एम्बेडिंग

‘एम्बेड’ का अर्थ है, किसी रचना में अन्य रचनाओं का समावेश करना। इस एम्बेडिंग का संबंध कॉम्प्यूटर के साथ हम जोड़ते हैं। परन्तु एम्बेडिंग यह शब्द ही यांत्रिक ज्ञान के किसी विभाग से संबंधित लगता है।

Picasa- एम्बेडिंगइस एम्बेडिंग का वेबसाईट एवं ब्लॉक्स् इनके साथ काफी  करीबी रिश्ता है। किसी विडियो अथवा किसी चित्र का अल्बम, कोई गीत यदि हमें पसंद आता है तब उसे अपने मित्रों तक पहुँचाना, जिससे कि उन्हें भी उसका आनंद प्राप्त हो ऐसा तो हमें लगता ही है और इसके लिए एम्बेडिंग का उपयोग वेबसाईट्स् अथवा ब्लॉग्स् में किया जाता है।
ऊपर की प्रस्तावना को पढ़कर आपको ऐसा तो ज़रूर लगा होगा कि आज हमें ज़रूर किसी जटिल एवं क्लिष्ट विषय के बारे में जानना है। परन्तु हक़ीकत में देखा जाय तो ऐसा कुछ भी नहीं हैं।

वेबसाईट्स् एवं ब्लॉग्स् का महत्त्व और उनके अस्तित्व के बारे में आज कल विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे उनके उपयोगों के कारण आनेवाली सदी के लिए तो इनका महत्त्व निश्‍चित ही है। इसीलिए वेबसाईट्स् एवं ब्लॉग्स् बनाने के लिए और उन्हें पढ़ने में आसान बनाने के लिए क्या किया जा सकता है, इस पर दुनिया भर में विचार चल रहा है। ये साईट्स् या ब्लॉग्स् कैसे बनाने हैं और उन्हें बनाना कितना आसान होता है यह हम ब्लॉगर एवं वर्ड प्रेस जैसे उदाहरणों की सहायता से इस लेख मालिका में पहले देख ही चुके हैं। इतना ही नहीं बल्कि इस एम्बेडिंग के समान पक्का कॉम्प्यूटर इंजिनियर्स के समान लगनेवाले शब्द को भी हर एक सामान्य नेटकर (इंटरनेट उपयोगकर्ता) कैसे, कितने सुलभ एवं सरल मार्ग से उपयोग में सकता है इसके बारे में आज हम विचार करेंगे।

विडियो  एम्बेडिंग
युट्युब (www.youtube.com), व्हिमीयो (www.vimeo.com), मेटाकॅफ़े  (www.metacafe.com), डेलिमोशन (www.dailymotion.com), इनके समान सभी विडियो होस्टिंग एवं स्ट्रिमिंग साईट्स उन पर होनेवाले विडिओज् दूसरों को स्वयं के साईट्स एवं ब्लॉग्स् के उपयोग के लिए एम्बेंड कोड के द्वारा उपलब्ध करते हैं। इससे किसी भी व्यक्ति द्वारा अपलोड किया गया विडियो उसी के नाम से अपने ही साईट्स, ब्लॉग्स् में किसी भी प्रकार से अपलोड-डाऊनलोड किए बगैर ही उपयोग किया जा सकता है; तथा अपने साईट/ब्लॉग्स् के पाठकों को और भी किसी अन्य पृष्ठ परताये बगैर ही साईट/ब्लॉग्स् में रहकर ही देखा जा सकता है। यह एम्बेडिंग का आज कल लोकप्रिय होनेवाला सर्वोत्तम एवं सरल उदाहरण है।

Share-and-Embed-Buttonsइसके साथ ही मान लो हमारा भी कोई विडियो हमें अपने ब्लॉग्स् पर लेना होगा, तब भी हम ऊपर उल्लेखित किसी भी साईट पर अपना खाता मुफ्त में ही खोलकर वहाँ पर बिना कुछ खर्च किए अपने विडियों को अपलोड करके दूसरों के लिए भी रख सकते हैं। इसके पश्‍चात् अपने ही ये विडियो ब्लॉग/साईट के लिए एम्बेडिंग की पद्धति के अनुसार ही उपयोग में लाया जा सकता है।

एम पी ३ (गीत) एम्बेडिंग

ऊपरी दी गई एम्बेडिंग की जो पद्धति दूसरों के एवं स्वयं के विडियो के लिए उल्लेखित की है, वैसे ही बिलकुल उसी पद्धतिनुसार हम एम पी ३ फाइल्स  अर्थात गाने भी अपने ब्लॉग्स्/साईट्स में एम्बेडिंग के ही पद्धतिनुसार दूसरों को भी उपलब्ध करवा सकते हैं। इसके लिए हमें www.soundcloud.com अथवा (चित्र) www.grooveshark.com आदि साईट्स पर स्वयं के गीत अपलोड करके अथवा दूसरों द्वारा अपलोड किया गया गानों  का एम्बेंड कोड का उपयोग करके उन्हें हम अपने ब्लॉग अथवा साईट के लिए भी उपयोग में ला सकते हैं। साऊंड क्लाऊड एवं ग्रुव्हशार्क का उपयोग साईट्स कुछ विशेष मर्यादा तक ही हम कर सकते हैं।

चित्रों का ‘एम्बेडिंग’
जिस तरह से हमने विडियो एवं एम पी ३ के उदाहरण देखे उसी तरह से हमें अनेक चित्र एक ही समय में अथवा अनेक चित्रों का स्लाईड शो बनाकर उसे अपने साईट/ब्लॉग में उसका उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए हम याहू के फ्लिकर (www.flicker.com) अथवा गुगल के पिकासा (http://picasaweb.google.com/116790950801070160641?nodirect=1) का उपयोग कर सकते हैं। पिकासा में अभी-अभी होनेवाला बदलाव अर्थात, पिकासा के मूल साईट पर यदि हम जाते हैं। अर्थात (http://picasaweb.com) पर जाते हैं, तो हमें गुगल प्लस के फोटो विभाग में ले जाकर रखा जाता है और इसीलिए हमें ऊपर दिए गए अर्थात ‘nodirect’ यह शब्द होनेवाले हाय पर लिंक का उपयोग में करना पड़ता है।

ऊपर उल्लेखित किए गए एम्बेडिंग के सुविधा का लाभ उठाने के लिए, हमें एचटीएमएल इस कॉम्प्यूटर की भाषा में लिखा गया कोड सेवादाती साईट देती है। इसे हम ‘एम्बेडकोड’ के नाम से जानते हैं और अपने साईट/ब्लॉग में लिखे जाने वाले अर्थात ‘कम्पोज मोड’ के ‘एचटीएमएल’ विभाग में जाकर उसे हमें यहाँ पर पेस्ट करना होता है।

आज हम यहीं पर, अर्थात एम्बेडिग के बिलकुल सर्वज्ञात उदाहरण देखकर रुकनेवाले हैं। इसीलिए हमारे ऐसे कुछ मित्र जो इन सभी का उपयोग कभी करते ही नहीं थे, उन्हें भी ये सब कुछ समझने में एवं स्वयं इसका उपयोग करके देखना आसान हो जायेगा। परन्तु इसके अगले भाग में हम काफी मनोरंजक, विविध प्रकार के एवं अचंभित कर देने वाली बातों को ब्लॉग एवं वेबसाईट में एम्बेड करने के संबंध में चर्चा करनेवाले हैं।

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