यूरोप की सभ्यता को परधर्मीय शरणार्थीयों से ख़तरा – झेक प्रजासत्ताक के प्रधानमंत्री एंड्रेस डैबीस

प्राग: परधर्मीय शरणार्थी यूरोपीय संस्कृति और सभ्यता के लिए खतरनाक है। हमें अफ्रीकी एवं खाड़ी देशों की जनता की तरह नहीं जीना है, इसकी वजह से इन शरणार्थियों को हमें रोकना चाहिए, ऐसे शब्दों में झेक प्रजासत्ताक के प्रधानमंत्री एंड्रेस डैबिस ने शरणार्थियों के बारे में अपनी स्पष्ट भूमिका प्रस्तुत की है। यूरोप में अन्य देशों ने शरणार्थियों के बारे में अपनाई धारणा हमें मंजूर ना होने की बात कहकर प्रधानमंत्री डैबिस ने फ्रांस एवं जर्मनी में शरणार्थियों की वजह से निर्माण हुए गंभीर समस्याओं का दाखिला दिया है।

यूरोप की संस्कृति एवं सभ्यता का आधार ख्रिस्ती धर्म है। पर पिछले कई वर्षों से उत्तर अफ्रीका और खाड़ी देशों में आने वाले गैर कानूनी शरणार्थियों की वजह से यूरोप की सभ्यता संकट में आई है, ऐसा दावा प्रधानमंत्री डैबिस ने स्थानीय ग्रुप के माध्यम से बोलते हुए किया है। झेक प्रजासत्ताक की जनता अपनी संस्कृति पर प्रेम करने वाली होकर उन्हें अफ्रीकी एवं खाड़ी देशों की तरह जीना मंजूर नहीं है, ऐसा कहकर प्रधानमंत्री डैबिस ने शरणार्थियों से होने वाले सांस्कृतिक आक्रमण पर चिंता व्यक्त की है।

यूरोप, सभ्यता, परधर्मीय शरणार्थीयों, ख़तरा, झेक प्रजासत्ताक, प्रधानमंत्री, एंड्रेस डैबीस, प्राग, फ्रांस, जर्मनीतथा यूरोप पर टकराने वाले शरणार्थियों के झुंड में आयएस के समर्थक बड़ी तादाद में है, इसकी तरफ डैबिस ने ध्यान केंद्रित किया है। फ्रेंच, डच अथवा बेल्जियन्स ऐसे आयएस समर्थकों के साथ घुल मिल जाना है, तो वह वैसा कर सकते हैं। पर झेक प्रजासत्ताक में ऐसे कट्टरपंथी शरणार्थियों को स्थान नहीं मिलेगा, ऐसा प्रधानमंत्री डैबिस ने स्पष्ट तौर पर सूचित किया है। तथा अपनी संस्कृति के बचाव के लिए झेक की जनता लड़ाई करने के लिए तैयार रहें, ऐसा आवाहन भी प्रधानमंत्री डैबिस ने किया है।

स्थानीय की शरणार्थियों द्वारा हत्या होने के बाद जर्मनी के केम्नीटीझम में हुए दंगे का दाखिला देकर अनियंत्रित शरणार्थियों के झुण्ड कितने विस्फोटक परिस्थिति निर्माण कर सकते हैं, इसका एहसास प्रधानमंत्री डैबिस ने दिलाया है। शरणार्थियों से भरे हुए बोट जब किनारे पर टकराते हैं, तब क्या होता है यह आपने देखा है? इन शरणार्थियों को देखकर यूरोपीय डर जाते हैं। ऐसे शरणार्थियों ने फिलहाल जर्मनी के केम्नीटीझम मे उत्पात फैलाया है। शरणार्थीयों ने सिर्फ स्थानीय लोगों का खून नहीं किया है, बल्कि छोटे बच्चियों पर अत्याचार करके उन्हें मार डाला है, ऐसे शब्दों में प्रधानमंत्री डैबिस ने अपना क्रोध व्यक्त किया है।

दौरान झेक प्रजासत्ताक के प्रधानमंत्री ने इससे पहले यूरोपीय महासंघ के शरणार्थियों के बारे में अपनाई धारणा का स्वागत किया था। हर एक देश ने समान रूप से शरणार्थियों को स्वीकार करना चाहिए, ऐसा प्रधानमंत्री डैबिस ने मंजूर किया था। पर वर्तमान समय में उनकी भूमिका में बदलाव हुआ है, शरणार्थियों से स्थानीय लोगों पर होनेवाले अत्याचार और उनसे होने वाले खतरों की पृष्ठभूमि पर झेक प्रजासत्ताक के प्रधानमंत्री की भूमिका बदलने के संकेत मिल रहे हैं। इसकी वजह से उन्होंने शरणार्थियों के बारे में जर्मनी और फ्रांस के उदार धारणाओं पर कड़ी आलोचना शुरू की है।

दौरान प्रधानमंत्री डैबिस ने कुछ दिनों पहले शरणार्थियों को विरोध कर रहे हंगेरी के प्रधानमंत्री व्हिक्टर औरबन से भेंट करके चर्चा की थी।

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