चक्रवाती तूफान ‘एम्फन’ पश्‍चिम बंगाल के तट पर टकराया – पश्‍चिम बंगाल और ओडिशा में मुसलाधार बारिश

कोलकाता/भुवनेश्‍वर, (वृत्तसंस्था) – पिछले २१ वर्ष में बंगाल की खाड़ी में उठा अबतक का सबसे भीषण चक्रवाती तूफान ‘एम्फन’, बुधवार दोपहर पश्‍चिम बंगाल के तट पर टकराया है। प्रति घंटा १९० किलोमीटर की रफ़्तार से बह रही हवा से इस क्षेत्र में कई घरों का बड़ी मात्रा में नुकसान हुआ हैं और ऐसें में सुरक्षा की दृष्टि से लाखों लोगों को सुरक्षित ज़गह पर रखा गया हैं। समय पर उठाए इस कदम से बड़ी जीवितहानि टल गयी है। लेकिन अबतक तूफान और बारिश में ३ लोगों की मौत होने की बात सामने आ रही है।

पश्‍चिम बंगाल के दिघा से ६७० किलोमीटर और ओडिशा के पारदीप से ५२० किलोमीटर की दूरी पर बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान ‘एम्फान’ की शुरूआत हुई थी और आखिरकार बुधवार के दिन यह तूफान बंगाल के तट से टकराया। इस चक्रवात के कारण ओडिशा और पश्‍चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में मंगलवार से ही तेज़ हवा के साथ मुसलाधार बारिश शुरू हुई थी। बुधवार दोपहर २.३० बजे इस तूफान ने पश्‍चिम बंगाल के दिघा और बांगलादेश के हटिया द्विप को पार किया। चक्रवात की वज़ह से तटवर्ती क्षेत्र के घरों का भारी मात्रा में नुकसान हुआ है और इस क्षेत्र में काफ़ी पेड़ भी गिरे हैं। इसके अलावा तूफान ने बिजली के खंबों का भी नुकसान करने के कारण बिजली की सप्लाई टुट गई हैं।

इसी बीच पश्‍चिम बंगाल और ओडिशा के कम से कम ६.५८ लाख लोगों को सुरक्षित ज़गह पर स्थानांतरित किया गया है। इस चक्रवात के कारण पश्‍चिम बंगाल में अबतक तीन लोगों की मृत्यु हुई है। हावड़ा में एक १३ वर्षीय लड़की पर पेड़ गिरने के कारण उस की मृत्यु हुई; वहीं, उत्तर २४ परगना में एक महिला की मृत्यु हुई। यह तूफान प्रतिघंटा १६० से १७० किलोमीटर रफ़्तार से पश्‍चिम बंगाल में टकराया था। इसके बाद इसकी गति में और बढ़ोतरी हुई। तूफान की वज़ह से कई इलाकों में मुसलाधार बारिश हो रही है। पश्‍चिम बंगाल में कई जिलों को तूफानी बारिश ने झटका दिया है।

ओडिशा से पाँच लाख और पश्‍चिम बंगाल में १,५८,६४० लोगों को सुरक्षित ज़गह पर स्थानांतरित किया गया था, यह जानकारी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के प्रमुख एस.एन.प्रधान ने साझा की। इस तूफान की पृष्ठभूमि पर ओडिशा में ‘एनडीआरएफ’ की २० और पश्‍चिम बंगाल में १८ टीमें तैनात की गई हैं। साथ ही, दो टीमें रिज़र्व्ड् रखीं गई हैं, यह भी प्रधान ने कहा।

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