राजौरी में सुरक्षा ठिकानों पर मंडरा रहा ‘ड्रोन’ बरामद; दो युवकों को हिरासत में लिया

श्रीनगर – जम्मू-कश्‍मीर के राजौरी ज़िले में सुरक्षा ठिकानों का मुआईना कर रहा ड्रोन बरामद किया गया है। यह ड्रोन वीडियो बनाने की क्षमता रखता है। इस मामले में दो युवकों को हिरासत में लिया गया हैं और उनकी जाँच जारी है, यह बात पुलिस ने कही।

राजौरी के गुर्जर मंडी इलाके में तैनात पुलिस के दल को यह ड्रोन नजर आया। रात के समय डी.सी.ऑफिस रोड पर आकाश में प्रकाश दिखाई देने से यह दल चौकन्ना हुआ था। इस घटना के बाद पुरे इलाके में कई दल तैनात किए गए और इस ड्रोन की खोज शुरू की गई। मग़र कुछ ही समय में यह संदिग्ध ड्रोन नजर से ओझल हो गया।

लेकिन ड्रोन के जरिए सुरक्षा जगहों का ब्यौरा करने की घटना की गंभीरता ध्यान में रखकर इस ड्रोन की डटकर खोज शुरू की गई।

आखिरकार यह ड्रोन किस क्षेत्र से संचालित हो रहा था, यह जानने में कामयाबी मिली। इस मामले में पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया हैं। संवेदनशील क्षेत्र में ड्रोन का इस्तेमाल करने पर पाबंदी होते हुए भी इस इलाके में ड्रोन का इस्तेमाल किया गया है और यह ड्रोन चलानेवालों की कडी जाँच हो रही है। बरामद किया गया ड्रोन वीडियो लेने की क्षमता रखता है और इस वजह से सुरक्षा यंत्रणा अधिक चौकन्ना हुई है। ड्रोन का इस्तेमाल पुख्ता किस कारण से हो रहा था और इससे कौन से इलाके की वीडियो बनाई गई, यह समझने के लिए जाँच जारी है।

राजौरी में बरामद हुआ यह ड्रोन वीडियो बनाने के काम का है, लेकिन इससे पहले इस क्षेत्र में पकडे गए ड्रोन, हथियारों की तस्करी करने के काम में इस्तेमाल होने की जानकारी सामने आयी है। पिछले वर्ष ९ से १६ सितंबर के दौरान अमृतसर और तरनतारण जिले में की गई कार्रवाई में, ८० किलो विस्फोटक बरामद किये गए थे। इसे ड्रोन के जरिए भेजा गया था।

सीमा के उस पार आतंकियों के ठिकानों पर बडी मात्रा में गतिविधियाँ हो रही हैं और घुसपैठ करने की कोशिश में भी आतंकी जुटें हैं। कोरोना वायरस का संकट टूट पड़ा है और ऐसे में भी आतंकियों की हरकतें जारी है। कोरोना वायरस से सैनिकों को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी प्रावधान किए जा रहे हैं और तभी सीमा की उस ओर से हो रही घुसपैठ रोकने के लिए भारतीय सेना पूरी तरह से सतर्क है, यह बयान सेनाप्रमुख जनरल मनोज नरवणे ने हाल ही में किया था।

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