पाकिस्तान के तालिबान को आतंकवादी करार देकर अपने दुश्मन ना बढ़ाएँ – पाकिस्तानी माध्यमों को ‘तेहरिक’ के नेता की धमकी

इस्लामाबाद – ‘‘ इसके आगे पाकिस्तान के माध्यम और पत्रकार ‘तेहरिक-ए-तालिबान’ का उल्लेख आतंकवादी और कट्टरपंथी संगठन ऐसा ना करें । वैसा करना तुम्हारे व्यवसाय का भाग होने वाली निष्पक्षता को शोभा नहीं देगा। साथ ही कमा इससे तुम्हारे दुश्मन बढ़ेंगे इस बात को ध्यान में रखें’’, ऐसी धमकी तेहरिक ने दी है। अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आ रही है, ऐसे में पाकिस्तान के तेहरिक के घातपात की तीव्रता बढ़ती चली जा रही है। ऐसी परिस्थिति में तेहरिक ने यह धमकी देकर पाकिस्तान के माध्यम और पत्रकारों को दहला दिया दिख रहा है।

‘तेहरिक’तेहरिक का नेता मोहम्मद खोरासानी का, पाकिस्तानी न्यूज़ एजेंसीज् और न्यूज़ चैनल्स को तथा पत्रकारों और विश्लेषकों को चेतावनी देनेवाला पत्र जारी हुआ। पाकिस्तान की सुरक्षा यंत्रणाएँ और तेहरिक के बीच जारी संघर्ष की खबरें देते समय, तेहरिक का उल्लेख ‘आतंकवादी और कट्टरपंथी संगठन’ ऐसा किया जाता है, यह गलत बात है। क्योंकि इस संघर्ष में एक पक्ष ने दूसरे को दी उपाधि उसपर थोपी जाती है। वहीं, इस पक्ष ने खुद के बारे में किए दावे ज्यों के त्यों स्वीकारे जाते हैं, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, ऐसा कहते हुए खोरासानी ने, पाकिस्तानी माध्यम और पत्रकार अपनी सरकार और लष्कर का पक्ष ना लें, ऐसा जताया।

इस प्रकार पाकिस्तान की सरकार तथा लष्कर की तरफदारी करके आप यही साबित कर रहे हैं कि आप निष्पक्ष नहीं है, ऐसा दोषारोपण खोरासानी ने पाकिस्तानी माध्यमों पर किया। लेकिन आपके इस पक्षपाती रिपोर्टिंग को हम बहुत ही बारीकी से दर्ज कर रहे हैं। इसके आगे अगर आपने तेहरिक का उल्लेख आतंकवादी ऐसा किया, तो आप आपके दुश्मनों की संख्या बढ़ा रहे हैं, इस पर गौर करें, ऐसी पाकिस्तान के माध्यमों को दहलानेवाली चेतावनी खोरासन ने इस पत्र में दी। इससे पाकिस्तान में सनसनी मची है। इस पत्र की खबर प्रकाशित हो रही है कि तभी पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों का नया सत्र शुरू हुआ है। इन हमलों की ज़िम्मेदारी का स्वीकार तेहरिक ने खुलेआम किया था। इस कारण माध्यमों को तेहरिक ने इस धमकी की गंभीरता भारी पैमाने पर बढ़ी है।

पाकिस्तान में तालिबान की सरकार स्थापित होकर, उसमें अपने इशारे पर नाचनेवाले गुट का वर्चस्व हो, इसके लिए पाकिस्तान की सरकार और लष्कर पिछले कुछ हफ्तों से जानतोड़ कोशिश कर रहे थे। लेकिन अफगानिस्तान में की गई यह दखलअंदाजी पाकिस्तान पर ही बूमरैंग होगी, ऐसी चिंता कुछ पाकिस्तानी पत्रकारों ने ज़ाहिर की थी। पूर्व राजनीतिक अधिकारी भी इम्रान खान की सरकार को इसके विरोध में चेतावनियाँ दे रहे हैं।

अफगानिस्तान में भयंकर खून खराबा मचाने वाला तालिबानी यह संगठन आतंकवादी नहीं है, ऐसी अधिकृत भूमिका पाकिस्तान ने अपनाई है। पाकिस्तानी माध्यम इसी दृष्टि से अफगानिस्तान की ओर देख रहे हैं। लेकिन अफगानिस्तान के ही तालिबान का भाग होनेवाले तेहरिक-ए-तालिबान की ओर पाकिस्तान आतंकवादी के रूप में देखता है। यह दोगलापन इसके आगे नहीं चलेगा, यह खोरासानी ने दी धमकी पाकिस्तान को वास्तव का एहसास दिलाने वाली साबित हो सकती है।

अफगानिस्तान का तालिबान और पाकिस्तान का तालिबानी अर्थात तेहरिक ये दो अलग-अलग संगठन होने के दावे आज तक पाकिस्तान ने किए थे। लेकिन अफगानिस्तान में जब तालिबान की सत्ता रही है, तब तेहरिक के साथ होनेवाले तालिबान के संबंध जगजाहिर हुए हैं। तेहरिक के नेताओं को तालिबान ने जेल से रिहा किया। साथ ही, उनपर कार्रवाई करने की पाकिस्तान ने की मांग तालिबान के नेताओं ने ठुकरा दी। इतना ही नहीं बल्कि, पाकिस्तान की भेंट करनेवाला तालिबान का प्रवक्ता झबिउल्ला मुजाहिद ने, तेहरिक ने पाकिस्तान में करवाए घातपातों का निषेध दर्ज नहीं किया, इसपर पाकिस्तान के कुछ पत्रकारों ने गौर फरमाया।

इसके बावजूद भी पाकिस्तान की सरकार तालिबान के लिए काम कर रही है, यह घातक बात साबित होती है ऐसा इन पत्रकारों का कहना है। फिर भी पाकिस्तान के माध्यमों में अफगानिस्तान के तालिबान के पूर्व लष्करी अधिकारी और विश्लेषक तालिबान का ज़ोरदार समर्थन कर रहे हैं। अफगानिस्तान में सरकार स्थापित होने तक तालिबान को समय दो, उसके बाद तालिबान तेहरिक का बंदोबस्त करेगा, ऐसा विश्वास इन सबको प्रतीत हो रहा है। लेकिन तालिबान अपना ही हिस्सा होने वाले तेहरिक पर कभी भी कार्रवाई नहीं करेगा, उल्टा अफगानिस्तान में बनी तालिबान की सरकार के कारण तेहरिक अधिक मज़बूत होगी, ऐसी चेतावनी पाकिस्तान के कुछ बुद्धिमानों ने दी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.