‘जेएनपीटी’ बंदरगाह से ८७९ करोड़ रुपयों के नशीले पदार्थ बरामद

नई मुंबई – ईरान से ‘जेएनपीटी’ बंदरगाह में पहुँचे एक कंटेनर से ८७९ करोड़ रुपयों के नशीले पदार्थ बरामद किए गए हैं। ‘डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजन्स’ (डीआरआय) और सीमा शुल्क विभाग ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है और यह कार्रवाई पिछले दस वर्षों के दौरान की गई सबसे बड़ी कार्रवाईयों में से एक साबित हुई है। बीते वर्ष ‘जेएनपीटी’ में ५५० करोड़ रुपयों की हेरोईन बरामद की गई थी। 

मुंबई में समुद्री मार्ग से भारी मात्रा में नशीले पदार्थ दाखिल होने की जानकारी ‘डीआरआय’ को प्राप्त हुई थी। इससे पहले भी विदेश से आयात किए सामान के नाम से नशीले पदार्थों की तस्करी की घटनाएँ सामने आयी हैं। ऐसे में ‘डीआरआय’ ने ‘जेएनपीटी’ में उतारे गए सामान की जाँच शुरू की। इस दौरान अफ़गानिस्तान से फिटकरी और टैल्कम पाऊडर भरकर पहुँचे कंटेनर को लेकर ‘डीआरआय’ और सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों के मन में आशंका निर्माण हुई। यह कंटेनर ईरान के बंदरगाह के ज़रिये यहां पर लाया गया था। भारत में भारी मात्रा में होनेवाली हेरोईन की तस्करी अफ़गानिस्तान से होती है, इसे ध्यान में रखकर संबंधित कंटेनर की जाँच की गई। इस दौरान करीबन २९३ किलो हे्रोईन बरामद की गई। अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में इसकी कीमत ८७९ करोड़ रुपये बताई गई है। इस मामले में एक की गिरफ्तारी हुई है। ‘जेएनपीटी’ में उतारी गई यह हेरोईन बाद में मुंबई और दिल्ली में वितरित होनी थी। यह सामान कौनेसी कंपनी द्वारा मंगवाया गया था, यह बात अभी स्पष्ट नहीं हुई है। लेकिन, इस मामले में और कुछ लोगों की गिरफ्तारी होने की संभावना है।

‘जेएनपीटी’ में बीते वर्ष १९१ किलो हेरोईन बरामद की गई थी। आयुर्वेदिक इलाज के लिए इस्तेमाल हो रही मुलेठी के आयात दिखाकर इसकी तस्करी की गई थी। बीते कुछ वर्षों में समुद्री मार्ग से भारत में नशीले पदार्थों की तस्करी बढ़ी है। बीते छह महीनों में तटरक्षक बल एवं नौसेना ने भारतीय समुद्री क्षेत्र में कार्रवाई करके करीबन पांच हज़ार करोड़ रुपयों के नशीले पदार्थ जब्त किए है। मार्च में लक्षद्विप के करीब एक श्रीलंकन जहाज़ से ३०० किलो हेरोईन के साथ पांच ‘एके-४६ राइफल्स’ जब्त की गई थी।

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