ईरान को रोकने के लिए अमरिका और इस्रायल के बीच गोपनीय अनुबंध हुआ

वॉशिंग्टन: अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने लिए ‘जेरुसलेम’ के निर्णय की पृष्ठभूमि पर, अमरिका और इस्रायल के बीच नजदीकियां और भी बढ़ने के संकेत मिले हैं। ‘जेरुसलेम’ निर्णय के बाद अमरिका और इस्रायल के बीच गोपनीय सामरिक अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस अनुबंध में ईरान का परमाणु कार्यक्रम और खाड़ी में बढती कार्रवाइयों को रोकने के लिए विशेष योजना बनाई गई है, ऐसा कहा जाता है। इस्रायल के ‘चैनल १०’ और ‘टाइम्स ऑफ़ इस्रायल’ इन प्रसार माध्यमों ने इस बारे में खबर जारी की है।

ट्रम्प ने राष्ट्राध्यक्ष पद के सूत्र स्वीकारने के बाद ईरान के साथ किए परमाणु अनुबंध से बाहर निकलने की घोषणा करते हुए इस्रायल के साथ सहकार्य बढाने की घोषणा की थी। दो महीनों पहले ट्रम्प ने ईरान के खिलाफ नए प्रतिबन्ध लादे थे। उस में ईरान समर्थक हिजबुल्लाह को मिलने वाली अर्थसहायता को लक्ष्य किया गया था। उस के बाद अमरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने विदेश नीति की जानकारी देते हुए, परमाणु अनुबंध यह मुद्दा न होकर ईरान के खतरे को रोकना यही प्राधान्य रहेगा, ऐसा इशारा दिया था।

इस पृष्ठभूमि पर अमरिका और इस्रायल के बीच हुआ गोपनीय अनुबंध ध्यान आकर्षित करने वाला है। १२ दिसम्बर को इस्रायल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ‘मेर बेन शबात’ ने व्हाईट हाउस में अमरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ‘एच. आर. मैकमास्टर’ से मुलाकात की। इस समय दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। व्हाईट हाउस की इस मुलाकत में ही दोनों देशों के बीच ‘संयुक्त सामरिक कृति योजना अनुबंध’ पर हस्ताक्षर किए गए हैं।

नए अनुबंध में ईरान को रोकने के लिए विविध स्तर पर सहकार्य बढाने का साथ ही संयुक्त मुहीम बनाने के प्रावधानों का समावेश है। उसके लिए दोनों देशों के अधिकारीयों के समावेश वाले स्वतंत्र पथक निर्माण किए जाने वाले हैं। ‘ईरान की सीरिया में कार्रवारियां’, ‘ईरान का मिसाइल और परमाणु कार्यक्रम’, ‘लेबेनॉन के हिजबुल्लाह को की जाने वाली सहायता’, जैसे विविध मुद्दों पर यह पथक कार्यरत होंगे, ऐसे संकेत अधिकारीयों ने दिए है।

‘खाड़ी के घटनाक्रम, उस में भी मुख्यरूप से ईरान के मुद्दे पर अमरिका और इस्रायल के बीच कई मुद्दों पर एकमत है। ईरान को रोकने के लिए आवश्यक नीति और कृति के सन्दर्भ में अनुबंध किए गए हैं। खाड़ी की चुनौतियाँ और मौकें जैसे दोनों पर अमरिका और इस्रायल ने दिखाई हुई वचनबद्धता महत्वपूर्ण है और दोनों पक्ष इस पर संतुष्ट हैं’, ऐसा इस्रायली वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है। इस अनुबंध में ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ की जाने वाली गुप्त कार्रवाइयों का समावेश है, ऐसी जानकारी अमरिकी अधिकारी ने दी है।

व्हाईट हाउस में हुई इस बैठक में दोनों देशों की गुप्तचर यंत्रणाएं, रक्षा विभाग और विदेश विभाग के अधिकारियों का समावेश था, ऐसा वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है। दो दिनों पहले ही अमरिका के ‘जेरुसलेम’ निर्णय की पृष्ठभूमि पर अमरिका और इस्रायल को रोकने के लिए ‘हिजबुल्लाह’, ‘हमास’ और अन्य आतंकवादी संगठन एक होने की बात सामने आई थी।

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