‘आयएनएस प्रबल’ से दागी विध्वंसक विरोधी मिसाइल ने तय लक्ष्य को किया सटीकता से निशाना – वीडियो जारी करके नौसेना ने दिया शत्रु को इशारा

नई दिल्ली – अरब सागर में हो रहे युद्धाभ्यास के दौरान भारतीय नौसेना ने ‘आयएनएस प्रबल’ विध्वंसक से जहाज़ विरोधी मिसाइल का परीक्षण किया। ‘आयएनएस प्रबल’ से छोड़ी गई इस मिसाइल ने गोदावरी वर्ग के पुराने निवृत्त युद्धपोत को सटीकता से लक्ष्य किया। इस मिसाइल की सटीकता इतनी अच्छी रही की लक्ष्य जहाज़ जगह पर ही डूब गया। नौसेना ने इस परीक्षण का वीडियो जारी करके चीन और पाकिस्तान को संदेश दिया है, ऐसे दावे विश्‍लेषक कर रहे हैं।

NAVY-INDIA‘आयएनएस प्रबल’ भारतीय सेना की वीर वर्ग की मिसाइलों से सज्जित प्रगत विध्वंसक है। मुंबई के माज़गांव डॉक में इस विध्वंसक का निर्माण किया गया था और वर्ष २००२ में यह विध्वंसक भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल की गई थी। इस विध्वंसक पर रशियन निर्माण के जहाज़ विरोधी ‘केएच-३५’ उरन मिसाइल तैनात हैं। इस मिसाइल की मारक क्षमता १३० किलोमीटर है।

चीन के साथ जारी तनाव की पृष्ठभूमि पर भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर में अपनी तैनाती बढ़ाई है और भारतीय नौसेना नियमित युद्धाभ्यास भी कर रही है। अरब सागर में हो रहे ऐसे ही एक युद्धाभ्यास के दौरान ‘आयएनएस प्रबल’ से जहाज़ विरोधी मिसाइल दागी गई और इस मिसाइल ने तय लक्ष्य को सटीकता से निशाना किया। इस दौरान स्वदेशी गोदावरी वर्ग की निवृत्त ‘आयएनएस गंगा’ युद्धपोत को बतौर लक्ष्य तैनात किया गया था। यह युद्धपोत ३५ वर्ष तक नौसेना में सेवा करने के बाद वर्ष २०१८ में नौसेना से निवृत्त हुई थी। इस युद्धाभ्यास का वीडियो नौसेना ने जारी किया है और इसमें वर्णित मिसाइल तय लक्ष्य को सटीकता से निशाना करते हुए दिख रहा है।

बीते कुछ सप्ताहों में भारत ने १४ मिसाइलों का परीक्षण किया है। इस वजह से रक्षाबल का सामर्थ्य बढ़ा है। दो दिन पहले ही अरब समुद्र में ‘आयएनएस चेन्नई’ नामक विध्वंसक से ‘सुपरसोनिक ब्रह्मोस’ मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था। भारत का चीन और पाकिस्तान के साथ जारी तनाव में बढ़ोतरी हुई है और इस दौरान भारत ने किए इन मिसाइलों के परीक्षण पूरे विश्‍व का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। साथ ही इन परीक्षणों के माध्यम से चीन और पाकिस्तान को संदेश दिया जा रहा है, यह दावे भी किए जा रहे हैं।

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