अफ्रीका में हुआ ‘एबोला’ का फैलाव यानी ‘अंतरराष्ट्रीय आपात’ – वैश्‍विक स्वास्थ्य संगठन का ऐलान

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरजीनिव्हा/किन्शासा: ‘पिछले कुछ महीनों से अफ्रीका में डीआर कांगो में तेजी से फैल रही एबोला की महामारी स्वास्थ्य के नजरिए से अंतरराष्ट्रीय स्तर का आपात स्थिति है| इस घोषणा से महामारी का फैलाव हो रहे क्षेत्र में बदलाव नही होगा, फिर भी इस समस्या की ओर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जरूरी ध्यान आकर्षित होने की उम्मीद है’, इन शब्दों में वैश्‍विक स्वास्थ्य संगठन ने ‘डी आर कांगो’ में फैली एबोला की महामारी अंतरराष्ट्रीय आपात होने का ऐलान किया| पिछले वर्ष अगस्त महीने में शुरू हुई इस महामारी से अबतक १,६७६ लोगों की मौत हुई है|

डी आर कांगो में फैली एबाला की महामारी इतिहास में दुसरी सबसे बडी महामारी के तौर पर दर्ज होने की चेतावनी वैश्‍विक स्वास्थ्य संगठन ने वर्ष के शुरू में ही दी थी| इसके बाद एबोला का फैलाव रोकने के लिए अधिक व्यापक कोशिश शुरू हुई थी| लेकिन, डी आर कांगो में शुरू संघर्ष और एबोला की महामारी का प्रवेश हुए क्षेत्र में हो रहे हमलों से एबोला पर रोक लगाने की कोशिशों में बडी मुश्किल खडी हुई थी| ऐसे में एबोला के कारण मौत हो रहे लोगों की संख्या भी लगातार बढ रही है और ऐसे में वैश्‍विक स्वास्थ्य संगठन समेत स्थानिय सरकार के सामने बडी चुनौती होने की बात समझी जा रही है|

स्थानिय प्रशासन और वैश्‍विक स्वास्थ्य संगठन की व्यापक मुहीम के बावजूद यह महामारी नियंत्रण में आ नही सकी है| आखिरकार ‘इमर्जन्सी’ घोषित करने की विवशता देखी गई है| इस बारे में हुआ निर्णय पिछले दो बैठक में नही हो सका था| लेकिन, बुधवार के दिन वैश्‍विक स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने अंतरराष्ट्रीय आपात का ऐलान करके अब जागतिक स्तर पर अधिक तेजी से और व्यापक प्रयत्नों की जरूरत होने का इशारा दिया है| साथ ही एबोला की महामारी का सामना कर रहे ‘डीआर कांगो’ समेत अफ्रीका में रवांडा, युगांडा जैसे देशों में भी महामारी का फैलाव होने का खतरा बढने की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है|

वर्ष १९७६ में इस देश में फैली महामारी के बाद एबोला की यह दसवी महामारी है| इससे पहले फैली महामारी में मौत हुई लोगों की संख्या करीबन १०० ही थी| लेकिन, इस वर्ष फैली महामारी और भी घातक होने की बात दिखाई दे रही है| दुनिया में अबतक देखी गई एबोला की महामारी में ‘डीआर कांगो’ में फैली यह महामारी दुसरी सबसे बडी महामारी साबित हुई है| इससे पहले वर्ष २०१४ में अफ्रीका में फैली ‘एबोला’ की महामारी ने ११ हजार से अधिक लोगों को ढेर किया था| यह महामारी भी वैश्‍विक स्वास्थ्य संगठन ने ‘इमर्जन्सी’ घोषित की है|

इस दौरान एबोला और अफ्रीकी महाद्विप में हडकंप मचा रहे अन्य महामारी के पीछे जैविक युद्ध होने का आरोप कुछ लोगों ने पहले ही किया है| यह आरोप सनसनी खेज साबित हुए थे|

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