भारतीय अर्थव्यवस्था में तेज़ी लौट आने का किया विशेषज्ञों ने दावा – पीएमआय निर्देशांक में देखी गई १३ वर्षों की सबसे अधिक वृद्धि

नई दिल्ली – कोरोना के संकट का मुकाबला करने के बाद अब दुबारा तेज़ी लौट रही है और भारतीय अर्थव्यवस्था गति पकड़ने की तैयारी में होने का दावा विशेषज्ञों ने किया है। बीते दो दिनों में अर्थव्यवस्था को लेकर शुभ संकेत देनेवाली कुछ खबरों की ओर इन विशेषज्ञों ने ध्यान आकर्षित किया है। देश के ‘पीएमआयइंडेक्स’ में लगातार तीन महीने बढ़ोतरी दर्ज़ हुई है और उत्पादन में १३ वर्ष की सबसे अधिक बढ़ोतरी दर्ज़ हुई है। साथ ही वाहनों की बिक्री में सुधार हुआ है। अक्तुबर में ‘जीएसटी’ संकलन में भी बढ़ोतरी हुई है। साथ ही अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए सरकार जल्द ही दूसरां आर्थिक पैकेज़ घोषित कर सकती है, यह संकेत केंद्रीय अर्थ सचिव ने दिए हैं।

india-economyदेश में ‘जीएसटी’ संकलन आठ महीनों बाद पहली बार एक लाख करोड़ रुपयों से अधिक होने के बाद ‘पीएमआय’ निदेशांक में हुए सुधार की खबर ने निवेशकों का उत्साह बढ़ाया है। ‘मार्किट ग्रुप’ ने घोषित किए ‘पर्चेसिंग मैनेजमेंट इंडेक्स’ (पीएमआय) के अनुसार देश के उत्पादन और माँग में बढ़ोतरी हुई है। लगातार तीसरे महीने में यह बढ़ोतरी दर्ज़ हुई है और सितंबर की तुलना में यह बढ़ोतरी बीते तेराह वर्ष में सबसे अधिक होने का दावा, संबंधित रपट में किया गया है। ‘पीएमआय’ निदेशांक देश के उत्पादन और सेवा क्षेत्र का आर्थिक ट्रेंड दर्शाता है। हर महीने में कंपनियों का सर्वे करके यह निदेशांक तय किया जाता है। यह निदेशांक ५० से नीचे होने पर अर्थव्यवस्था सिकुड़ रही है और ५० प्रतिशत से अधिक होने पर अर्थव्यवस्था का विस्तार दर्शाता है। अक्तुबर में ‘पीएमआय’ निदेशांक ५८.९ प्रतिशत दर्ज़ हुआ है और इससे पहले सितबंर महीने में ‘पीएमआय’ ५६.८ प्रतिशत दर्ज़ हुआ था।

india-economyकोरोना के संकट की वजह से निर्माण हुए अड़ंगे और कठिनाईयां दूर हो रही हैं और माँग बढ़ रही है। इस वजह से उत्पादकों को नए ऑर्डर्स प्राप्त हो रहे हैं और उत्पादन में बढ़ोतरी भी हो रही है। बिक्री में हुई यह बढ़ोतरी अगले कुछ महीने बरकरार रहेगी, यह विश्‍वास भारतीय कंपनियां व्यक्त कर रही हैं। यह बात कंपनियों के उत्पादनों के लिए आवश्‍यक सामान की खरीद में हुई बढ़ोतरी से स्पष्ट हो रही है, यह बयान ‘आयएचएस मार्किट’ की आर्थिक विशेषज्ञ एवं सहसंचालिका पोलीअन्ना डे लीमा ने किया है।

देश के वाहन क्षेत्र में माँग में बढ़ोतरी हुई है। व्यावसायिक वाहन और दुपहिया वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है, यह और एक रपट से स्पष्ट हो रहा है। हीरो मोटो, टीवीएस, मारुती सुज़ुकी, टाटा मोटर्स, हुंदाई कंपनियों की सेल में बीते वर्ष के त्यौहारों के दिनों में देखी बढ़ोतरी की तुलना में अधिक हुई है। साथ ही र्इंधन की माँग भी अब लॉकडाउन से पहले के स्तर पर जा पहुँची है।

india-economyइस पृष्ठभूमि पर भारतीय उद्योजकों की प्रमुख संगठन ‘फेडरेशन ऑफ इंडियन चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्री’ (फिक्की) के प्रमुख संगीत रेड्डी ने भारतीय अर्थव्यवस्था अधिक गति से विकास करने के लिए तैयार होने की बात कही है। कोरोना के संकट के बाद विश्‍वभर में जीवन और रोज़ी-रोटी बचाने में संतुलन कैसे स्थापित करना है, यह समस्या बनती दिखाई पड़ी। लेकिन, भारत ने लॉकडाउन के बाद स्वास्थ्य क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं को मज़बूती प्रदान की और जीवन की सुरक्षा पर जोर दिया। यह प्रावधान काफी उपयुक्त साबित हुआ। अब रोज़ी-रोटी के लिए सरकार को कुछ साहसी निर्णय करने होंगे, यह बयान रेड्डी ने किया।

india-economyसरकार ने आर्थिक नीति में सुधार एवं अर्थव्यवस्था का विस्तार करने के लिए कदम उठाने के लिए तैयारी दिखाई है। अर्थव्यवस्था में सुधार होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। अब विकास को गति देने के लिए अधिक साहसी निर्णय करने के लिए यह उचित अवसर है, यह बात भी रेड्डी ने कही।

इस दौरान, केंद्रीय अर्थ सचिव अजय भूषण पांडे ने अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं, ऐसा कहा। ‘जीएसटी’ संकलन में देखी गई बढ़ोतरी इसके लिए अच्छा नमूना है। साथ ही सरकार का कर बढ़ाने का कोई भी विचार ना होने की बात भी पांडे ने स्पष्ट की। होटल, पर्यटन जैसे क्षेत्र काफी समस्याओं से घिरे हुए हैं। इसका पूरा अंदाज़ा सरकार को है और अगले पैकेज़ में कठिनाईयों का मुकाबला कर रहे क्षेत्रों पर अधिक ध्यान दिया जाएगा, यह बयान पांडे ने एक साक्षात्कार के दौरान किया।

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