द्विभाजित अमरीका यह सन २०२१ के लिए सबसे बड़ा ख़तरा – अभ्यासगुट का अनुमान

द्विभाजित अमरीका

न्यूयॉर्क – ‘दो टुकड़ों में बँटी महासत्ता पहले के तरह अपना प्रभाव नहीं जमा सकयी। जब दुनिया के सर्वाधिक ताकतवर देश में ही दरार पड़ती है, तब सभी लोग मुश्किल में पड़ जाते हैं’, इन शब्दों में ‘युरेशिया ग्रुप’ ने, विभाजित अमरीका यह सन २०२१ का सबसे बड़ा ख़तरा होगा, ऐसा अनुमान जताया है।

द्विभाजित अमरीका

‘इससे पहले के दौर में आये बड़े संकटों में जागतिक समुदाय को यह विश्वास था कि अमरीका के पास दुनिया को स्थिरता देने की क्षमता है। लेकिन दुनिया की एकमात्र महासत्ता को फिलहाल अंतर्गत स्तर पर ही ज़बरदस्त चुनौतियों का मुकाबला करना पड़ रहा है’, ऐसा अमरिकी अभ्यासगुट ने कहा है। आगामी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन पर, अंतर्गत समस्याओं का सामना करके, जागतिक स्तर पर नेतृत्व के लिए अमरीका सक्षम है, यह साबित करने की मुश्किल ज़िम्मेदारी है, इसका एहसास युरेशिया ग्रुप ने अपनी रिपोर्ट में करा दिया।

‘अमरिकी जनता कें एक बड़े गुट के मन में, बायडेन के राष्ट्राध्यक्षपद पर, उनके राजनीतिक प्रभाव पर और उनका पद कितने समय तक टिकेगा, इसके बारे में सन्देह है। उसी समय, अमरीका की रिपब्लिकन पार्टी का भविष्य और कुल मिलाकर देश की राजनीतिक व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हुए हैं, इसपर भी अभ्यासगुट ने ग़ौर फ़रमाया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.