भारत और रशिया के विदेश सचिवों के बीच हुई ‘एलएसी’ के मुद्दे पर चर्चा

India-Russiaनई दिल्ली – भारत और चीन में बढ़ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर भारत और रशिया के विदेश सचिव ने ‘एलएसी’ के मुद्दे पर फोन पर बातचीत की। इस दौरान भारत की आवश्‍यकताओं के अनुसार रशिया रक्षा सामान की आपूर्ति करेगी, यह वादा रशिया ने भारत से किया। इंडो-पैसिफिक से संबंधित नीति का रशिया भी हिस्सा हो, यह भारत की इच्छा होने के समाचार प्रसिद्ध हुए थे। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन अक्तूबर में भारत की यात्रा कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर भारत और रशिया के बीच हुई यह चर्चा अहमियत रखती है।

मंगलवार के दिन भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और रशिया के विदेश सचिव इगोर मोरगोल्व ने फोन पर चर्चा की। इस दौरान द्विपक्षीय सहयोग और अंतरराष्ट्रीय एवं प्रादेशिक मुद्दे अग्रीम रहे। कोरोना वायरस की वजह से ब्रिक्स और एससीओ की परिषद के तय समय में बदलाव किया गया था। अगले कुछ महीनों में इन दोनों परीषदों का आयोजन होगा। लेकिन, वर्च्युअल परिषद के बजाय प्रत्यक्ष परिषद का आयोजन हो, यह इच्छा भारत और रशिया ने रखी है। इस पर दोनों सचिवों ने चर्चा की। इस दौरान भारत और रशिया के बीच चीन सीमा पर बने तनाव पर ही चर्चा हुई। लेकिन, इससे संबंधित अधिक ब्यौरा अभी प्रसिद्ध नहीं हुआ है।

India-Russiaरशिया ने भारत में बुनियादी सुविधाओं के विकास कार्यों में निवेश करने के लिए उत्सुकता दिखाई है। तभी भारत ने रशिया के इंधन क्षेत्र में निवेश करने की तैयारी दिखाई है। भारत और चीन में बने तनाव की पृष्ठभूमि पर रशिया ने भारत को 12 ‘सुखोई-30 एमकेआय’ और 21 ‘मिग-21’ ऐसे कुल 33 लड़ाकू विमानों की अत्यल्प समय में आ्पूर्ति करने की तैयारी दिखाई हैो। इस चर्चा के दौरान रशिया ने इस आपूर्ति को लेकर भारत को फिरसे आश्‍वस्त किया है। इससे पहले जून महीने में रशिया ने अपनी ‘विक्टरी डे परेड’ के लिए भारत को आमंत्रित करके चीन को उचित संदेश दिया था, यह बात भी समझी जा रही है।

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