यह सऊदी के विरोध में युद्ध की घोषणा- कतार के आरोपों पर सऊदी अरेबिया की तीव्र प्रतिक्रिया

जेद्दा/दोहा: इस्लाम धर्मियों का श्रद्धास्थान होनेवाले मक्का के पवित्र वास्तू का आंतर्राष्ट्रीयकरण करने की मांग यह सऊदी अरेबिया के खिलाफ़ युद्ध की घोषणा ठहराई जायेगी’ इन तीव्र शब्दों में सऊदी के विदेशमंत्री ‘अदेर अल जुबैर’ ने चेतावनी दी| कतार पर निशाना साधते हुए अदेर जुबैरने यह तीव्र टीका करने पर कतार और सऊदी के संबंधो में तनाव निर्माण हुआ है|

युद्ध की घोषणा

सऊदी, संयुक्त अरब अमिरात, बाहरीन एवं इजिप्त इन देशों ने आतंकियों को सहायता देने और खाड़ी देशों में हस्तक्षेप करने के आरोप में कतार को राजनैतिक स्तर पर बहिष्कृत किया था| ५ जून से जारी किये इस बहिष्कार को और तीव्र करने की तैयारी सऊदी और खाड़ी के मित्र देश कर रहे है| अपनी मांगे अगर मानी न गयी तो कतार को और अधिक गतिरोध का सामना करना होगा यह सऊदी और मित्र देश कह रहे है| इस बहिष्कार के खिलाफ़ तुर्की, इरान से सहायता प्राप्त करनेवाले कतार ने भी न झुकने की भूमिका लेकर बहिष्कार के मुद्दे पर करारा जवाब दिया है| इस राजनैतिक विवाद की तीव्रता बढ़ती देख कतार ने अपने देश के हज यात्रियों को सऊदी से नकारात्मक व्यवहार मिलने का आरोप किया है|

सऊदी ने कतार के प्रवासी हवाईसेवा पर पाबंदी लगाई है| इसलिए अब कतार की जनता को तकलीफ़ उठाते हुए सऊदी को मान्य हवाईसेवा से सफ़र बंधनकारक हो गया है| साथ ही कतार की जनता पर कई पाबंदी लादकर सऊदी उन से राजनीती कर रहा है, यह आरोप कतार कर रहा है| इसपर सऊदी ने तीव्र प्रतिक्रिया जारी की है|

सऊदी अरेबिया के विदेशमंत्री जुबैर ने ‘अल अरेबिया’ इस वृत्त माध्यम से चर्चा करते अपनी संतप्त प्रतिक्रिया व्यक्त की| मक्का और मदीना जैसे पवित्र प्रार्थनास्थल का अंतरराष्ट्रीयकरण करना यह सऊदी के खिलाफ़ किये युद्ध की घोषणा है यह जुबैर ने कहा| पर कतार ने क्या अंतरराष्ट्रीयकरण की मांग की थी यह अबतक स्पष्ट नहीं हुआ है| कतार ने सऊदी के धार्मिक यात्रा में राजनीती लाने का आरोप किया था| इसलिए कतार और सऊदी के बीच यह विवाद अधिक तीव्र होता दिखाई दे रहा है|

५ जून से सऊदी और मित्र देशों ने जारी किये प्रतिबन्ध पर अमरिका का सुलह करने का प्रयत्न असफल रहा| तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगनने भी समझौता करने का प्रयास किया पर इसके विपरीत यह विवाद और ज्यादा भड़क उठा| कतार को स्वयं पर होनेवाली कड़ी कारवाई रोकने के लिए आतंकियों से और आतंकियों को समर्थन देनेवाले इरान से संबंध तोड़ना होगा, यह मांग सऊदी और मित्र देश कर रहे है| साथ ही कतार अपने देश में तुर्की के सैनिको को प्रवेश न दे यह मांग भी सऊदीने की है|

सऊदी और मित्र देशों से किये मांगे हमपर किये आरोप है और उन्हें मानना मुमकिन नहीं यह बात कतार कर रहा है| इस विवाद का रूपान्तर राजनैतिक और आर्थिक स्तर पर होकर, समझौते को इनकार करके अब वे संघर्ष की तरफ बढ़ते दिखाई दे रहे है| कतार ने सऊदी पर किये आरोप और सऊदी ने दी प्रतिक्रिया की वजह से खाड़ी क्षेत्र में अधिक तनावपूर्ण होता दिखाई दे रहा है|

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