ब्रिटेन समेत युरोप, यूएई और वियतनाम ने की पाकिस्तानी पायलटों के खिलाफ कार्रवाई

लंदन/दुबई/हनोई – पाकिस्तानी पायलटों के पास जाली लायसन्स होने की जानकारी सामने आने पर पाकिस्तान की मुश्‍किलों में बढ़ोतरी हुई है। ब्रिटेन, युरोपिय महासंघ, यूएई और वियतनाम ने पाकिस्तान की विमान कंपनी ‘पीआयए’ के कई उड़ान रद किए हैं। साथ ही, इन देशों ने पाकिस्तानी पायलटों के लायसन्स भी रद किए हैं। विश्‍वभर में पाकिस्तान की हो रही बेइज़्ज़ती को देखकर गुस्सा हो उठे पाकिस्तानी माध्यमों ने इम्रान खान की सरकार की कड़ी आलोचना की है।

Pakistan Pilotsपाकिस्तान के कराची शहर में २२ मई के दिन हुई यात्री विमान की दुर्घटना में ९७ लोगों की मौत हुई थी। इस दुर्घटना की जाँच के दौरान कुछ चौकानेवाली जानकारी सामने आयी थी। यह विमान हवा मे होते समय, पाकिस्तानी पायलट अपने सह-पायलट के साथ कोरोना के मुद्दे पर चर्चा कर रहा था, यह बात स्पष्ट हुई थी। पाकिस्तान की संसद में इस घटना की जानकारी रखते समय पाकिस्तानी मंत्री ने विश्‍व को चौकानेवाली जानकारी साझा की। पाकिस्तान की राष्ट्रीय विमान कंपनी ‘पीआयए’ के ८६० पायलट में से २३० पायलट जाली लायसन्सधारक होने की जानकारी पाकिस्तानी मंत्री ने घोषित की है। पाकिस्तानी मंत्री ने किए इस आत्मघाती बयान की गुँज अगले कुछ ही घंटों के दौरान दुनियाभर में सुनाई दी।

युरोपिय महासंघ की ‘एव्हिएशन सेफ्टी एजन्सी’ ने पाकिस्तानी पायलटों के जाली लायसन्स का मुद्दा रेखांकित करके, ‘पीआयए’ के विमानों को युरोप की हवाई सीमा में प्रवेश ना देने का ऐलान किया। युरोपिय देशों की सुरक्षा के लिए अगले छः महीनों तक ‘पीआयए’ पर पाबंदी रहेगी, यह बात भी महासंघ ने स्पष्ट की है। युरोपिय महासंघ के इस निर्णय का पाकिस्तान की विमान सेवा पर बड़ा असर होगा। कोरोना की महामारी की वजह से पाकिस्तान की विमान सेवा पहले ही खंडित हुई है। ऐसे में, अब हुए इस निर्णय की वजह से इसके आगे पाकिस्तान को, सिर्फ युरोप ही नहीं, बल्कि युरोप होकर अमरीका और कनाड़ा जानेवाले विमानों की उड़ानें भी रद करनी होंगी या इन शहरों की विमान सेवा लंबे रास्ते से शुरू करने के लिए भी पाकिस्तान मजबूर हो सकता है। ऐसा होने पर पाकिस्तान की विमान सेवा पर अतिरिक्त आर्थिक भार गिरेगा, यह चिंता पाकिस्तान को सता रही है।

Pakistan PMयुरोपिय महासंघ की ‘पीआयए’ पर लगाई पाबंदी अस्थायी है। लेकिन ब्रिटेन ने अनिश्‍चित समय तक पाकिस्तान के विमानों को लंदन, बर्मिंगहॅम और मैंचेस्टर में उतरने नहीं देंगे, यह बात ड़टकर स्पष्ट की है। वहीं, दो दिन पहले कोरोना की पृष्ठभूमि पर पाकिस्तानी विमानों को अनुमति देने से इन्कार करनेवाले ‘यूएई’ ने एक और बड़ा निर्णय किया है। अपने देश की विमान कंपनियों के लिए सेवा दे रहे पाकिस्तानी पायलट और इंजिनिअर्स की जाँच करने के आदेश ‘यूएई’ ने जारी किए हैं। ‘यूएई’ के इस निर्णय का अनुसरण अन्य खाड़ी देश भी करेंगे, ऐसी गहरी संभावना है। ऐसा होने पर पाकिस्तान के विमानों को खाड़ी क्षेत्र की हवाई सीमा बंद की जा सकती हैं। आग्नेय एशिया के वियतनाम ने भी अपनी विमान कंपनियों में कार्यरत पाकिस्तानी वंशी पायलटस्‌ को सेवा में से निष्कासित किया है। साथ ही, इन पायलट और इंजिनिअर्स की जाँच करने के आदेश भी दिए हैं।

पाकिस्तान के मंत्री ने, ‘पीआयए’ में जाली लायसन्स धारक वैमानिकों की जानकारी घोषित करने की क्या आवश्‍यकता थी, यह सवाल गुस्सा हुए पाकिस्तान के पत्रकार कर रहे हैं। इसके कारण पाकिस्तान को हज़ारों करोड़ रुपयों का नुकसान उठाना होगा और सबसे बड़ी बात यह रहेगी कि इससे दुनियाभर में पाकिस्तान की बेइज़्ज़ती हुई है। इससे सँभालने के लिए काफ़ी महीने बितने होंगे, यह अफसोस भी पाकिस्तानी पत्रकार व्यक्त कर रहे हैं। प्रधानमंत्री इम्रान खान की सरकार इस तरह से पाकिस्तान की और कितनी बेइज़्ज़ती कराती रहेगी, यह सवाल भी बड़े गुस्से के साथ किया जा रहा है।

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