कोरोना की दूसरी लहर को रोकने के लिए ‘मायक्रो’ कन्टेन्मेंट ज़ोन बनाने की प्रधानमंत्री की राज्यों को सूचना

नई दिल्ली – कोरोना की दूसरी लहर को समय पर रोकना होगा। कुछ राज्यों में कोरोना का संक्रमण तेज़ी से बढ़ रहा है। इन राज्यों में उठी कोरोना की नई लहर वहीं पर रोकी नहीं गई तो इस महामारी का देशव्यापी प्रकोप होगा, ऐसा गंभीर इशारा प्रधानमंत्री मोदी ने दिया हैं। इस वजह से कोरोना की इस दूसरी लहर को रोकने के लिए जल्द और निर्णायक कार्रवाई की उम्मीद प्रधानमंत्री ने राज्य प्रसासनों से व्यक्त की है। साथ हीलॉकडाउनके बजायमायक्रो कन्टेन्मेंट ज़ोनबनाने पर जोर दें और लापरवाही किए बगैर मास्क, सोशल डिस्टंसिंग जैसे नियमों का सख्ती से पालन करने पर जोर देने की सूचना भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यों को की है।

देश में कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने की बात अब तक स्पष्ट हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार के दिन ही महाराष्ट्र जैसे राज्य में कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने की पुष्टि की थी। इस पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद किया। महाराष्ट्र, पंजाब, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में कोरोना संक्रमितों की संख्या फिर से तेज़ी से बढ़ने लगी है। देश के लगभग ७० प्रतिशत जिलों में कोरोना के पॉज़िटिव संक्रमित पाए जाने की मात्रा में १५० प्रतिशत बढोतरी की ओर प्रधानमंत्री ने ध्यान आकर्षित किया।

कोरोना के खिलाफ देश में जारी लड़ाई शुरू होकर अब एक वर्ष से अधिक समय बीत चुका है। इस दौरान भारत ने जिस तरह से इस वैश्‍विक महामारी का मुकाबला किया, इसका उदाहरण विश्‍वभर में दिया जा रहा है। भारत में कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने की मात्रा ९६ प्रतिशत है। साथ ही इस महामारी का मृत्यूदर भी भारत में काफी कम है। लेकिन, विश्‍व में कोरोना के सबसे अधिक प्रभावित देशों को लगातार इस महामारी की नई लहर का मुकाबला करना पड़ रहा है। भारत में भी इस महामारी के संक्रमितों की संख्या कम हुई थी। लेकिन, यकायक कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है, यह बात प्रधानमंत्री ने रेखांकित की।

कोरोना की महामारी के खिलाफ भारत ने जो कामयाबी हासिल की है, वह व्यर्थ ना जाए, इसके लिए कोरोना की दूसरी लहर को तुरंत रोकना होगा। यह ज़िम्मेदारी सबको मिलकर उठानी होगी, यह बात भी प्रधानमंत्री ने स्पष्ट की। क्योंकि, कुछ राज्यों में फिलहाल सीमित रही कोरोना की दूसरी लहर को समय पर रोका नहीं गया तो पूरे देशभर में इसका प्रकोप होने का खतरा होने का बयान प्रधानमंत्री मोदी ने किया।

ड़र का माहौल बनाए बगैर हमें इस नई लहर को नियंत्रित करना है। इसके लिए लॉकडाउन करने के बजाय संक्रमित इलाकों मेंमायक्रो कन्टेन्मेंट ज़ोनतैयार करें। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही ना करें। टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट इन तीनटीपर गंभीरता से काम करें। साथ ही आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाएँ। कुछ राज्यरैपिड एन्टिजन टेस्टपर अधिक जोर दे रहे हैं। लेकिन, कुल टेस्ट में कम से कम ७० प्रतिशतआरटीपीसीआरटेस्ट होते हैं तो वह बड़ा अहम साबित होगा, ऐसा प्रधानमंत्री ने कहा।

इसी बीच इस बैठक में प्रधानमंत्री ने कोरोना की वैक्सीन जाया जाने ना दें, यह आवाहन भी किया। फिलहाल देश में रोज़ाना ३० लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा रहा है। लेकिन, इसके साथ राज्यों को दिए गए टीकों के डोस जाया ना हों, इस पर गंभीरता से ध्यान दें, ऐसा आवाहन भी प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से किया। कुछ राज्यों को प्रदान हुए टीकों में से कुछ टीके जाया होने की बात सामने आयी थी। इस पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यों को यह आवाहन किया। इसके लिए पहले प्रदान किए गए यानी पहले निर्माण किए गए टीकों का इस्तेमाल करें और इसके बाद नए टीकों की माँग दर्ज़ करें, ऐसा प्रधानमंत्री ने कहा। 

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