महाराष्ट्र में ‘डेल्टा प्लस वेरियंट’ ने बढ़ाई चिंता

मुंबई – कोरोना के ‘डेल्टा वेरियंट’ के म्युटेशन से तैयार हुए ‘डेल्टा प्लस वेरियंट’ ने चिंता बढ़ाई है। जिनोम सिक्वेन्स की जाँच करने के लिए महाराष्ट्र से भेजे गए नमूनों में से सात नमूने ‘डेल्टा प्लस वेरियंट’ के होने की बात सामने आयी है। इनमें से पांच न्मूने रत्नागिरी के संक्रमितों के हैं। कोंकण प्रांत के रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, रायगड एवं पड़ोस के कोल्हापुर एवं सातारा जिलों में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस पर चिंता जताई जा रही थी, इसी बीच ‘डेल्टा प्लस वेरियंट’ का संक्रमण होने की बात सामने आयी है।

delta-plus-corona-variant-2महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी कम हुई है। राज्य में फिलहाल प्रति दिन १० हज़ार से कम नए मामले सामने आ रहे हैं और राज्य का पॉज़िटिव रेट कम होकर ५.८ प्रतिशत हुआ है। इसके बावजूद कोल्हापुर, सिंधुदुर्ग, रायगड, रत्नागिरी, सातारा और सांगली जिलों में अभी भी कोरोना के मामले नियंत्रित होते नहीं दिखाई दे रहे हैं। राज्य के सबसे अधिक कोरोना के मामले इन्हीं जिलों में पाए जा रहे है।

राज्य का पॉज़िटिव रेट अब ५.८ प्रतिशत हुआ है, लेकिन रत्नागिरी जिले का पॉज़िटिव रेट १३.७ प्रतिशत है। इस पृष्ठभूमि पर महाराष्ट्र से जाँच के लिए भेजे गए ७ नमूने ‘डेल्टा प्लस वेरियंट’ के पाए गए हैं। इनमें से पांच नमूने रत्नागिरी, एक नवी मुंबई एवं एक पालघर जिले के संक्रमितों के हैं। इस वजह से अब इन एवं पड़ोस के जिलों से अधिक नमूने जिनोम सिक्वेन्स की जाँच के लिए भेजे जाएँगे। इस वजह से डेल्टा प्लस वेरियंट का संक्रमण कितनी मात्रा में हुआ है या संक्रमण की मात्रा कितनी है, यह पता लगाने के लिए अधिक नमूने अब जिनोम सिक्वेन्स की जाँच के लिए भेजे जाएँगे, यह वृत्त है।

delta-plus-corona-variant-1कोरोना के ‘डेल्टा प्लस वेरियंट’ से संक्रमित जहां पर पाए गए हैं वे गांव और इलाके कन्टेन्मेंट ज़ोन किए जाने की खबर है। इनमें से दो संक्रमितों में किसी भी तरह के आसार दिखाई नहीं दिए थे। ‘बी.१.६१८.२’ नामक कोरोना का ‘डेल्टा वेरियंट’ म्यूटेट होकर इससे ‘के४१७एन’ नामक वेरियंट तैयार हुआ है। इसे ही ‘डेल्टा प्लस’ कहा जा रहा है।

बीते हफ्ते तक देश में ‘डेल्टा प्लस’ से संक्रमितों की संख्या ज्यादा नहीं थी। इस वजह से इसको लेकर ज्यादा चिंता की आवश्‍यकता नहीं है, ऐसा केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने कहा था। लेकिन, इसी बीच इस वेरियंट पर ‘मोनोक्लोनल एंटिबॉडी कॉकटेल’ भी असरदार ना होने की और इसी वजह से यह वेरियंट डेल्टा से अधिक खतरनाक होने का बयान करके नीति आयोग के सदस्य डॉ.वी.के.पॉल ने चेतावनी भी दी थी। इसी के साथ कोरोना संबंधित नियमों का पालन ना करने पर स्थिति दोबारा बिगड़ सकती है, यह इशारा भी उन्होंने दिया था।

अलग अलग विशेषज्ञों द्वारा तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है। ब्रिटेन में तीसरी लहर उठी है और इस दौरान सबसे अधिक संक्रमण ‘डेल्टा वेरियंट’ से हो रहा है। ‘डेल्टा प्लस’ के संक्रमित विश्‍व के अलग अलग देशों में पाए गए हैं। ऐसे में महाराष्ट्र में ‘डेल्टा प्लस’ का संक्रमण होने से चिंता बढ़ी है। भीड़ को नियंत्रित नहीं किया गया तो तीसरी लहर उठने में देर नहीं लगेगी, यह इशारा विशेषज्ञों ने पहले ही दिया है।

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