रिटन को भी आतंकवादी हमले का खतरा है और ‘आयएस’ ने ब्रिटन में हमले करने के लिए ‘अल खरसा ब्रिगेड’ नाम का पथक तैयार करने की बात का खुलासा हुआ है।

आतंकवादी हमलों का खतराफ़्रांस के अंतर्गत रक्षा मंत्री गेरार्ड कोलाम्ब ने एक मुलाकात के दौरान फ़्रांस को आतंकवादियों के खतरे के बारे में सावधानी का इशारा दिया है। ‘इराक और सिरिया से तकरीबन २७१ आतंकवादी फ़्रांस में लौटने की जानकारी है। फ़्रांस को आतंकवादी हमले का गंभीर खतरा है। राजधानी पेरिस में दो आतंकवादी हमलों की कोशिश हुई है। फ्रेंच सुरक्षा यंत्रणाओं ने पिछले कुछ महीनों में सात आतंकवादी हमलों की साजिशों को नेस्तनाबूत किया है’, इन शब्दों में फ्रेंच मंत्रीं ने संभाव्य हमलों की संभावना बढ़ने के संकेत दिए हैं।

इराक और सिरिया से लौट आए आतंकवादियों पर सुरक्षा यंत्रणाओं की नजर है और कुछ को पूछ-ताछ के लिए कब्जे में लेने का दावा कोलाम्ब ने किया है। इसी दौरान देश में कट्टरपंथियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, ऐसी  चिंताजनक रिपोर्ट सामने आने की बात भी उन्होंने कही है। पिछले ढाई साल में फ़्रांस में २० से अधिक आतंकवादी हमले हुए हैं, जिसमे से बहुतांश हमलों के पीछे ‘आयएस’ इस आतंकवादी संगठन का हाथ होने की बात स्पष्ट हुई है।

आतंकवादी हमलों का खतराफ़्रांस के अंतर्गत रक्षा मंत्री आतंकवादी हमले के खतरे के सन्दर्भ में इशारा देते हुए, ‘आइफेल टावर’ के पास एक संदिग्ध जोड़ी को कब्जे में लेने की बात सामने आई है। इसमें से एक संदिग्ध के पास बड़ा छुरा मिला है और कुछ समय के लिए ‘आइफ़िल टावर’ खाली किए जाने की जानकारी भी सुरक्षा यंत्रणाओं ने दी है। इस घटना की जाँच शुरू की गई है और संदिग्ध ने ‘पीएसजी’ इस फ़ुटबाल क्लब का शर्ट पहना था, ऐसी जानकारी दी गई है।

फ़्रांस के बाद ब्रिटन को भी ‘आयएस’ से आतंकवादी हमलों का खतरा होने की बात सामने आई है। सिरिया की कार्रवाई के दौरान कुर्दिश गुटों ने ‘आयएस’ के एक आतंकवादी को कब्जे में लिया था। उसने दी जानकारी के अनुसार, ‘आयएस’ ने ब्रिटन पर हमले के लिए एक विशेष पथक निर्माण किया है। इस पथक का नाम ‘अल खरसा ब्रिगेड’ है और सिरिया की एक गुप्त जगह पर चुनिन्दा आतंकवादियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ऐसी जानकारी सामने आई है।

आतंकवादी हमलों का खतरा‘अल खरसा ब्रिगेड’ से करीब से भी ज्यादा आतंकवादी प्रशिक्षण लेकर बाहर निकले हैं और उसमें से बहुतांश यूरोपियन होने का दावा किया गया है। इसके पहले यूरोप में किए गए आतंकवादी हमलों के सूत्रधारों ने इन आतंकवादियों को प्रशिक्षण देने की जानकारी पकडे गए आतंकवादी ने दी है। ‘आयएस’ के कमांडर्स ब्रिटन के आतंकवादी गुटों के ‘स्लीपर सेल्स’ के संपर्क में होंने की जानकारी भी इस आतंकवादी ने बतायी है।

दो हफ़्तों पहले ही ‘इंटरपोल’ इस अन्तर्राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी ने, ‘आयएस’ ने तकरीबन १७३ आत्मघाती हमलावर तैयार किए हैं और वो यूरोप में दाखिल होने की कोशिश में हैं, ऐसा इशारा भी दिया था।

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