कोरोना संक्रमण बढ़ने के ड़र से गुजरात, कर्नाटक सरकार ने स्कूल शुरू करने के निर्णय में किया बदलाव – मुंबई, ठाणे में ३१ दिसंबर तक बंद रहेंगे स्कूल

नई दिल्ली/मुंबई – ‘अनलॉक-६’ के तहत राज्यों को स्कूल शुरू करने की अनुमति प्रदान होने के बाद कुछ राज्यों ने स्कूल शुरू करने का निर्णय किया था। लेकिन, कोरोना संक्रमण दुबारा बढ़ने पर इन राज्यों ने स्कूल शुरू करने का निर्णय स्थगित किया है। महाराष्ट्र में ९ वीं से १२ वीं तक की स्कूल २३ नवंबर से शुरू हो रहे हैं। लेकिन, मुंबई और ठाणे में फिलहाल ३१ दिसंबर तक स्कूल बंद रखने का निर्णय किया गया है। मुंबई और दिल्ली समेत केरल की तरह कोरोना की नई लहर उठने की संभावना जताई जा रही है। इस पृष्ठभूमि पर यह निर्णय किया गया है।

कोरोना संक्रमण

हरियाणा में स्कूल शुरू होते ही कुछ जिलों में छात्र और शिक्षक कोरोना संक्रमित होने की बात सामने आयी थी। इसके बाद हरियाणा सरकार ने दुबारा स्कूल बंद करने का निर्णय किया है। हरियाणा में १७४ छात्र कोरोना संक्रमित हुए थे। तमिलनाडु में भी स्कूल शुरू करने का निर्णय किया गया था। इसके साथ ही कई छात्र कोरोना संक्रमित हुए थे। हरियाणा और तमिलनाडु में देखी गई स्थिति और दुबारा तेज़ हो रहा कोरोना संक्रमण की पृष्ठभूमि पर प्रशासन भी सदमे में हैं।

कर्नाटक ने स्कूल शुरू करने का निर्णय रद किया है। गुजरात में भी २३ नवंबर से स्कूल शुरू होने थे। लेकिन, अब गुजरात सरकार ने इस निर्णय पर अमल करना रोक दिया है। सरकारी एवं निजी दोनों स्कूलों के लिए यह आदेश दिए गए हैं। मिज़ोराम में १० वीं और १२ वीं के छात्रों के लिए स्कूल शुरू किए गए थे। लेकिन, दो स्कूलों में कुछ छात्र कोरोना संक्रमित पाए जाने पर तुरंत की वहां की सरकारने छात्रों में कोरोना संक्रमण अधिक ना हो इस उद्देश्‍य से राज्य के सभी स्कूल बंद करने का निर्णय किया है।

उत्तराखंड़ की सरकार ने भी इस महीने के शुरू में स्कूल शुरू किए थे। लेकिन, पांच ही दिनों में राज्य ने सभी स्कूल बंद करने का निर्णय किया गया था। क्योंकि, राज्य के ८० शिक्षक कोरोना संक्रमित पाए गए थे। राजस्थान ने भी स्कूल शुरू करने का निर्णय ३० नवंबर तक स्थगित किया है। मध्य प्रदेश सरकार ने भी स्कूल बंद करने का ही निर्णय किया है।

ऐसे में महाराष्ट्र सरकार ने नई गाईडलाईन जारी करके राज्य में ९ वीं से १२ वीं के वर्ग शुरू करने का निर्णय बीते सप्ताह में घोषित किया था। इसके लिए सूचना भी जारी की गई थी। इसके अनुसार ५० प्रतिशत उपस्थिति, एक दिन के अंतराल पर स्कूल चलाने की चेतावनी स्कूलों को दी गई थी। साथ ही शिक्षकों को आरटी-पीसीआर परीक्षण करना अनिवार्य किया गया था। स्कूल में पहुँचनेवाले छात्रों का थर्मल स्क्रीनिंग और स्कूल में सैनिटायजेशन करने की सख्ती भी स्कूलों को की गई थी।

लेकिन, स्कूल शुरू करने का निर्णय करने के लिए अब जिला प्रशासन को कहा गया है। स्थिति का जायज़ा लेकर जिला प्रशासन निर्णय करे, ऐसा राज्य सरकार ने कहा है। इसके बाद शुक्रवार के दिन मुंबई और ठाणे के जिला प्रशासन ने अपने अधिकार क्षेत्र के स्कूल बंद रखने का ही निर्णय किया। ३१ दिसंबर तक स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया गया है और ऐसे में अब मुंबई के स्कूल अगले वर्ष में ही शुरू हो सकेंगे।

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