‘कोरोना’ की वजह से यूरोपिय अर्थव्यवस्था को जोरदार झटका लगेगा – वरिष्ठ जर्मन अधिकारी का इशारा

बर्लिन – कोरोना की वजह से लगाए गए लॉकडाउन का असर अभी तक सामने नहीं आया है। बैंकिंग क्षेत्र को इससे झटका सहना पड़ेगा। आर्थिक स्तर पर लगनेवाले इन झटकों के दायरे को लेकर अभी से अंदाज़ा लगाना कठिन है। लेकिन, अर्थव्यवस्था पटरी पर आने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं तभी बैंकिंग क्षेत्र को लगनेवाला यह झटका काफ़ी जोरदार रहेगा, यह इशारा जर्मनी के वरिष्ठ अधिकारी जोआकिम वर्मेलिंग ने दिया। बीते कुछ दिनों में यूरोपिय देशों में कोरोना का प्रभाव दुबारा बढ़ने की जानकारी सामने आ रही है और कुछ देशों ने दूसरे लॉकडाउन के संकेत दिए हैं। इस पृष्ठभूमि पर जर्मन अधिकारी का इशारा ध्यान आकर्षित करता है।

यूरोपिय अर्थव्यवस्था

यूरोप में करीबन ५३ लाख लोग कोरोना से संक्रमित हैं और इनमें से अब तक २.२५ लाख से अधिक संक्रमितों की मौत हुई है। यूरोप में ब्रिटेन, फ्रान्स, जर्मनी, इटली और स्पेन में इस महामारी ने कोहराम मचाया है। इस महामारी का आर्थिक असर भी सामने आने लगा है और विश्‍व के अधिकांश प्रमुख गुट और संस्थाओं ने यूरोप को आर्थिक मंदी का जोरदार झटका लगेगा, यह अंदाज़ा व्यक्त किया है। कुछ महीने पहले यूरोप की प्रमुख अर्थव्यवस्था वाले जर्मनी के साथ फ्रान्स, ब्रिटेन ने भी मंदी का ऐलान किया था।

यूरोपिय अर्थव्यवस्था

कोरोना की वजह से उभरे आर्थिक संकट से बाहर निकालने के लिए मई में ७५० अरब यूरो के ‘रिकवरी प्लैन’ का ऐलान किया गया था। यूरोपियन कमिशन ने किया यह ऐलान यूरोप के इतिहास में आज तक का सबसे बड़ा आर्थिक पैकेज़ समझा जा रहा है। ‘नेक्स्ट जनरेशन ईयू’ इस नाम से यूरोपिय कमिशन ने योजना का ऐलान किया है और इसके ज़रिये ५०० अरब यूरो अनुदान के स्वरूप में और २५० अरब यूरो कर्ज देने का ऐलान किया गया है। लेकिन, इस ऐतिहासिक पैकेज के बाद भी यूरोपिय अर्थव्यवस्था संभल नहीं सकेगी, ऐसे संकेत जर्मन अधिकारी के इशारे से प्राप्त हो रहे हैं।

यूरोपिय अर्थव्यवस्था

जोआकिम वर्मेलिंग, जर्मनी की सेंट्रल बैंक बुंडेस बैंक के कार्यकारी मंडल के सदस्य हैं। इसी कारण उन्होंने दिया हुआ इशारा जर्मन अर्थव्यवस्था के लिए भी नए संकट की आहट होने की बात समझी जा रही है। यूरोप की कई कंपनियां बड़े संकट में फंस सकती हैं। इससे यह कंपनियां कर्ज का भुगतान नहीं कर सकेगी। इससे बैंकिंग क्षेत्र को जोरदार झटका लगेगा, यह इशारा जोआकिम वर्मेलिंग ने दिया हैं। दो महीने पहले यूरोपिय कमिशन ने जारी किए रपट में वर्ष २०२० में यूरोप की अर्थव्यवस्था की ८ प्रतिशत गिरावट होगी और तीव्र मंदी की स्थिति निर्माण होगी, यह इशारा दिया था। जर्मन अधिकारी ने दिया इशारा भी इस बात की पुष्टि कर रहा है।

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