अमरीका की वापसी के बाद अफ़गानिस्तान में हुआ पहला बड़ा हमला – अफ़गान महिला न्यायाधीशों की हुई हत्या

काबुल – अफ़गानिस्तान की राजधानी काबुल में आतंकियों ने किए हमले में दो महिला न्यायाधीशों की बड़ी क्रूरता से हत्या की गई। इसके अलावा हेरात प्रांत में तालिबानी आतंकियों ने किए हमले में १३ अफ़गान सैनिक मारे गए हैं। इसी बीच अमरिकी सेना की वापसी के कुछ घंटों बाद ही तालिबान के हमलों की तीव्रता में बढ़ोतरी होने का दावा अंतरराष्ट्रीय माध्यम कर रहे हैं।

us-afghanदो दिन पहले ही अमरिकी सेना ने अफ़गानिस्तान में तैनात अपने कम से कम २,००० सैनिकों को हटाया है। मौजूदा स्थिति में २,५०० अमरिकी सैनिक अफ़गानिस्तान में तैनात हैं और तलिबान के साथ किए गए समझौते के अनुसार ही अमरिकी सैनिकों की यह वापसी होने की बात अमरीका के अस्थायी रक्षामंत्री क्रिस्टोफर मिलर ने कही है। कतार में हुई बातचीत में शामिल तालिबान का कमांडर मोहम्मद नईम ने सोशल मीडिया पर अमरीका के सैनिकों की वापसी का स्वागत भी किया है।

us-afghanलेकिन, अफ़गानिस्तान से हटाए गए अमरिकी सैनिक शुक्रवार के दिन स्वदेश पहुँचे भी नहीं थे, तभी अफ़गानिस्तान में नए से आतंकी हमलों की श्रृंखला शुरू हुई है। रविवार के दिन काबुल में आतंकियों ने दो महिला न्यायाधीशों के गाड़ियों पर गोलीबारी की। इस गोलीबारी में दोनों न्यायाधीश जगह पर ही मारी गई। इससे पहले तालिबानी आतंकियों ने शनिवार रात हेरात प्रांत में स्थित अफ़गान सेना के अड्डे पर घुसपैठ करके हमला किया। इस हमले में १३ सैनिकों के मारे जाने की जानकारी स्थानीय प्रशासन ने साझा की है।

us-afghanइस वजह से अमरीका ने अफ़गानिस्तान से अपनी सेना की वापसी के बावजूद इस देश में जारी आतंकी हमलों की तीव्रता बरकरार होने की बात दिख रही है। तालिबान के प्रतिनिधि कतार में बातचीत करने में जुटे होने के बावजूद इस देश में मौजूद तालिबानी कमांडर्स पर इस संगठन की पकड़ ना होने का आरोप कुछ दिन पहले ही किया गया था। इस वजह से तालिबान ने अफ़गानिस्तान में किया हुआ युद्धविराम कभी भी कामयाब नहीं होगा, यह इशारा अफ़गान नेता ने दिया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.