पुंछ, राजौरी के ऑपरेशन्स और बेगुनाह नागरिकों की हत्याओं की पृष्ठभूमि पर लष्कर प्रमुख और सीआरपीएफ के महानिदेशक जम्मू-कश्मीर के दौरे पर

श्रीनगर – लष्करप्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे का दो दिन का जम्मू-कश्मीर दौरा सोमवार को शुरू हुआ। उसके बाद सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह भी जम्मू-कश्मीर दौरे पर पहुँचे हैं। जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से आतंकवादी संगठनों ने आम नागरिकों की तथा स्थानांतरित मजदूरों की हत्याओं का सिलसिला शुरू किया है। उसी समय पुंछ और राजौरी के जंगलों में आतंकवादियों के विरोध में बड़ा ऑपरेशन जारी है। पिछले आठ दिनों से यह ऑपरेशन जारी होकर नौं जवान शहीद हुए हैं। इस पृष्ठभूमि पर लष्करप्रमुख का यह जम्मू-कश्मीर दौरा हो रहा है। जल्द ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी जम्मू-कश्मीर दौरे पर जाने वाले हैं।

poonch-rajaouri-operationपिछले दो हफ्तों में जम्मू कश्मीर में ११ आम नागरिकों की हत्या कर दी जाने से पूरा देश दहल गया है। स्थलांतरित मज़दूर और घाटी के अल्पसंख्यकों को लक्ष्य करके, उनके मन में खौफ का माहौल फैलाया जा रहा है। १९९० के दशक की तरह कश्मीर घाटी से फिर से पलायन शुरू हों और जम्मू-कश्मीर में फिर से अशांति मचें, ऐसी पाकिस्तान की साज़िश है। पाकिस्तान के इशारे पर ही यह हत्या सत्र शुरू होने का आरोप जाँच यंत्रणाएँ कर रही है।

जम्मू कश्मीर में बेगुनाहों की हत्या के पीछे पाकिस्तान की गहरी चाल है। धारा-३७० हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थिरता बनी है। आतंकवादियों को मारा जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के लाल चौक में तिरंगा लहरा रहा है। धार्मिक कार्यक्रम हो रहे हैं। दल लेक पर वायु सेना का एयर शो संपन्न हुआ। नई इंडस्ट्री नीति, फिल्म नीति और निवासी दाखिला नीति लागू हुई है। इस कारण, अपनी राजनीति कश्मीर पर आधारित होनेवाले पाकिस्तान में बेचैनी फैलना स्वाभाविक होकर, इस कारण ऐसे हत्यासत्रों के माध्यम से यहाँ का माहौल बिगाड़ने की कोशिश पाकिस्तान कर रहा है। लेकिन पाकिस्तान की यह चाल उस पर ही बूमरैंग होगी, ऐसा विश्लेषकों का कहना है ।

लेकिन फिलहाल तो इन हत्यासत्रों के बाद जम्मू-कश्मीर में स्थानांतरित नागरिकों में खौफ का माहौल होकर, कुछ मज़दूर जम्मू-कश्मीर छोड़कर पुनः अपने राज्यों की ओर लौटने लगे हैं। इस परिस्थिति की पृष्ठभूमि पर केंद्रीय स्तर पर बैठकें हो रहीं हैं। केंद्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक हाल ही में संपन्न हुई। उससे पहले लष्करप्रमुख जनरल नरवणे और सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदिप सिंग जम्मू-कश्मीर दौरे पर पहुँचे हैं। यहाँ आईबी, एनआईए, लष्कर और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक होनेवाली है। जम्मू-कश्मीर में स्थानांतरित मजदूर निवास कर रहे भागों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

इसी बीच, जम्मू-कश्मीर में जलविद्युत प्रोजेक्ट्स और अन्य सरकारी संस्थाओं के कार्यालय आतंकवादियों के निशाने पर होने की जानकारी गुप्तचर संस्थाओं को मिली है। इसलिए हवाई अड्डों से लेकर सभी अहम स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। जम्मू-कश्मीर में इन दिनों विभिन्न भागों में आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन्स जारी होकर, पुंछ का ऑपरेशन आठवें दिन भी जारी था। यह अब आतंकवादियों को ढूँढ़ निकालने के लिए हेलीकॉप्टर और ड्रोन की सहायता ली जा रही है। पुंछ और राजौरी में आतंकवादियों के कुछ स्थान लष्कर द्वारा ध्वस्त कर देने की खबरें आ रही है। पुंछ के भाता धुरीया इलाके में आतंकवादियों ने छिपने के लिए तैयार किए बंकर्स ध्वस्त किए जाने की खबर है। जम्मू-कश्मीर दौरे पर होनेवाले लष्कर प्रमुख ने पुंछ और राजौरी के इन ऑपरेशन्स का भी जायज़ा लिया। साथ ही, आतंकवादी और उनके समर्थकों पर कार्रवाई करने के लिए और उन्हें ढूँढ़ निकालने के लिए सीआरपीएफ तथा अन्य अर्धसैनिक बलों की तैनाती बढ़ाई जा सकती है, ऐसी खबर है।

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