पाकिस्तानी मिसाइल के ‘सफल परीक्षण’ की विफलता विश्‍वभर में पहुँची – ‘मिसाइल’ रिहायशी इलाके में गिरने की बात हुई स्पष्ट

इस्लामाबाद – पाकिस्तान ने बुधवार के दिन परमाणु वाहक बैलेस्टिक ‘शाहिन-३’ मिसाइल का परीक्षण किया था। २,७५० किलोमीटर मारक क्षमता के इस ज़मीन से ज़मीन पर हमला करनेवाली मिसाइल का ‘सफल’ परीक्षण करने पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अपने वैज्ञानिकों का अभिवादन भी किया था। लेकिन, सच्चाई यह है कि, पाकिस्तान के इस मिसाइल का यह परीक्षण विफल हुआ है और परीक्षण के दौरान यह मिसाइल निर्धारित स्थान पर नहीं बल्कि, रिहायशी इलाके में गिरने की बात स्पष्ट हुई है। बलोचिस्तान के एक राजनीतिक दल के प्रवक्ता ने यह जानकारी साझा की है। यह मिसाइल गिरने से कुछ लोग घायल भी हुए हैं और इस दौरान कुछ घरों का नुकसान होने की बात भी उन्होंने कही है।

pak-missile-testपाकिस्तान की सेना ने ‘शाहिन-३’ के परीक्षण को बड़ी कामयाबी प्राप्त होने का ऐलान करने के बाद सामने आयी यह जानकारी छुपाना पाकिस्तान के लिए कठीन हुआ हैं। मौजूदा स्थिति पाकिस्तान की सरकार को सभी मोर्चों पर नाकामी का मुकाबला करना पड़ रहा है। भाड़े पर लिए विमान के पैसा चुकाना संभव ना होने पाकिस्तानी एअरलाईन्स का विमान मलेशिया के हवाई अड्डे पर उतरते ही जब्त किया गया था। इस घटना के कुछ दिन बाद ही पाकिस्तान में इम्रान खान की सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के नए आरोप लग रहे हैं। विदेशों से प्रदान हुई राशि की रकम इम्रान खान और उनके सहयोगियों को प्राप्त हुई है। लेकिन, उन्होंने यह जानकारी सार्वजनिक करना टाल दिया है, ऐसा विरोधकों का कहना है। ऐसी स्थिति में पाकिस्तान की सेना ने ‘शाहिन-३’ का परीक्षण करने का निर्णय किया था।

लेकिन, यह परीक्षण विफल हुआ है और परीक्षण के दौरान यह मिसाइल डेरा बुग्ती के रिहायशी इलाके पर गिरी। इस वजह से कुछ लोग घायल हुए हैं और वहां के घरों का भी नुकसान होने की जानकारी बलोच पिपल्स रिपब्लिक नामक राजनीतिक दल के प्रवक्ता ने साझा की। इसके साथ ही इस हादसे में घायल हुए नागरिकों को इलाज़ के लिए अस्पताल में भी भर्ती नहीं किया गया है, यह बात भी इस राजनीतिक दल के प्रवक्ता शेर मोहम्मद ने साझा की है। साथ ही यह मिसाइल गिरने के बाद पाकिस्तान की सेना ने इस क्षेत्र पर कब्जा किया है, यह जानकारी भी उन्होंने साझा की। पाकिस्तान ने बलोचिस्तान को प्रयोग शाला बनाया है और ऐसे घातक परीक्षण के लिए पाकिस्तान हमेशा से ही बलोचिस्तान का इस्तेमाल करता रहा है, यह आरोप शेर मोहम्मद ने किया है।

इसी बीच अन्य बलोच कार्यकर्ता भी इस पर नाराज़गी जता रहे हैं। इस परीक्षण की विफलता छुपाकर उल्टा यह परीक्षण सफल होने के पाकिस्तानी सेना ने किए दावे की सच्चाई की पोल खोली है। लेकिन, इससे संबंधित जानकारी माध्यमों से सामने आने से अपनी अधिक मानहानी ना हो, इसके लिए पाकिस्तान की सरकार कड़ी कोशिश कर रही है। अमरीका में ज्यो बायडेन राष्ट्राध्यक्ष पद का कार्यभार स्वीकार कर रहे हैं और इस बीच उनका ध्यान आकर्षित करने की बेबस कोशिश पाकिस्तान ने ‘शाहिन-३’ का परीक्षण करके की है, ऐसी चर्चा भी शुरू हुई है। इसके साथ ही पाकिस्तान की सरकार की विफलता से जनता का ध्यान हटाने के लिए ही पाकिस्तान की सरकार और सेना ने इस मिसाइल परीक्षण करने की साज़िश रची होगी, ऐसी आशंका भी सामने आ रही है।

इसी कारण इस परीक्षण की विफलता पाकिस्तान की सरकार और सेना के खिलाफ नाराज़गी अधिक बढ़ सकती है। इस बात का अहसास होने पर पाकिस्तान की सेना इस मिसाइल परीक्षण की नाकामी छुपाने के लिए काफी तेज़ हरकत करके यह नाकामी खबरों से सार्वजनिक ना होने देने के लिए आवश्‍यक कोशिश में जुटी होने की बात स्पष्ट हो रही हैं।

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