२६/११ का अपराधि तहव्वूर राणा के प्रत्यर्पण का मुकदमा अमरीका में शुरू होगा

वॉशिंग्टन – मुंबई पर हुए २६/११ के आतंकी हमले के सूत्रधारों में से एक रहें ‘तहव्वूर राण’ को भारत के हवाले करने से संबंधित मुकदमा १२ फ़रवरी से अमरीका में शुरू हो रहा हैं। अमरीका के लॉस एंजेलिस में शुरू हो रहें इस मुकदमे की ओर भारत का ध्यान केंद्रीत हुआ हैं। तहव्वूर राणा पाकिस्तानी वंशिय कनाड़ा का कारोबारी हैं और उसने ‘डेव्हिड हेडली’ के सहयोग से २६/११ के हमले के लिए आवश्‍यक सहायता प्रदान की थी। राणा को अपराधि साबित करके भारत ने फरार घोषित किया हैं और अमरीका उसे भारत के हवाले करें, यह माँग भी भारत ने रखी हैं।

26-11-attack-usतहव्वूर राणा की हिरासत प्राप्त हुई तो इस भयंकर आतंकी हमलें में पाकिस्तान के समावेश के अधिक सबुत प्राप्त हो सकते हैं। इसी कारण पाकिस्तान की यंत्रणा बेहाल हुई हैं और राणा की हिरासत भारत को प्राप्त ना हो, इश उद्देश्‍य से पाकिस्तान की कोशिश जारी होने के समाचार प्राप्त हुए थे। इससे पहले ‘डेव्हिड हेडली’ के प्रत्यर्पण के लिए भारत ने अमरीका से माँग की थी। यह माँग अभी पुरी नही हुई हैं। इसका दाखिला देकर तहव्वूर राणा की हिरासत भी भारत को देना संभव नही होगा, यह दावा राणा के पक्ष में किया जा रहा हैं।

लेकिन, अमरिकी विधि विशेषज्ञों का कहना अलग हैं। तहव्वूर राणा और डेव्हिड हेडली के मामले अलग अलग हैं और उनका स्वतंत्र रूप से विचार होगा, ऐसा इन विधि विशेषज्ञों का कहना हैं। इसी कारण १२ फ़रवरी से शुर हो रहा यह मुकदमा भारत के लिए बड़ा अहम साबित होता हैं। अमरीका के विदेश मंत्रालय ने कुछ दिन पहले ही २६/११ के सूत्रधारों में से एक बड़े खतरनाक आतंकी साजिद मीर के सिर पर ५० लाख डॉलर्स को इनाम घोषित किया था। साजिद मीर को पकड़ ने के लिए आवश्‍यक जानकारी या उसे सज़ा सुनाने के लिए आवश्‍यक पुख्ता सबुत प्रदान करनेवाले को ५० लाख डॉलर्स का यह इनाम दिया जाएगा, ऐसा ऐलान अमरिकी विदेश मंत्रालय ने किया हैं।

इस वजह से पाकिस्तान पर काफी दबाव बढ़ा हैं। फिलहाल ‘एफएटीएफ’ की ‘ग्रे लिस्ट’ से बाहर निकलने की कोशिश में जुटे पाकिस्तान के लिए साजिद मीर और तहव्वूर राणा से संबंधित प्राप्त हो रहें यह समाचार झटका देनेवाली साबित होती हैं।

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