भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सहयोग अधिक ही मज़बूत होगा – ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री का दावा

नई दिल्ली – ‘‘भारत यह ऑस्ट्रेलिया का ‘ग्रेट फ्रेंड’ साबित होता है। भारत की अर्थव्यवस्था जबरदस्त तेज़ी से आगे बढ़ रही है। ऐसे दौर में भारत और ऑस्ट्रेलिया का उर्जा विषयक सहयोग अधिक ही मज़बूत होगा’’, ऐसा यकीन ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने व्यक्त किया। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री द्वारा ये बयान किए जा रहे हैं कि तभी भारत के व्यापार मंत्री पियूष गोयल ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सन २०२२ के अंत तक मुक्त व्यापार समझौता संपन्न होगा ऐसी घोषणा की। चीन के साथ ऑस्ट्रेलिया का विवाद चरम सीमा तक पहुँचा है, ऐसे में ऑस्ट्रेलिया का भारत के साथ यह सहयोग गौरतलब साबित होता है।

India-Australia-Morrisonऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमरीका के बीच ‘ऑकस’ सहयोग स्थापित हुआ होकर, यह लष्करी संगठन चीन को रोकने के लिए ही है ऐसा कहा जाता है। लेकिन इससे, क्वाड के सदस्य देश होनेवाले भारत और जापान को झटके लगने के दावे किए जाते हैं। इस कारण ऑकस का क्वाड की एकजुट पर असर हो सकता है, ऐसा कुछ विश्लेषकों का कहना है। उसपर बात करते समय ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने यह दावा ठुकरा दिया। ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अमरीका का ऑकस संगठन क्वाड के लिए पूरक साबित होगा। क्वाड के सदस्य होनेवाले भारत और जापान को भी इसका एहसास है और ये दोनों देश ऑकस के सहयोग को सकारात्मक प्रतिसाद दे रहे हैं, ऐसा प्रधानमंत्री मॉरिसन ने कहा।

इतना ही नहीं, बल्कि भारत के साथ ऑस्ट्रेलिया का मित्रतापूर्ण सहयोग अधिक से अधिक मज़बूत हो रहा है, ऐसा यकीन ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने दिलाया। भारत की अर्थव्यवस्था ज़बरदस्त प्रदर्शन कर रही होकर, उससे भारत में ऊर्जा की माँग बढ़ती जाएगी। इसके लिए अत्याधुनिक तंत्रज्ञान की आवश्यकता है और भारत को इसका एहसास है। इसी कारण भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऊर्जा विशेष सहयोग अधिक से अधिक मजबूत होगा, ऐसा भरोसा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने ज़ाहिर किया। लेकिन भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विकसित हो रहे सहयोग का संबंध, ऑस्ट्रेलिया के चीन के साथ चल रहे विवाद के साथ जोड़ा नहीं जा सकता, ऐसा कहते हुए प्रधानमंत्री मॉरिसन ने विवाद टाला है।

ऑस्ट्रेलिया का भारत के साथ सहयोग स्वतंत्र है, ऐसा प्रधानमंत्री मॉरिसन ने कहा। दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता आकार धारण कर रहा होकर, गुरुवार को दोनों देशों के व्यापार मंत्रियों की इस पर चर्चा संपन्न हुई, ऐसी जानकारी प्रधानमंत्री मॉरिसन ने दी। इस चर्चा के लिए ऑस्ट्रेलिया के व्यापार मंत्री डॅन टेहन नई दिल्ली आए हैं। उनके साथ हुई चर्चा के दौरान भारत के व्यापार मंत्री पियूष गोयल ने दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापारी समझौता सन २०२२ के अंत तक संपन्न होगा, ऐसा विश्वास ज़ाहिर किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.