कोरोना, पुलिसकर्मियों की कमी और बढ़ते हिंसाचार की पृष्ठभूमि पर अमरीका में बंदूकों की बिक्री में भारी बढ़ोतरी

– छः महीनों में दो करोड़ से अधिक बंदूकों की बिक्री

us-gun-sale-3वॉशिंग्टन – अमरीका में इस साल पहले छः महीने में दो करोड़ से अधिक बंदूकों की बिक्री होने की जानकारी सामने आई है। पिछले साल की तुलना में यह बढ़ोतरी १५ प्रतिशत से अधिक है, ऐसा बताया जाता है। कोरोना की महामारी का फैलाव, पुलिस की कमी और बढ़ते हिंसाचार के कारण बंदूकों की बिक्री बढ़ रही होकर, उनके लिए आवश्यक गोलियों की कमी महसूस होने लगी है, ऐसे दावे विक्रेताओं द्वारा किए जा रहे हैं।

अमरिकी जाँच यंत्रणा ‘फेडरल ब्युरो ऑफ इन्व्हेस्टिगेशन’(एफबीआय) और ‘नॅशनल रायफल्स असोसिएशन’(एनआरए) ने दी जानकारी के अनुसार, बंदूकों की बढ़ती बिक्री का ‘ट्रेंड’ सामने आया है। सन २०२० में अमरीका में कुल ३ करोड़ ९७ लाख बंदूकों की बिक्री हुई, ऐसा बताया गया था। पिछले साल की बिक्री के पीछे; राष्ट्राध्यक्षपद के चुनाव, राजनीतिक स्तर पर असंतोष, कोरोना के कारण घोषित हुए लॉकडाउन और अनिश्चितता इन जैसे घटक थे, ऐसा बताया गया था।

us-gun-sale-2अमरीका में हुआ सत्तापरिवर्तन तथा अन्य घटक, बंदूकों की बिक्री अधिक ही बढ़ानेवाले साबित हुए, ऐसा नए आँकड़ों से स्पष्ट हुआ है। नए साल के पहले छः महीनों में ही २ करोड़ २२ लाख से अधिक बंदूकों की बिक्री हुई है। बंदूकों की बिक्री दर्ज करने की शुरुआत करने के बाद, पहले ६ महीनों में हुई यह ‘रिकॉर्डब्रेक’ बिक्री साबित हुई है। अकेले इलिनॉयस राज्य में ही ६० लाख से अधिक बंदूकों की बिक्री हुई है। वहीं, अमरीका के ८ राज्यों में ५-५ लाख से अधिक बंदूकें बेचीं गईं हैं। उनमें कैलिफोर्निया, फ्लोरिडा, टैक्सास इन जैसे प्रमुख राज्यों का समावेश है।

बंदूकें खरीदनेवालों में, पहली बार बंदूक खरीदनेवाले लोगों की संख्या बड़ी होकर, उसमें भी महिलाएँ और ज्येष्ठ नागरिकों का हिस्सा बड़ा है, ऐसा सूत्रों द्वारा बताया जाता है। अमरीका में कई प्रमुख शहरों में हिंसक घटनाओं में भारी बढ़ोतरी दिखाई दी है। इन घटनाओं के पीछे ‘पुलिसों की कमी’ यह प्रमुख कारणों में से एक है, ऐसा दिखाई दिया था।

us-gun-sale-1 कोरोना के दौर में कई पुलिसकर्मियों की संक्रमण से मृत्यु हुई है। उसी समय ‘डिफंड पोलीस’ जैसी मुहिम ने भी जोर पकड़ा है। इस कारण नागरिकों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त मनुष्यबल उपलब्ध ना होने की शिकायतें पुलिस बल से ही आने लगीं हैं। इस कारण ‘पुलिसों की कमी’ यह बंदूकों की बढ़ती खरीद के पीछे का प्रमुख घटक होने की जानकारी यंत्रणाओं ने दी। पुलिस उपलब्ध ना होने के कारण नागरिकों में असुरक्षितता की भावना प्रबल हो रही है और खुद की सुरक्षा के लिए हथियार जरूरी प्रतीत होने के कारण बड़े पैमाने पर बंदूकों की खरीदारी होने की बात सामने आई है।

बंदूकों की बढ़ती खरीदारी के कारण, उनके लिए आवश्यक गोलियों की कमी भी महसूस होने लगी है। बंदूकों की बिक्री करनेवाले विक्रेताओं ने विदेश से गोलियाँ आयात करना शुरू किया है, ऐसा बताया जाता है। युरोपीय देश और रशिया जैसे देशों से गोलियाँ आयात हो रहीं हैं, ऐसी जानकारी विक्रेताओं ने दी है।

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