ओखी चक्री तूफ़ान मे ३९ मृत, १६७ मछुआरे लापता, मुंबई मे तूफानी बारिश, ९०० मछुआरे देवगड़ किनारे पहुंचे

मुंबई/तिरुवनंतपुरम: ओखी चक्री तूफान की गति मंद हुई है, फिर भी इस तूफान की वजह से तमिलनाडु, केरल, लक्षद्वीप में अभी भी जोरदार बारिश हो रही है। महाराष्ट्र एवं गुजरात में भी मंगलवार को तूफानी हवा के साथ बारिश हुई थी। तूफानी हवा की वजह से समुद्र में जोरदार लहरें उठ रही है और इन चार राज्यों में सैकड़ों मछुआरे फंसने की बात सामने आ रही है। तमिलनाडु एवं केरल में ओखी के घेरे में अबतक ३९ लोगों की जान गई है और १६७ मछुआरे लापता है। तथा चक्री तूफान की वजह से बहके हुए ९०० मछुआरे सिंधुदुर्ग के देवगढ़ बंदरगाह में स्वस्थ रूप से पहुंचे हैं।

ओखी चक्री तूफान के झटके से कोकण किनारे पर बड़ा नुकसान हुआ है। उरण में ५ नाव डूबने का वृत्त है। मुंबई-पुणे महामार्ग पर ओलों की बारिश हुई है और मुंबई में पिछले १० वर्षों में दिसंबर महीने में सबसे अधिक बारिश इस एकही दिन में हुई है। समुंदर खौलने से मछुआरों को समंदर में न जाने की सूचना दी गई थी और ८-१० दिनों पहले समुद्र में गए मछुआरे नाव और ट्रोलर्स में फंसने की बात स्पष्ट हो रही है।

२९ और ३० तारीख को ओखी चक्री तूफान ने पहली बार तमिलनाडु और केरल किनारे को झटका दिया था। उसके बाद यह तूफान गुजरात की दिशा से मुड़ा था। मुंबई को सीधे इस तूफान का झटका नहीं लगा, फिर भी इस तूफान के प्रभाव क्षेत्र में आने से कोकण किनारा और उत्तर महाराष्ट्र में सोमवार को तूफानी बारिश हुई थी। हवा की वजह से तापमान में गिरावट दर्ज हुई है। इसकी वजह से कोकण में आम और उत्तर महाराष्ट्र में अंगूर की खेती का बड़ा नुकसान हुआ है। ७ तारीख तक समुद्र खौला रहेगा, यह कहकर हाई टाइड होने की वजह से किनारे से दूर रहने का इशारा किया गया है।

तमिलनाडु और केरल को चक्री तूफान का सबसे अधिक झटका लगा है। तमिलनाडु में ३९ लोग अब तक ढेर होने के बात सामने आ रही है। तथा केरल और तमिलनाडु में १६७ मछुआरे लापता है। उसमें से ९२ मछुआरे सिर्फ केरल के है। २५२ मछुआरे विभिन्न जगहों पर फंसे हैं। उनके रिहाई के लिए नौदल से पिछले २ दिनों से मुहिम शुरू है। तथा १००० मछुआरे किनारों तक स्वस्थ रूप से पहुंचे हैं। महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के देवगढ़ बंदरगाह में तूफान में बहके हुए, १२० नाव किनारे पर लगे हैं। इन नावों में लगभग ९०० मछुआरे हैं। यह मछुआरे तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और गुजरात के होने की जानकारी तटरक्षक दल ने दी है।

दौरान, बुधवार को ओखी की गति और कम होगी, ऐसा अंदाजा व्यक्त किया जा रहा है। पर दक्षिण किनारे के भाग में एक ओखी के प्रभाव की वजह से और २ दिन तूफानी हवा, बारिश शुरु रहेगी और समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी, ऐसा इशारा दिया गया है।

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