भारी वर्षा के मृतकों की संख्या बढ़कर १६४ हुई

१०० लोग अभी भी लापता

अगले तीन दिन मूसलाधार बारिश होने का अनुमान

मुंबई – महाराष्ट्र में भारी बारिश में हुई दुर्घटनाओं के मृतकों की संख्या बढ़कर १६४ हुई है और अभी भी १०० लोग लापता होने की बात स्पष्ट हुई है। तबाही के बाद बीते तीन दिनों से बारिश अब रुक गई है और इससे बाढ़ से पीड़ित इलाकों की स्थिति में सुधार हो रहा है। बाँध से पानी छोड़ना बंद होने के कारण बाढ़ का पानी निकल गया है और इससे कोल्हापुर की स्थिति भी सुधरी है। लेकिन, सांगली और सातारा के कुछ हिस्सों में अभी भी पानी भरा हुआ है। इसी बीच मौसम विभाग ने राज्य के कोंकण और मध्य महाराष्ट्र के पहाड़ी इलाकों में अगले तीन दिन मूसलाधार बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है। इसलिए बाढ़ का संकट अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है और ऐसे में सतर्कता बरतने का इशारा दिया गया है।

heavy-rains-164-deathsमहाराष्ट्र में बीते हफ्ते हुई भारी वर्षा की वजह से कोंकण और पश्‍चिम महाराष्ट्र के कई ठिकानों पर बाढ़ की स्थिति निर्माण हुई थी। अब इस स्थिति से कुछ हद तक राहत मिली है। लेकिन, अभी भी भारी बारिश का खतरा बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र निर्माण हुआ है इस वजह से उत्तर भारत में मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। इसी के साथ पश्‍चिम तटीय क्षेत्र में कम दबाव के क्षेत्र का असर कम होने से कोंकण क्षेत्र में बारिश थम गई है, लेकिन, यह खतरा अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। अगले तीन दिनों के दौरान पहाड़ी क्षेत्र में मूसलाधार बारिश की संभावना है और इससे नदियों के जलस्तर में दोबारा बढ़ोतरी होने की संभावना है। सातारा और सांगली में स्थिति में अब तक बड़ा सुधार नहीं हुआ हैं। यहां के कुछ हिस्सों में मौसम अभी भी खराब है और भारी मात्रा में राहतकार्य जारी है।

बीते हफ्ते मूसलाधार बारिश से बाढ़ की स्थिति, भूस्खलन और घरों के ढ़हने की घटानाओं समेत अन्य दुर्घटनाओं के मृतकों की संख्या बढ़कर १६४ हुई है। महाड़ तहसील में भूस्खलन होने से मलबे में दबे हुए तलीये गांव में राहतकार्य गांववालों की बिनती के बाद रोका गया है। वहां से राहतकार्य में जुटे ‘एनडीआरएफ’ और अन्य दलों को हटाया गया है। वहां के मलबे से ५३ लोगों के शव बाहर निकाले गए हैं और ३१ लोग लापता हैं। पूरा गांव मलबे में सात से आठ फीट नीचे दब गया है और इस वजह से राहतकार्य करना मुश्किल है। इस मलबे से निकाले जा रहे लोगों के शवों की स्थिति काफी खराब होने से गांववालों ने लापता लोगों को मृत घोषित करने की माँग की थी। इस वजह से अन्य लापता ३१ लोगों को मृत घोषित किया गया है। सातारा के आंबेघर में हुई दुर्घटना के बाद लापता हुए लोगों को भी मृत घोषित किया गया है।

रायगड़ जिले में मृतकों की संख्या ७१ हुई है। सातारा जिले में ४१, रत्नागिरी में २१, ठाणे में १२, कोल्हापुर में ७, मुंबई में ४, सिंधुदुर्ग, पुणे, वर्धा और अकोला में हुई भारी बारिश के दौरान २-२ लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा इस दौरान लापता हुए १०० लोगों में से ५३ लोग रायगड़, २७ सातारा, १४ रत्नागिरी, ४ लोग ठाणे और सिंधुदुर्ग एवं कोल्हापुर के १-१ व्यक्ति का समावेश है।

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