अमरीकन नौदल से १०० टॉमाहॉक के तत्काल निर्माण की मांग

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

वाशिंगटन: सीरिया में लष्करी अड्डे पर तूफानी हमले करनेवाले टॉमाहॉक मिसाइल के तत्काल निर्माण की मांग अमरिकन नौदल ने की है। उसके लिए अमेरिकन नौदल ने रेथौन इस शस्त्र निर्माण में अग्रगण्य होनेवाले कंपनी को दूर अंतर के १०० टॉमाहॉक मिसाइल के निर्माण का कॉन्ट्रैक्ट दिया था। सीरिया में रशिया के मिसाइल भेदी यंत्रणा को चकमा देनेवाले टॉमाहॉक मिसाइलों के निर्माण की बढ़ती मांग राशिया के लिए चेतावनी देने वाली दिखाई दे रही है।

पिछले कई वर्षों से अमरिकी नौदल के लिए महत्वपूर्ण काम करनेवाले टॉमाहॉक ब्लॉक-४ इस क्रूज मिसाइल की मांग बढ़ रही है। पिछले डेढ़ वर्षों में अमेरिका के नौदल ने ८०० से अधिक टॉमाहॉक मिसाइल की मांग की है। इसके लिए अमेरिका के नौदल ने रेथौन कंपनी के साथ किया करार तीन बार बदला गया है। तथा पिछले शुक्रवार को नए से १४ करोड डॉलर्स के १०० मिसाइल की मांग की गई है। इससे पहले मांगी ७०० मिसाइल की सप्लाई कब होगी इसकी जानकारी उजागर नहीं हुई है। पर अमरिकी नौदल की ताजा मांग २०२० वर्ष से पहले पूर्ण होगी, ऐसी जानकारी सामने आ रही है।

टॉमाहॉक, निर्माण, क्रूज मिसाइल, अमरीकन नौदल, तैनात, वाशिंगटन, रशिया

टॉमाहॉक मिसाइल से सज्ज विध्वंसक युद्धपोत अमरिकी नौदल के पांचवें तथा सातवें बेड़े में तैनात हैं। जिनमें से पांचवें बेड़े के विध्वंसक युद्धपोत फिलहाल पर्शियन खाड़ी तथा भूमध्य समुद्र में तैनात हैं। तथा सातवें बेड़े के टॉमाहॉक मिसाइलो से सज्ज विध्वंसक युद्धपोत जापान के सागरी क्षेत्र में तैनात है और साउथ चाइना सी के गश्ती पर है।

पिछले वर्ष अमरिका के यूएसएस रौस और यूएसएस पॉर्टर इन दो विध्वंसक ने सीरिया के होम्स शहर में लष्करी अड्डे पर टॉमाहॉक मिसाइलों से जोरदार हमला किया था। अमरीका के विध्वंसको ने सीरियन लष्करी अड्डे पर लगभग ५९ मिसाइल प्रक्षेपित करके २० विमान तबाह किए थे। तथा पिछले महीने में सीरियन राजधानी दमास्कस और होम्स शहर में लष्करी अड्डो पर ६६ टॉमाहॉक से हमला किया। सीरिया में रशिया के हवाई सुरक्षा यंत्रणाने मिसाइलों को रोकने के लिए ४० रॉकेट प्रक्षेपित किये थे। तथा सिरियन रॉकेट अमरीका के मिसाइलों को भेदने में सफल होने का दावा रशिया ने किया था। पर अमरीका के लष्कर ने रशिया के यह दावे ठुकराकर सिरियन हवाई सुरक्षा यंत्रणा अमरिकी रॉकेट रोकने में असफल हुई है, ऐसा दावा अमरिकी लष्कर ने किया है।

इस पृष्ठभूमि पर अमरीका के नौदल ने कि हुई टॉमाहॉक मिसाइल की इस नयी मांग को गंभीरता से देखा जा रहा है।

टॉमाहॉक मिसाइल

विध्वंसक अथवा पनडुब्बी से प्रक्षेपित किए जानेवाले यह मिसाइल अमरीकी नौदल के प्रमुख शस्त्र के तौर पर पहचाने जाते हैं। १९९१ वर्ष से अमरीका के नौदल का सहभाग रहे युद्ध में २१०० से अधिक टॉमाहॉक मिसाइल के हमले किए गए। इनमें से २००३ वर्ष में अमरिका ने इराक में पुकारे हुए आतंकवाद विरोधी युद्ध में ८०२ टॉमाहॉक मिसाइल तो इराक के हुकुमशाह सद्दाम हुसैन के जगहों पर तथा आतंकवादी अड्डों पर दागे गए थे। फिलहाल अमरिकी नौदल के बेड़े में होनेवाले टॉमाहॉक ब्लॉक-४ यह मिसाइल अति प्रगत और विध्वंसक होने का दावा किया जाता है। इन मिसाइलों में छोटे आकार के परमाणु विस्फोटक ले जाने की क्षमता है। पर अमेरिका ने आज तक परमाणु विस्फोट का इस्तमाल किसी भी हमले में नहीं किया है।

रडार तथा हवाई सुरक्षा यंत्रणा को चकमा देकर शत्रु के हवाई सीमा में प्रवेश करने की क्षमता इस मिसाइल में है। सेटेलाइट से जोड़ें होने की वजह से विध्वंसक से प्रक्षेपित होने के बाद टॉमाहॉक युद्धभूमि में बदलती परिस्थिति के अनुसार अपने टारगेट बदल सकता है। किसी विमान की तरह यह मिसाइल हवा में रहकर उस जगह पर बनी परिस्थिती की जानकारी सैटेलाईट की सहायता से नियंत्रण कक्ष को भेज सकता हैं, ऐसा दावा भी लष्करी विश्लेषक कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.