तुर्की के साथ जारी तनाव की पृष्ठभूमि पर, ग्रीस में आयोजित बहुराष्ट्रीय युद्धाभ्यास में फ्रान्स और युएई भी हुए शामिल

अथेन्स – ‘मेड्युसा ट्रायलैटरल एक्सरसाईज’ नामक बहुराष्ट्रीय युद्धाभ्यास सोमवार से शुरू हुआ है। इस वर्ष हो रहे युद्धाभ्यास में फ्रान्स और संयुक्त अरब अमीरात (युएई) ये देश भी शामिल हुए हैं। भूमध्य समुद्री क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए ग्रीस ने सन २०१७ से इजिप्ट और सायप्रस के साथ ‘मेड्युसा ट्रायलैटरल एक्सरसाईज’ करना शुरू किया था। बीते कुछ महीनों में, भूमध्य समुद्री क्षेत्र के ईंधन भंड़ारों के मुद्दे पर ग्रीस और तुर्की के बीच काफी तनाव बढ़ा है और इस पृष्ठभूमि पर, खुलेआम तुर्की के खिलाफ भूमिका अपना रहें फ्रान्स और युएई का इस युद्धाभ्यास में शामिल होना ग़ौरतलब साबित होता है।

भूमध्य समुद्री क्षेत्र में बड़ी मात्रा में ईंधन के भंड़ार मौजूद होने की बात आन्तर्राष्ट्रीय सर्वे और रिपोर्टों से सामने आयी है। इस्रायल, ग्रीस, सायप्रस और तुर्की की समुद्री सीमा में ये भंड़ार पाये गए हैं। इनमें से अधिक से अधिक क्षेत्र पर कब्ज़ा करने के लिए तुर्की ने गतिविधियाँ शुरू की हैं। भूमध्य समुद्री क्षेत्र में ग्रीस एवं सायप्रस के अधिकार क्षेत्र पर अपना हक जताने की हरकत तुर्की कर रहा है। बीते कुछ महीनों में तुर्की ने ‘नैव्हटेक्स अलर्ट’ जारी करके, अपना ‘ओरूक रेईस’ नामक ‘रिसर्च शिप’ दो जहाज़ों के साथ भूमध्य समुद्री क्षेत्र में अनुसंधान के काम के लिए तैनात भी किया है। इसके बाद अपना वर्चस्व दिखाने के लिए तुर्की ने इस क्षेत्र में लगातार युद्धाभ्यास भी किए थे।

तुर्की की इस आक्रामकता पर प्रत्युत्तर देने के लिए ग्रीस ने भी अपनी गतिविधियाँ तेज़ की हैं। ग्रीस ने अगस्त महीने से ही अमरीका, फ्रान्स एवं युएई के साथ स्वतंत्र युद्धाभ्यास भी किए हैं। साथ ही, इन देशों के साथ सहयोग बढ़ाकर रक्षा तैयारी बढ़ाने की दिशा में कदम भी उठाए हैं। कुछ दिन पहले ही ग्रीस और युएई ने रक्षा सहयोग व्यापक करने के लिए समझौता भी किया था। ये सब गतिविधियाँ, तुर्की की हरकतें रोकने के लिए, सहयोगी देशों के साथ व्यापक गठबंधन स्थापित करने के लिए जारी ग्रीस की कोशिशों का हिस्सा होने की बात समझी जा रही है। इस वर्ष के ‘मेड्युसा ट्रायलैटरल एक्सरसाईज’ में फ्रान्स और युएई ने शामिल होना, ग्रीस की इन्हीं कोशिशों को सफलता प्राप्त होने के संकेत साबित हो रहे हैं।

ग्रीस के अलेक्झांड्रिया क्षेत्र में सोमवार से शुरू हुए इस बहुराष्ट्रीय युद्धाभ्यास पर तुर्की ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ की है। ‘तुर्की के खिलाफ़ एक हो रहें देशों ने फिर एक बाद नए युद्धाभ्यास की शुरूआत की है। यह युद्धाभ्यास भूमध्य समुद्र में बने तनाव में अधिक बढ़ोतरी करनेवाला है। ६ दिसंबर तक चलनेवाले इस युद्धाभ्यास के माध्यम से यह स्पष्ट दिख रहा है कि भूमध्य समुद्री क्षेत्र में किसी को भी शांति और चर्चा नहीं चाहिये’, इन शब्दों में तुर्की के रक्षा विभाग ने अपनी नाराज़गी व्यक्त की। इस युद्धाभ्यास के चार चरण हैं और इनमें ‘सर्च ॲण्ड रेस्क्यू’, ‘इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेअर’, ‘सरफेस एक्सरसाईजेस्‌’ और ‘नेवल फॉर्मेशन’ का समावेश है।

इसी बीच, भूमध्य समुद्री क्षेत्र में हो रहें इस बहुराष्ट्रीय युद्धाभ्यास और युरोपिय महासंघ की संभावित बैठक की पृष्ठभूमि पर, तुर्की ने अपने ‘ओरूक रेईस’ जहाज़ को वापस लौटने को कहा है, यह जानकारी भी सामने आयी है।

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